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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह के घर पर एक बार फिर से बमबारी की गई। इससे पहले आठ सितंबर को भी उनके घर पर बम फेंके गए थे।  सोमवार को ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उस घटना की जांच की थी और उसके अगले ही दिन एक बार फिर से हमला किया गया है। भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने इस घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसके पाले गए गुंडों ने ही यह किया है। हालांकि टीएमसी ने इन आरोपों को खारिज किया है और उल्टे भाजपा सांसद पर ही आरोप लगा दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सांसद ने खुद ही अपने घर पर हमला कराया है ताकि राजनीतिक तौर पर  पब्लिसिटी मिल सके।

इस घटना के बाद अर्जुन सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज मेरे घर के बाहर दूसरी बार बमबारी की गई है। पश्चिम बंगाल सरकार एनआईए को चुनौती दे रही है। डर का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। एनआईए को जांच करनी चाहिए कि ऐसे विस्फोटक कहां से लाए जा रहे हैं। मैंने प्राथमिकी दर्ज करवाई है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के एडवोकेट जनरल किशोर दत्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 165 के तहत उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। इस ट्वीट में धनखड़ ने ममता बनर्जी को भी टैग किया। 

गौरतलब है कि किशोर दत्ता ने फरवरी 2017 में एडवोकेट जनरल का पद संभाला था। उन्होंने चार साल के कार्यकाल के बाद अचानक पद से इस्तीफा देने के पीछे निजी वजहें बताईं। हालांकि, इसका पूरा विवरण नहीं दिया। उनसे पहले बंगाल के एडवोकेट जनरल रहे जयंत मित्रा ने भी सरकार से कुछ विवादों के चलते कार्यकाल पूरा करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह ममता सरकार के पहले एडवोकेट जनरल अनिंद्य मित्रा और उनके बाद इस पर नियुक्त किए गए बिमल चटर्जी ने भी कार्यकाल पूरा करने से पहले इस्तीफा सौंप दिया था। यानी ममता के 2011 में बंगाल की सत्ता में आने के बाद से अब तक चार एडवोकेट जनरल अपना पद छोड़ चुके हैं। 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी आज भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अलीपुर में ममता बनर्जी ने भवानीपुर सीट के लिए नामांकन दाखिल किया। 

इस विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा ने प्रिंयका टिबरेवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है।  प्रियंका टिबरेवाल बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं और 2014 में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। जिसके बाद वह वार्ड पार्षद का चुनाव लड़ी, लेकिन टीएमसी नेता के हाथों वह चुनाव हार गई थीं। 

वहीं, भाजपा ने इस उपचुनाव को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी ने यहां की कमान प.बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह को सौंपी है। इसके अलावा सांसद सौमित्र खान व ज्योतिर्मस सिंह महतो को सह प्रभारी बनाया है। वहीं आठ वार्डों का प्रभार आठ विधायकों को सौंपा गया है। 

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर सीट पर उपचुनाव में सीएम ममता बनर्जी के सामने भाजपा ने प्रियंका टिबरीवाल को उतारा है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के बाद हुई हिंसा के मामले में प्रियंका याचिकाकर्ता और वकील हैं। प्रियंका ने 2020 में भी चुनाव एंटली से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गई थीं। समसेरगंज से भाजपा ने मिलन घोष को उतारा है। जंगीपुर से उम्मीदवार सुजीत दास को उतारा है।

बता दें कि प्रियंका ने चुनाव बाद हिंसा में याचिका दायर की थी। भवानीपुर में ममता बनर्जी को घेरने के लिए भाजपा की बड़ी रणनीति है। बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह को भवानीपुर का ऑब्जर्वर बनाया गया। अर्जुन सिंह के साथ सांसद सौमित्र खान और ज्योतिर्मय सिंह को बनाया। भवानीपुर का इंचार्ज महामंत्री संजय सिंह को बनाया गया है। उनके साथ दो को इंचार्ज बनाया गया है। हर एक वार्ड के लिए भाजपा ने एक-एक विधायक को दी जिम्मेदारी दी है। एक्टर रुद्रनिल घोष को कैम्पेन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है।

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