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मुजफ्फरपुर/अमृतसर: बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत में अमृतसर हादसे को लेकर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ मामला दायर किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रेलवे और पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान करीब 61 लोगों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हो गई थी। मृतकों में बिहार के प्रवासी भी शामिल थे। सिद्धू के बचाव में कांग्रेस सांसद सुनील जाखड़ और पंजाब के मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा आगे आए और उन्होंने घटना के लिए रेल अधिकारियों को दोषी ठहराने का प्रयास किया।

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इजरायल गए हुए हैं। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से स्थिति की समीक्षा की और उन्हें प्रभावित परिवारों को राहत और मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा। इस हादसे से नाराज लोगों ने रविवार को पथराव किया था और सुरक्षा कर्मियों के साथ उनकी झड़प भी हुई थी। वे पटरियों पर बैठ गए थे जहां दुर्घटना हुई। बाद में उन्हें अधिकारियों द्वारा हटा दिया गया।

नई दिल्ली: केरल के चर्चित नन रेप केस के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ बयान देने वाले फादर कुरियाकोस कट्टूथारा की मौत हो गई है। कुरियाकोस की उम्र करीब 62 साल थी। कुरियाकोस का शव सोमवार को जालंधर में मिला। दसुया के डीएसपी एआर शर्मा के मुताबिक, फादर कुरियाकोस दसुया के सेंट पॉल्स चर्च में रहते थे और वहीं से उनका शव बरामद किया गया है। उनके शरीर पर किसी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। लेकिन मौका-ए वारदात से ब्लड प्रेशर की गोलियां मिली हैं। वहीं उनके बिस्तर पर उल्टी करने के निशान हैं।

मालूम पड़ता है कि मरने से पहले उनको बहुत ज्यादा उल्टियां हुई होंगी। बाकी पूरे केस की अभी जांच की जा रही है। बता दें कि आरोपी बिशप को 15 अक्टूबर को ही केरल हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दी है। केरल हाईकोर्ट ने कुछ शर्तों को निर्धारित किया है जिसमें बिशप फ्रैंको मुलक्कल केरल में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके अलावा बिशप मुलक्कल को अपना पासपोर्ट भी अदालत के समक्ष सरेंडर करना होगा। जमानत मिलने के बाद मुलक्कल 17 अक्टूबर को ही जालंधर पहुंचा है। उसके जालंधर पहुंचने के पांच दिन बाद ही फादर की मौत की खबर आई है।

अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान हुए ट्रेन हादसे से अब भी लोग नहीं उबर पाए हैं। अमृतसर ट्रेन हादसे में 61 लोगों की जान चली गई और कुछ लोग अपनों से बिछड़ भी गए। एक ओर जहां, अभी भी ऐसे कई परिवार अथवा लोग हैं, जिन्हें अपनों का इंतजार है और वहीं, हादसे में घायल मिला एक बच्चा ऐसा भी है, जिसे अब तक उनके अपने लेने नहीं आए हैं। दरअसल, रावण दहन के दौरान अमृतसर ट्रेन हादसे में घायलों में एक ऐसा बच्चा भी है, जिसे लेने के लिए अभी तक उसका परिवार सामने नहीं आया है।

बता दें कि दशहरा के दिन रावण दहन देखने के दौरान लोग ट्रैक पर खड़े थे, तभी ट्रेन आई और उन्हें कुचलती हुई चली गई। इस घटना में अब तक 61 की मौत हुई है और 50 से अधिक घायल हैं। दरअसल, अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में एक 10 महीने का बच्चा इस हादसे में अपनों से बिछड़ गया। ये मासूम रात को रेलवे ट्रैक पर मिला था। लेकिन अब तक बच्चे के माता पिता का पता नहीं चला है। बच्चे का इलाज गुरु नानक देव अस्पताल में चल रहा है। बच्चे की हालत ठीक है।

अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा लगातार फूट रहा है। अमृतसर ट्रेन हादसे में सुरक्षा व्यवस्थआ में पुलिस की खामियों को लेकर यहां के स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और वे लोग घटना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, शनिवार की रात को भी इनका प्रदर्शन जारी रहा। बताया जा रहा है कि रविवार को भी ये लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल यानी की रेलवे ट्रैक के पास जमा हैं। इनका कहना है कि सरकार लोगों की मौत के आंकड़े को कम बता रही है। साथ ही मामले में कार्रवाई करने में देरी की जी रही है।

इसके अलावा रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पुलिस की खामियों को लेकर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल और आसपास के इलाके में तनाव की स्थिति है। यही वजह है कि भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अमृतसर ट्रेन हादसे में राहण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आकर 61 लोगों की मौत हो गई है। इसमें अभी भी कई घायल हैं। इस हादसे के कई कारण बताए जा रहे हैं। मगर स्थानीय प्रशासन, रेलवे, आयोजक सभी अपनी ज़िम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं।

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