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कोलकाता: हाल में मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले बंगाल के आसनसोल से भाजपा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो आखिरकार शनिवार को नाटकीय ढंग से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में कोलकाता में उन्होंने तृणमूल का दामन थामा। अभिषेक ने बाबुल का पार्टी में स्वागत किया।

तृणमूल कांग्रेस की ओर से ट्वीट करके भी इसकी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि सांसद बाबुल सुप्रियो के तृणमूल परिवार में शामिल होने पर हम उनका बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। पश्चिम बंगाल टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने बाबुल सुप्रियो के टीएमसी में शामिल होने पर कहा कि भाजपा के बहुत से नेता टीएमसी के साथ संपर्क में हैं। वे भाजपा में संतुष्ट नहीं हैं। अब ये टीएमसी में शामिल होने की प्रक्रिया चलती रहेगी।

कोलकाता: ऐसे समय में जहां पूरा विपक्ष 2024 के आम चुनाव से पहले एक भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के बंगाली मुखपत्र, 'जागो बांग्ला' में छपी एक आर्टिकल ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। इसमें लिखा गया है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी के विकल्प के रूप में उभरने में फेल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प है तो वह हैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। शुक्रवार को अखबार की प्रमुख शीर्षक में लिखा गया है कि 'राहुल गांधी असफल, केवल ममता वैकल्पिक चेहरा'।

टीएमसी ने दी सफाई तो प्रदेश कांग्रेस ने किया पलटवार
वहीं इस आर्टिकल पर बवाल होता देख टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने सफाई देते हुए कहा कि पार्टी कांग्रेस की अनदेखी नहीं कर रही, केवल यह कह रही है कि ममता बनर्जी पीएम मोदी का मुकाबला करने के लिए संभावित विपक्षी चेहरा हो सकती हैं।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद कथित हिंसा की जांच कर रही सीबीआई ने नंदीग्राम में ममता बनर्जी के इलेक्शन एजेंट रहे शेख सुफियान को गुरुवार को तलब किया है। नंदीग्राम में चुनाव परिणाम के बाद हिंसा के मामले में शेख को पूछताछ के लिए बुलाया है। ममता बनर्जी इस सीट पर चुनाव हार गई थीं।

रिपोर्ट के मुताबिक, मामला देबब्रत मैती पर हमले से संबंधित है। 3 मई को उन पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था। 10 दिन बाद इलाज के दौरान मैती की अस्पताल में मौत हो गई थी। नंदीग्राम में ममता बनर्जी और भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था, जिसमें ममता को हार का सामना करना पड़ा था। 

बता दें कि टीएमसी नेता सुफियान ने ही ममता पर चुनाव प्रचार के दौरान कथित हमले की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच एजेंसी ने चुनाव बाद हिंसा के मामले में एक और हत्या संबंधी जांच शुरू की है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में इसी महीने होने वाले उपचुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं। खासकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भवानीपुर से लड़ने के एलान के बाद यह चुनाव और ज्यादा दिलचस्प हो गए हैं। बंगाल का सीएम बने रहने के लिए ममता का अपनी पारंपरिक भावनीपुर सीट से जीतना जरूरी है, वर्ना वे विधायक न बन पाने के चलते मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगी। इस बीच भाजपा ने ममता को सीएम पद से हटाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। उनके खिलाफ प्रियंका टिबरेवाल को उतारने के बाद अब भाजपा के एक एजेंट ने चुनाव आयोग से ममता का नामांकन रद्द करने की मांग की है। 

भवानीपुर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल के चुनावी एजेंट ने यहां के रिटर्निंग अफसर को चिट्ठी लिख कर ममता बनर्जी के नामांकन पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि ममता ने जो हलफनामा दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपने ऊपर चल रहे पांच आपराधिक मामलों का जिक्र नहीं किया। भाजपा एजेंट सजल घोष ने अपनी चिट्ठी में उन मामलों का भी जिक्र किया और बताया कि उन पर कहां-कहां केस दर्ज हैं।

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