अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में दशहरा के दिन रावण दहन के दौरान हुए ट्रेन हादसे से अब भी लोग नहीं उबर पाए हैं। अमृतसर ट्रेन हादसे में 61 लोगों की जान चली गई और कुछ लोग अपनों से बिछड़ भी गए। एक ओर जहां, अभी भी ऐसे कई परिवार अथवा लोग हैं, जिन्हें अपनों का इंतजार है और वहीं, हादसे में घायल मिला एक बच्चा ऐसा भी है, जिसे अब तक उनके अपने लेने नहीं आए हैं। दरअसल, रावण दहन के दौरान अमृतसर ट्रेन हादसे में घायलों में एक ऐसा बच्चा भी है, जिसे लेने के लिए अभी तक उसका परिवार सामने नहीं आया है।
बता दें कि दशहरा के दिन रावण दहन देखने के दौरान लोग ट्रैक पर खड़े थे, तभी ट्रेन आई और उन्हें कुचलती हुई चली गई। इस घटना में अब तक 61 की मौत हुई है और 50 से अधिक घायल हैं। दरअसल, अमृतसर के गुरुनानक देव अस्पताल में एक 10 महीने का बच्चा इस हादसे में अपनों से बिछड़ गया। ये मासूम रात को रेलवे ट्रैक पर मिला था। लेकिन अब तक बच्चे के माता पिता का पता नहीं चला है। बच्चे का इलाज गुरु नानक देव अस्पताल में चल रहा है। बच्चे की हालत ठीक है।
मगर अस्पताल और प्रशासन का कहना है कि अगर अगले दो दिन इस बच्चे के परिवार का पता नहीं चलता है, तो बच्चे को एडॉप्शन सेंटर भेज दिया जाएगा।
अस्पताल ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
अभी बच्चा गुरु नानक देव अस्पताल में है और उस बच्चे को परिवार से मिलाने के लिए अस्पताल ने मीडिया से भी मदद मांगी है। इसके लिए अस्पताल ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, ताकि उस बच्चे को उसके परिवार वालों के पास पहुंचाया जाए।
हेल्पलाइन नंबर है- 0183-2220205।
बता दें कि पंजाब के अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद से स्थानीय लोगों का गुस्सा लगातार फूट रहा है। अमृतसर ट्रेन हादसे में सुरक्षा व्यवस्थआ में पुलिस की खामियों को लेकर यहां के स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और वे लोग घटना स्थल पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं, शनिवार की रात को भी इनका प्रदर्शन जारी रहा। बताया जा रहा है कि रविवार को भी ये लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल यानी की रेलवे ट्रैक के पास जमा हैं। इनका कहना है कि सरकार लोगों की मौत के आंकड़े को कम बता रही है। साथ ही मामले में कार्रवाई करने में देरी की जी रही है। इसके अलावा रावण दहन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पुलिस की खामियों को लेकर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।