ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

कोलकाता: कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी को बड़ी राहत दी है। हाईकोर्ट ने अधिकारी को गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया है। हाईकोर्ट ने कहा, 'अदालत की मंजूरी के बिना मौजूदा और भविष्‍य के केसों में अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। 'दरअसल, वर्ष 2018 के सिक्‍युरिटी स्‍टाफ की मौत से संबंधित मामले में शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ समन जारी किया गया था। शुभेंदु इस मामले में आज बंगाल पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए थे।

शुभेंदु अधिकारी के वकीलों ने पूछा था कि कलकत्ता उच्च न्यायालय में मामला लंबित होने के दौरान भाजपा नेता को समन कैसे जारी किया गया। अदालत ने उन्हें बंगाल सरकार द्वारा दायर पांच प्राथमिकी पर राहत दी है। सोमवार सुबह सीआईडी मुख्यालय से बुलावा आने के बाग सुवेंदु अधिकारी ने अदालत में विशेष अपील दायर की थी।

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने आज कहा कि वह कथित धनशोधन मामले की जांच के लिए तैयार हैं जिसके लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें नई दिल्ली तलब किया है। डायमंड हार्बर के सांसद ने कहा यदि उनके खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो वह सार्वजनिक रूप से सूली पर चढ़ने को तैयार हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों की मिलीभगत से पश्चिम बंगाल के आसनसोल इलाके में खदानों से कोयले की कथित चोरी की जांच के सिलसिले में कल नई दिल्ली में ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।

उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी को भी 1 सितंबर को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। हालांकि, उन्होंने इंकार कर दिया। उन्होंने अपने दो छोटे बच्चों का हवाला देते हुए ईडी से उनके कोलकाता स्थित घर पर पूछताछ करने को कहा। अभिषेक बनर्जी ने नई दिल्ली के रास्ते में कोलकाता हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, "मैंने नवंबर में जनसभाओं में जो कहा था, मैं दोहराता हूं। अगर कोई केंद्रीय एजेंसी 10 पैसे के किसी भी अवैध लेनदेन में मेरी संलिप्तता साबित कर सकती है, तो सीबीआई या ईडी जांच की कोई आवश्यकता नहीं होगी। मैं मंच पर सार्वजनिक रूप से फांसी के लिए तैयार हूं।"

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में उपचुनाव के एलान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश करेंगी। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए ममता को उप-चुनाव में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। अन्य सीटों में टीएमसी उम्मीदवार जाकिर हुसैन जंगीपुर और अमिरुल इस्लाम समसेरपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।

राज्य की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 30 सितंबर को होने हैं। इस बीच टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा कि भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारकर भाजपा अपना पैसा बर्बाद न करें। यह चुनाव पूरी तरह एकतरफा होगा। 

तीन अक्तूबर को आएंगे नतीजे
इससे पहले चुनाव आयोग ने चार सितंबर को आंध्र प्रदेश, ओडिशा समेत पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों में उपचुनाव कराने की तारीखों का एलान किया था। चुनाव के नतीजे तीन अक्टूबर को आएंगे। बता दें कि ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से चुनाव मैदान में उतरी थीं, लेकिन उन्हें भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

कोलकाता: भाजपा विधायक सौमेन रॉय शनिवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए और कहा कि उन्हें दो साल पहले राज्य की पार्टी छोड़ने के लिए खेद है। वह अप्रैल-मई विधानसभा चुनाव के बाद से पार्टी छोड़ने और टीएमसी में शामिल होने वाले चौथे भाजपा विधायक हैं। उनके इस्तीफे से 294 सदस्यीय सदन में भाजपा की ताकत घटकर 71 हो गई है।

भाजपा के टिकट पर कालियागंज से चुने गए रॉय ने टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में दीदी के दल में शामिल हुए है। उन्होंने कहा कि वह भगवा खेमे में सहज नहीं थे और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विकास की पहल में भाग लेना चाहते थे। उन्होंने कहा, "हालांकि मैंने टीएमसी छोड़ दी थी, लेकिन मेरा मन और आत्मा टीएमसी के साथ ही रही. मैं इसकी विचारधारा से सहमत नहीं हूं।"

चटर्जी ने कहा, "भाजपा विधायक सौमेन रॉय हमारे पाले में लौट रहे हैं क्योंकि वह बंगाल, खासकर उत्तर बंगाल के विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं।" एक सवाल के जवाब में रॉय ने कहा कि उन्हें टीएमसी छोड़ने का खेद है जिससे वह वर्षों से जुड़े हुए थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख