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रांची: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रांची में एक कार्यक्रम में राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।

राष्ट्रवाद शब्द के प्रयोग से बचें: भागवत

भागवत का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि विकसित देश अपने व्यापार को हर देश में फैलाना चाहते हैं। इसके जरिए वो अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं। दुनिया के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उनसे केवल भारत निजात दिला सकता है।

रांची: 14 फरवरी 2020 को पुलवामा हमले की पहली बरसी थी। इस आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए थे। लेकिन हमले के एक वर्ष बाद भी सीआरपीएफ के शहीद जवानों के परिवार वालों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच सकी। झारखंड के गुमला जिले के शहीद हुए जवान विजय सोरेंग के परिवार वाले भी सरकारी मदद का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार को हमले की पहली बरसी के दिन शहीद की पत्नी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें वो सड़क किनारे बैठकर सब्जी बेच रही थी। जिसके बाद एक ट्विटर यूजर ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को टैग कर मदद की गुहार लगाई।

सत्ता में आने के बाद लगातार ट्विटर के माध्यम से ही समस्या के समाधान के लिए सक्रिय हेमंत सोरेन ने तुरंत जिलाधिकारी को आदेश देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'शहीद देश की धरोहर होते हैं। कृपया इनकी हर सम्भव मदद करते हुए जरूरी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ जल्द से जल्द पहुंचाते हुए सूचित करें। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री को टैग कर ट्विटर पर मुद्दा को उठाने वाले प्रशांत कुमार को भी धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार की तरफ से इन्हें हर संभव मदद की जाएगी।

रांची: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार में आज सात नये कैबिनेट मंत्रियों को शामिल किया गया। राज्‍यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रांची में राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। आज शपथ लेने वाले मंत्रियों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल है, जबकि कांग्रेस से बन्‍ना गुप्‍ता और बादल को शपथ दिलाई गई।

इससे पहले, पिछले वर्ष 29 दिसम्‍बर को मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष रामेश्‍वर उरांव और पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष आलमगीर आलम तथा राष्‍ट्रीय जनता दल के सत्‍यानंद भोक्‍ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी। पिछले साल नवम्‍बर-दिसम्‍बर में संपन्‍न विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्‍ट्रीय जनता दल महागठबंधन ने 81 सदस्‍यों वाली विधानसभा में 47 सीटें जीती थीं।

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पश्चिमी सिंहभूम में सात ग्रामीणों के नरसंहार से व्यथित होकर अपने मंत्रिमंडल विस्तार को फिलहाल टालने का निर्णय लिया है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री ने गुरुवार (23 जनवरी) शाम राज्यपाल से मुलाकात कर विस्तार से बातचीत की और शपथ ग्रहण के लिए उन्होंने नई तिथि तय करने का आग्रह किया जिसके बाद राज्यपाल ने नए मंत्रियों का शपथग्रहण टाल दिया है। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मुख्यमंत्री के अनुरोध को स्वीकार करते हुए फिलहाल नए मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल राज्यपाल ने नए मंत्रियों के शपथग्रहण के लिए कोई नई तिथि नहीं निर्धारित की है क्योंकि शपथग्रहण के लिए नयी तिथि का मुख्यमंत्री को ही नए सिरे से आग्रह करना होगा। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के तहत गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में हुई सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या से उनका मन व्यथित है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार (24 जनवरी) को अपने मंत्रिपरिषद् विस्तार का फैसला किया था और इसमें आठ नए मंत्रियों को शामिल किया जाना था।

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