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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा को पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने दोनों से बैंक डिटेल भी मांगे हैं। ईडी ने कोयला घोटाले मामले में पूछताछ के लिए अभिषेक बनर्जी को 6 सितंबर को हाजिर होने को कहा है, जबकि उनकी पत्नी को 1 सितंबर को पेश होने को कहा है। इन दोनों के अलावा तीन अन्य लोगों को भी समन जारी किया गया है।

अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी में ऐसी कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों से फंड ट्रांसफर करवाए हैं जो कोयला घोटाले में शामिल रहे हैं। आरोप यह भी हैं कि फंड के एवज में उन कंपनियों से बोगस अग्रीमेंट करवाए गए थे। अभिषेक के पिता अमित बनर्जी भी उनमें से एक कंपनी में डायरेक्टर हैं। कोयला घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है।

सूत्रों के मुताबिक रुजिरा बनर्जी की कंपनी लीपस एण्ड बॉड मैनेजमेंट सर्विस एलएलपी संदेह के घेरे में है, इसके कुछ बैंकिंग ट्रांजैक्शन्स पर सीबीआई और ईडी को शक है।

अभिषेक बनर्जी ने ये कंपनी अपनी मां लता के नाम पर बनाई थी। दूसरी कंपनी उन्होंने मार्च 2017 में बनाई थी। इन कंपनियों में उनकी पत्नी, साली और पिता अमित बनर्जी पार्टनर और निदेशक हैं।

क्या है कोयला घोटाला?
पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआई की कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार और आपराधिक विश्वासघात का मामला दर्ज किया था। ईसीएल सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला खनन करती है।

यह मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी संख्या में गाड़ियां खड़ी हैं। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। उस इलाके में कई अवैध भार मापक मशीनें भी लगी हुई थीं। इससे साफ पता चल रहा था कि अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संगठित तौर पर संचालित हो रहा है।

सीबीआई ने इस मामले में अनूप मांझी को सरगना बताया था। इनके अलावा ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, ईसीएल के चीफ सिक्योरिटी इन्स्पेक्टर तन्मय दास और एरिया सिक्योरिटी इन्स्पेक्टर धनंजय राय और सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी को भी सीबीआई ने नामजद किया था। आरोप है कि ये सभी सत्ता के संरक्षण में कोयला चोरी करवा रहे थे।

ईडी के सामने किसे कब पेश होना है?
01/09/21 - रुजीरा बनर्जी
03/09/21 - संजय बसु
06/09/21 - अभिषेक बनर्जी
08/09/21 - श्याम सिंह (डीआईजी मिदनापुर रेंज)
09/09/21 - ज्ञानवंत सिंह (एडीजी सीआईडी)

 

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