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नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी छोड़ने वाली सुष्मिता देव तृणमूल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। सोमवार को ही कोलकाता में उन्‍होंने टीएमसी की सदस्‍यता ग्रहण की। इस मौके पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी व डेरेके ओ'ब्रायन मौजूद थे। टीएमसी के एक सूत्र ने बताया, 'सुष्मिता, असम में तृणमूल कांग्रेस पार्टी का चेहरा होंगी।' गौरतलब है कि सुष्मिता असम के सिलचर से कांग्रेस सांसद रह चुकी हैं, जहां एक समय उनके पिता संतोष मोहन देव की मजबूत पकड़ थी।

पूर्व कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने की जानकारी दी थी। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को हराने के लिए महागठबंधन तैयार कर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी भाजपा को दोबारा सत्ता में आने से नहीं रोक सकी। सुष्मिता देव कांग्रेस की महिला इकाई की अध्यक्ष भी थी। उन्होंने पार्टी से जुड़े व्हाट्सएप ग्रुप को भी छोड़ दिया है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी)के तहत होने वाली सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की परीक्षा में पूछे गए सवाल पर भाजपा पर हमला बोला है। दरअसल सीएपीएफ की बीती 8 अगस्त को हुई परीक्षा में बंगाल (में चुनावी हिंसा को लेकर सवाल किया गया था। परीक्षा में एक प्रश्न- ''बंगाल चुनाव हिंसा पर करीब 200 शब्दों में प्रतिवेदन'' लिखने के लिए दिया गया था। इस प्रश्न पर टीएमसी ने भाजपा पर निशाना साधा है। खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि भाजपा यूपीएससी जैसे संस्थाओं को बर्बाद कर देगी।

बताते चलें कि 8 अगस्त को हुई सीएपीएफ की परीक्षा में पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा के साथ-साथ केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ा सवाल भी था।

ममता बनर्जी ने इन सवालों को 'भाजपा' का सवाल करार देते हुए यूपीएससी की खिंचाई की है। उन्होंने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) निष्पक्ष हुआ करता था। अब इसके प्रश्नपत्रों में भाजपा सवाल दे रही है।

कोलकाता: हाल ही में अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापसी करने वाले मुकुल रॉय अब भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने दिलो-दिमाग से पूरी तरह नहीं निकाल पाए हैं। विधानसभा चुनाव में कृष्णानगर नॉर्थ सीट से भाजपा की टिकट पर विधायक बने मुकुल रॉय ने शनिवार को यह कहकर सभी को चौंका दिया कि आने वाले उपचुनाव में भाजपा की जीत होगी। हालांकि, उन्होंने अपनी गलती सुधारने में देर नहीं की, लेकिन भाजपा ने इसे लपकते हुए कहा है कि उन्होंने ना चाहते हुए भी सच कह दिया है।

मुकुल रॉय ने टीएमसी दफ्तर में कहा, ''विधानसभा उपचुनाव भाजपा आसानी से जीत लेगी। यह त्रिपुरा में जीतेगी। इसमें तनिक भी संदेह नहीं है।'' वहां मौजूद लोग हैरान रह गए और पूर्व रेल मंत्री ने फौरन खुद गलती सुधाते हुए कहा, ''तृणमूल कांग्रेस बेशक उपचुनाव जीतेगी। भाजपा को शिकस्त दी जाएगी। मां, माटी, मानुष पार्टी (टीएमसी) यहां जीतेगी और त्रिपुरा में भी खाता खोलेगी।'' मुकुल रॉय ने आगे कहा, ''भाजपा राज्य में कहीं नहीं रहेगी। उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दिया जाएगा। ममता बनर्जी बंगाल की कमान संभालती रहेंगी।''

कोलकाता: ममता बनर्जी यदि 90 दिन में पश्चिम बंगाल में विधायक नहीं बनीं तो मुख्यमंत्री का पद उन्हें छोड़ना होगा। नंदीग्राम में शुभेंदु अधिकारी से चुनाव हारकर भी मुख्यमंत्री बनी ममता को 5 नवंबर तक उपचुनाव के सहारे विधायक बनना होगा। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) चाहती है कि राज्य में जल्द उपचुनाव कराए जाएं। टीएमसी के मंत्रियों का एक दल शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब से मिला और सात सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रक्रिया तेज करने की अपील की। पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने यह जानकारी दी।

टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल ने आफताब से अनुरोध किया कि जल्द से जल्द से उपचुनाव के तारीख का एलान किया जाए, क्योंकि इस समय कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। चटर्जी ने कहा, ''हमने सीईओ से गुजारिश की कि चुनाव के लिए तारीख का एलान किया जाए और दो सीटों के लिए चुनाव और 5 विधानसभा सीटों के लिए जल्द से जल्द उपचुनाव कराए जाएं।''

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