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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी, जो कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पूर्व सहयोगी थे, को 2018 में एक सुरक्षा कर्मचारी की मौत के मामले में पुलिस ने आज तलब किया। गोली लगने से उस व्यक्ति की मौत हो गई थी। अधिकारी को सोमवार को सीआईडी आफिस आने के लिए कहा गया है। साल 2018 में गोली लगने से सुरक्षा कर्मी की मौत के मामले में पूछताछ के लिए अधिकारी को तलब किया गया है। सीआईडी सुरक्षा कर्मचारियों की मौत को लेकर अधिकारी से पूछताछ करने जा रही है। सीआईडी जांच कर रही है कि मौत आत्महत्या के कारण हुई या यह फाउल प्ले था।

सुवेंदु अधिकारी को सोमवार को राज्य के आपराधिक जांच विभाग के समक्ष पेश होने को कहा गया है। एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि सुरक्षाकर्मी की मौत आत्महत्या से हुई या कोई और इसमें शामिल था। कोयला तस्करी से जुड़े एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी को सोमवार, 6 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया था। डायमंड हार्बर के सांसद की पत्नी रुजीरा बनर्जी को भी एक सितंबर को नई दिल्ली में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परंपरागत सीट भवानीपुर में 30 सितंबर को उपचुनाव होगा। चुनाव आयोग ने शनिवार दोपहर को यह जानकारी दी। आयोग ने अधिसूचना में कहा कि तीन अक्टूबर को वोटों की गिनती की जाएगी। इसी तारीख (30 सितंबर) को पश्चिम बंगाल के समसेरगंज, जंगीपुर और पिपली (ओडिशा) में भी उपचुनाव होंगे। तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री बन रहने के लिए इस सीट से चुनाव जीतना होगा। हालांकि, चुनाव आयोग ने कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए 31 अन्य सीटों पर चुनाव को टाल दिया है।

चुनाव आयोग ने कहा, " संवैधानिक आवश्यकताओं और पश्चिम बंगाल के विशेष अनुरोध पर विचार करते हुए विधानसभा क्षेत्र 159- भवानीपुर के लिए उपचुनाव कराने का निर्णय लिया गया है। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए आयोग द्वारा कोविड से बचाव के लिए भरपूर सावधानी के रूप में बहुत सख्त मानदंड बनाए गए हैं।"

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हत्या और महिलाओं के साथ किए गए अपराधों की जांच सीबीआई को सौंपने के कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका (एसएलपी) दाखिल कर दी है, लेकिन  अभी सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री की ओर से इस याचिका का परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण का काम पूरा होने के बाद मामले को सूचीबद्ध किया जाएगा।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने अपने 19 अगस्त के आदेश में कहा था कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग समिति की रिपोर्ट में बताए गए हत्या या महिलाओं से बलात्कार से संबंधित सभी मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए। हाईकोर्ट ने कहा था कि राज्य को मामलों के सभी रिकॉर्ड सीबीआई को सौंपनी चाहिए। साथ ही हाईकोर्ट ने एनएचआरसी समिति की रिपोर्ट में उल्लेखित अन्य सभी मामलों को जांच अदालत की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने का निर्णय लिया था।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में बगदा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बिस्वजीत दास ने तृणमूल पार्टी ज्वाइन कर ली है। दास तीसरे ऐसे भाजपा विधायक हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद टीएमसी ज्वाइन की है। दास भाजपा से पहले टीएमसी में ही थे, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए थे। सोमवार को बिष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष टीएमसी में लौट आए थे। इनसे पहले 11 जून को मुकुल रॉय ने टीएमसी पार्टी ज्वाइन की थी।

मालूम हो कि टीएमसी के दो बार के विधायक दास ने 2019 में भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनावों में बगदा से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होने के बाद कहा, “मैंने कभी भी भाजपा में सहज महसूस नहीं किया। मैं बहुत पहले तृणमूल कांग्रेस में लौटना चाहता था। भाजपा ने बंगाल के लिए कुछ नहीं किया।” बता दें, पश्चिम बंगाल चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटें जीती थी। दास के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब भाजपा की 72 सीटें ही बची हैं।

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