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पटना: लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के अंदर सीट बंटवारे को लेकर उठापटक खत्म होने से पहले निर्वाचन आयोग की ओर से अधिसूचना की तारीख आ गई। इसे देखते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य की एनडीए सरकार ने मंत्रिमंडल का आकार बढ़ा लिया। शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के 12 और जनता दल यूनाईटेड के नौ मंत्रियों ने शपथ ली। इसके साथ ही मुख्यमंत्री समेत बिहार में मंत्रियों की संख्या 30 हो गई।

जय श्रीराम का जयघोष, सरकार में अब तीन महिला मंत्री

जय श्री राम के जयघोष के बीच राजभवन में शपथ ग्रहण हुआ। इसी साल 28 जनवरी को नाटकीय घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2020 के जनादेश की ओर वापसी करते हुए एनडीए सरकार के मुखिया के तौर पर शपथ ली थी। उनके साथ भाजपा के दो उप मुख्यमंत्री और एक मंत्री बने थे। उनके साथ जदयू के तीन मंत्री बने थे। इनके अलावा जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के एक और एक निर्दलीय विधायक ने मंत्रीपद की शपथ ली थी।

नई दिल्‍ली: बिहार की राजनीति में चाचा और भतीजे की लड़ाई एक नए मुकाम पर पहुंच गई है। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने चाचा पशुपति कुमार पारस की बजाय भतीजे चिराग पासवान पर भरोसा जताया है। पार्टी ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान की पांच सीटों की मांग मान ली है। साथ ही पारस की पार्टी को एक भी सीट नहीं दी है। भाजपा के इस फैसले पर 'राष्‍ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी' के पशुपति कुमार पारस ने आज एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में निराशा जताई और कहा कि हमारा दरवाजा खुला है। हालांकि उन्‍होंने बीजेपी से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह किया है।

पशुपति कुमार पारस ने बीजेपी के पल्‍ला झाड़ने के बाद एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर कहा, "हम एनडीए गठबंधन का हिस्‍सा हैं। हमने बहुत ही ईमानदारी से गठबंधन निभाया है। मैं प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री जी और भाजपा अध्‍यक्ष का सम्‍मान करता हूं। मीडिया के माध्‍यम से जो खबरें आ रही हैं, उसके मुताबिक हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी गई है। इससे हम निराश हैं।"

पटना: बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी गठबंधन की एक बड़ी रैली हुई। इस रैली में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। राजद, वामदल और कांग्रेस की तरफ से मिलकर इस रैली का आयोजन किया गया था। खराब मौसम के बाद भी भारी संख्या में लोग पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में डटे रहे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के नेता सीताराम येचुरी और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ‘जन विश्वास रैली' में शामिल हुए।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि "गांधी मैदान की आज की इस रैली से मैं ये आह्वान करता हूं कि आने वाले लोकसभा के चुनाव में हम भाजपा को नेस्तनाबूद कर देंगे।"

आज देश में विचारधारा की लड़ाई है: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "देश में जब भी बदलाव आता है, तो बिहार में तूफान शुरू होता है। यहां से तूफान बाकी प्रदेशों में जाता है...बिहार देश की राजनीति का नर्व सेंटर है...आज देश में विचारधारा की लड़ाई है।

पटना: राजधानी पटना में रविवार को आयोजित जनविश्वास रैली में लाखों की भीड़ जुटी। इस रैली में राहुल गांधी, अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई दिग्गज पहुंचे। वहीं, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का भाषण सुनने के लिए भीड़ काफी उत्साहित दिखी। इस दौरान लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी जब जनविश्वास यात्रा पर थे व पूरे बिहार का दौरा कर रहे थे तब आप लोगों से कह रहे थे कि रैली में आइएगा, पापा ने बुलाया है। लाखों की संख्या में आप लोग आए हैं, सभी को धन्यवाद। आगे सामंतवाद और मंडल कमीशन का जिक्र किया।

पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी क्या है, क्या चीज है? मोदी परिवारवाद पर बोलते हैं, यह बताओ मोदी जी आपको संतान क्यों नहीं हुआ? तुम्हारे पास परिवार नहीं है। मोदी तुम हिंदू भी नहीं हो। किसी की मां मरती है तो बेटा बाल अपना छिलवाता है। तुम क्यों नहीं छिलवाए? जब तुम्हारी मां का निधन हुआ।

लालू यादव ने कहा कि जो बिहार फैसला लेता है वही देश के लोग अनुकरण करते हैं। मेरा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ, मेरी बेटी यहां रोहिणी आई है। अपनी किडनी हमको दी, जीवन दान दी।

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