ताज़ा खबरें
राहुल गांधी बिहार में 'पलायन रोको, नौकरी दो' यात्रा में करेंगे शिरकत
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 131 दिन बाद खत्म किया अनशन
पीएम मोदी ने पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज 'पंबन' का किया उद्घाटन
बीड मस्जिद विस्फोट मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों पर लगा यूएपीए

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर टापर्स मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। इंटरमीडियट की परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच कराई जा रही है। शिक्षा विभाग पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। इसमें गड़बड़ी में शामिल लोगों की जिम्मेवारी तय की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही नई व्यवस्था ऐसी की जा रही है कि चूक की कोई गुंजाइश ही न बचे। श्री कुमार ने यह बात देशभर में जदयू के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के मौके पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गड़बड़ी आपराधिक मामला भी बनेगा। धांधली की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। शिक्षा विभाग के अंदर के साथ ही बाहर के लोगों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। इस पूरे प्रकरण को शिक्षा विभाग के साथ ही वह अपने स्तर से भी देख रहे हैं। ऐसी व्यवस्था कराई जा रही है कि टॉप टेन में आने वाले छात्रों पर कोई अंगुली न उठा सके। पूरी तरह जांच के बाद ही रिजल्ट जारी होगी। उन्होंने कहा कि पहले की परीक्षा में चोरी की तस्वीर छपी तो ऐसी व्यवस्था की गई कि चोरी की कोई घटना सामने नहीं आई। चोरी रुकी तो अब गड़बड़ी का यह मामला सामने आया है।

पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा शासित राज्यों में शराब बंदी जल्द से जल्द लागू करनी चाहिए। यह मांग उनके कट्टर विरोधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है। नीतीश ने रविवार को पटना में जनता दल यूनाइटेड के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के बाद पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। नीतीश ने साफ किया कि शराब की खरीद, बिक्री को केवल राजस्व की क्षति से जोड़ना गलत है। इससे आम लोगों को होने वाली बचत को नजरअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे पर अपनी नीति साफ करने का आग्रह करते हुए नीतीश ने कहा कि अगर वे इस मुद्दे पर गंभीर हैं तो भाजपा शासित और भाजपा समर्थित राज्यों में जल्द शराब की खरीद-बिक्री पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। बिहार बोर्ड में फर्ज़ी टॉपर्स पर नीतीश ने कहा कि इस मुद्दे पर एक समिति जांच कर रही है। इसके सभी पहलुओं की जांच कर क्रिमिनल मामला दोषियों के खिलाफ दर्ज कराया जाएगा। नीतीश ने माना कि यह शिक्षा माफिया की करतूत है। भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए बिहार सरकार जल्द ठोस कदम उठाएगी। नीतीश ने कहा कि आने वाले वर्षों से सभी टॉपर्स की परीक्षा अलग से लेने का प्रावधान किया जाएगा।

पटना: बिहार में बारहवीं के साइंस और आर्ट्स विषय के पहले सात-सात टॉपर्स की दोबारा परीक्षा का रिज़ल्ट घोषित हो गया है। शुक्रवार को हुई परीक्षा में साइंस विषय के दोनों टॉपर सौरभ और राहुल इसमें फेल हो गए हैं और उन्‍हें कंपार्टमेंटल परीक्षा देने को कहा गया है। वहीं आर्ट्स की टॉपर रूबी को एक हफ्ते के भीतर दोबारा परीक्षा में बैठने को कहा गया है। हाजीपुर के वीएन राय कॉलेज, जहां से सौरभ और रूबी ने टॉप किया था, उसकी मान्‍यता भी रद्द कर दी गई है। इतना ही नहीं, मामले की जांच के लिए तीन सदस्‍यीय समिति का भी गठन किया गया है। कुछ मामूली प्रश्नों का जवाब न दे पाने के बाद इन टॉपर्स को लेकर काफ़ी सवाल उठे जिसके बाद शुक्रवार को इनकी लिखित परीक्षा ली गई। एक्सपर्ट्स की टीम ने इनका इंटरव्यू भी लिया। हालांकि आर्ट्स की टॉपर और पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताने वाली रूबी राय बीमारी का हवाला देते हुए इस परीक्षा में शामिल नहीं हुई। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि कला एवं विज्ञान संकाय के प्रथम सात-सात टापर्स को दोबारा जांच के लिए शुक्रवार को बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि एक छात्रा रूबी राय (कला संकाय में टापर) को छोड़कर शेष 13 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। लालकेश्वर ने बताया कि रूबी राय को अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह का अवसर प्रदान करते हुए उन्हें आगामी 11 जून को उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

पटना: जदयू ने आज (गुरूवार) ‘तीसरे मोर्चे’ के विचार को आज खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और जदयू नेतृत्व द्वारा इसको लेकर चर्चा भी नहीं की गयी। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘थर्ड फ्रंट :तीसरा मोर्चा: जैसा विचार न जेहन में है, न नेता की कोशिशों में है।’ उन्होंने इस विषय को महत्व नहीं देते हुए कहा ‘हम फर्स्ट फ्रंट के लिए कोशिश कर रहे हैं।’ पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास पर अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद त्यागी ने यह भी स्पष्ट किया कि जदयू ने कभी भी न तो नीतीश कुमार को ‘प्रधानमंत्री के उम्मीदवार’ के तौर पर पेश किया और न ही इस आशय का कोई प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने कहा कि अगर लालू प्रसाद, बाबू लाल मरांडी, शरद पवार ने नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर समर्थन करते हैं तो हम उन्हें नहीं रोक सकते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख