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करतारपुर: पंजाब सरकार में मंत्री एसएस रंधावा ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर लगाए गए शिलान्यास के पत्थर पर अपने, सीएम और पंजाब के अन्य मंत्रियों के नाम पर काला टेप लगा दिया। उन्होंने कहा, 'इस पत्थर पर प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल के नाम होने के विरोध में मैंने ऐसा किया है। उनके नाम यहां क्यों हैं? वे कार्यकारिणी के हिस्सा नहीं हैं, न ही यह भाजपा-अकाली पार्टी का इवेंट है।' इसके साथ ही रंधावा ने हरसिमरत कौर बादल पर भी निशाना साधा है।

उन्होंने कौर पर उस बयान को लेकर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को 'कौम का गद्दार' कहा था। रंधावा ने कहा, 'सिद्धू को कौम का गद्दार कहने वालीं हरसिमरत कौर बादल अब खुद पाकिस्तान जा रही है, अब वो क्या मुंह लेकर वहां जाएंगी।' उन्होंने यह भी कहा कि जब अकाली दल सत्ता में थी, तो करतारपुर कॉरिडोर को लिए कोई कदम नहीं उठाया, लेकिन अब वो पाकिस्तान जा रही हैं।

नई दिल्ली: पाकिस्तान में 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को लेकर दिए गए न्यौते को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। वे कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। अमरिंदर सिंह ने वहां न जाने की वजह राज्य में लगातार हो रहे आतंकवादी हमले और पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से भारतीय जवानों पर किए जा रहे गोलीबारी बताया है। वहीं दूसरी ओर, पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाएंगे।

नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की तरफ से करतारपुर कोरिडोर कार्यक्रम मे शामिल होने के न्यौते पर जवाब देते हुए लिखा- “मैं आपके साथ इस ऐतिहासिक मौके पर मुलाकात करूंगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत के लिए मेरा आवेदन विदेश मंत्रालय के पास है।”

नई दिल्ली: पंजाब के पठानकोट में तीन-चार संदिग्धों की जानकारी मिली है। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हो गई हैं। पंजाब पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने चार लोगों की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलने और एक लावारिस कार पाए जाने के बाद सीमावर्ती जिलों पठानकोट और गुरदासपुर में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा पठानकोट के सैदिपुर गांव और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जम्मू एवं कश्मीर राज्य के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली एक मारुति-सुजुकी आल्टो कार बमियाल इलाके में पाई गई है।

पुलिस ने कहा कि जब पुलिस बैरियर के पास जांच के लिए पुलिस कर्मचारियों ने संदिग्ध लोगों से वाहन रोकने को कहा तो वे उसे छोड़कर फरार हो गए। वहीं, इससे पहले पंजाब के सीमावर्ती इलाके में एक टैक्सी को चार संदिग्ध लोगों द्वारा बंदूक की नोक पर अगवा करने के बाद पुलिस ने 14 नवंबर को एक बड़ा तलाशी अभियान चलाया था।

नई दिल्ली: दशहरा की रात अमृतसर में हुए रेल हादसे में रेलवे को क्लीन चिट मिल गई है। इस हादसे में 61 लोग मारे गए थे। रेलवे सुरक्षा के मुख्य आयुक्त (सीसीआरएस) ने रेलवे को क्लीन चिट दे दी है। जांच में सीसीआरएस ने कहा है कि हादसा लोगों की लापरवाही की वजह से हुआ। दशहरा का मेला देखने के लिए धोबी घाट के रेलवे ट्रैक पर खड़े लोग लापरवाह थे।

जांच रिपोर्ट में सीसीआरएस ने यह भी सिफारिश की है कि ऐसे आयोजन के पहले जिला प्रशासन व आयोजकों द्वारा मेला, रैली के बारे में पूर्व सूचना रेलवे प्रशासन को देनी चाहिए। ताकि रेलवे उचित सावधानी बरत सके। याद दिला दें कि अमृतसर में यह बड़ा रेल हादसा 19 अक्टूबर को जोडा रेलवे फाटक के समीप हुआ था। जहां दशहरे की आतिशबाजी देखने के लिए करीब 1,000 लोगों की भीड़ एकत्र हुई थी। लोगों की भीड़ रेल पटरियों पर फैल गई थी। आतिशबाजी की चमक और शोरगुल के बीच लोगों ने जलंधर-अमृतसर डीएमयू ट्रेन को न देखा न ही सुना। रफ्तार से आ रही ट्रेन की चपेट में आकर 61 लोगों ने जान गंवा दी थी। हादसे में 143 लोग घायल हुए थे।

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