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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उपचुनाव की तारीखों का एलान होते ही भाजपा ने प्रतिशोध की अपनी राजनीति का अनुसरण करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। भवानीपुर उपचुनाव के लिए चुनाव अभियान शुरू करने वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने यह आरोप भी लगाया कि भगवा पार्टी राजनीतिक कारणों से पार्टी महासचिव व उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को निशाना बना रही है। ममता ने दावा किया कि अभिषेक के खिलाफ कोई वैध मामला नहीं है।

दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को अभिषेक बनर्जी से पश्चिम बंगाल में कथित कोयला घोटाले से संबंधित धनशोधन मामले में करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी। ममता ने कहा, “हम केवल यह जानते हैं कि हमने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सभी बाधाओं का सामना करते हुए किस तरह लड़ाई लड़ी। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा दूसरे राज्यों से गुंडों को लेकर आई थी। मुझे यह उपचुनाव इसलिए लड़ना पड़ा क्योंकि मेरे खिलाफ (नंदीग्राम में) साजिश रची गई थी।''

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में होने जा रहे उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी भवानीपुर सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पार्टी ने इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला लिया है। बता दें कि इसी सीट पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपचुनाव के मैदान में उतरने जा रही हैं। 

बंगाल में 30 सितंबर को उपचुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल के सीएम पद पर बने रहने के लिए उप-चुनाव में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। ऐसे में ममता बनर्जी इसी सीट के उपचुनाव जीतकर विधानसभा की सदस्यता हासिल करना चाहती हैं। वहीं भाजपा भी इस सीट पर उम्मीदवार उतारने के लिए छह-छह नामों पर चर्चा कर चुकी है। बता दें कि दो दिन पहले ही तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के भवानीपुर सीट, जंगीपुर सीट पर जाकिर हुसैन और समसेरपुर सीट पर अमीरुल इस्लाम को उतारने के फैसले की जानकारी दी थी।

कोलकाता: विधानसभा चुनाव में हार के बाद से भाजपा बंगाल में लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। अब टीएमसी के वरिष्ठ नेता और  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी मुकुल रॉय ने बड़ा खुलासा किया है। मुकुल रॉय ने दावा किया है कि उनके संपर्क में करीब 24 भाजपा के विधायक हैं जो टीएमसी में आने को तैयार हैं। रॉय ने कहा कि ऐसे विधायकों और नेताओं की लंबी सूची है जो टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं। 

दरअसल, मुकुल रॉय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब एक हफ्ते के भीतर तीन विधायकों ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा है। कालियागंज से भाजपा विधायक सौमेन रॉय, बागदा से भाजपा विधायक विश्वजीत दास और विधायक तन्मय घोष भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। हाल ही में भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल होने वाले तीनों विधायक मुकुल रॉय के काफी करीबी हैं। इसी साल जून में खुद मुकुल रॉय भाजपा छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे। वह चार साल पहले टीएमसी से भाजपा में गए थे।

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पूछताछ के लिए टीएमसी महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय पहुंचे। मीडिया से बातचीत में अभिषेक ने कहा कि उन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था, उसी आधार पर वह ईडी के समक्ष पेश हुए। उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय एजेंसी को जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

बहरहाल, अब जानकारी आ रही है कि बनर्जी से ईडी ने करीब नौ घंटे की पूछताछ की। ईडी के सवालों का जवाब देकर दफ्तर से बाहर आए अभिषेक बनर्जी ने सीधे भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ लड़ता है उसे परेशान किया जाता है। यह मामला कोलकाता से सामने आया है, मुझे दिल्ली तलब किया गया है। मुझसे पिछले 8 घंटों से लगातार सवाल पूछे जा रहे हैं। पहले दिन से, मैं अपने खिलाफ सबूत, यदि कोई हो तो, सार्वजनिक करने के लिए कह रहा हूं।

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