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पटना: बिहार इंटरमीडियट परीक्षा के टॉपर घोटाले के कथित सरगना बच्चा राय को शनिवार को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह आत्मसमर्पण करने के लिए वैशाली जिले के भगवानपुर पुलिस थाना पहुंचे। हाजीपुर पुलिस सूत्रों ने बताया कि विवादित बिशुन राय कॉलेज के सचिव सह प्राचार्य बच्चा राय आत्मसमर्पण करने के लिए भगवानपुर पुलिस थाने में पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बिहार में 12वीं कक्षा की मेरिट लिस्ट में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए बनाये गये विशेष जांच दल (एसआईटी) की अगुवाई कर रहे पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने कहा, ‘हम लोगों ने बच्चा राय को गिरफ्तार किया है।’ महाराज ने कहा कि पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी और आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बिहार में इंटरमीडियट के कला संकाय की टॉपर रूबी राय और विज्ञान संकाय के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ का संबंध इसी बिशुन राय कॉलेज से है, जिसके सचिव सह प्राचार्य बच्चा राय हैं। महाराज ने कहा, ‘हम लोग उनसे गहन पूछताछ करेंगे।’ राजद के विदित समर्थक बच्चा राय मामले में कथित तौर पर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे। वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने हाल ही में आरोप लगाया था कि हर कोई ये जानता है कि वैशाली के राघोपुर और महुआ सीट पर तेजस्वी यादव और तेजप्रताप की जीत सुनिश्चित करने के लिए बच्चा राय ने लालू प्रसाद से अधिक मेहनत की थी।

पटना: पुलिस ने बारहवीं टॉपर प्रकरण के संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जबकि बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और इस मामले के मुख्य आरोपी बिशुन राय कालेज के प्राचार्य बच्चा राय अब भी फरार चल रहे हैं। पटना के एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि गिरफ्तार करके जेल भेजे जाने वालों में पटना के राजेंद्र नगर के गवर्नमेंट बॉयज हाई स्कूल के प्राचार्य सह केन्द्र अधीक्षक विकेश्वर प्रसाद यादव, इसी स्कूल के गणित के शिक्षक संजीव कुमार सुमन, सेक्शन आफीसर शंभु नाथ दास, सहायक रंजीत कुमार मिश्रा और हाजीपुर के जीए इंटर कालेज की प्रधाध्यापक सह केन्द्र अधीक्षक शैल कुमारी शामिल हैं। इस मामले की एसआईटी जांच का नेतृत्व कर रहे एसएसपी ने कहा कि लालकेश्वर प्रसाद सिंह और बच्चा राय फरार हैं। उन्होंने कहा, ‘दो फरार लोगों के नामों को प्राथमिकी में शामिल करने की प्रक्रिया फिलहाल चल रही है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि उनके खिलाफ काफी सबूत हैं।’

पटना: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार सरकार के इस दावे को स्वीकार करने से इंकार किया कि राज्य पशुधन निदेशालय से चोरी हुई करीब 500 फाइलें चारा घोटाले से जुड़ी नहीं थीं। भाजपा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद प्रमुख लालू प्रसाद तथा अन्य आरोपियों को एक हजार करोड़ रूपये से अधिक के घोटाले में बचाने का प्रयास कर रहे हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने इस मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग करते हुए एक बयान में दावा किया, ‘500 से अधिक चोरी हुई फाइलें चारा घोटाले से जुड़ी हैं।’

नई दिल्ली: जदयू ने नीलगायों को मारने के मामले में केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी पर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाते हुए इसकी आलोचना की और बिहार के किसानों के हित में इस पशु को मारे जाने के कदम का समर्थन किया। जदयू प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने कहा, मेनका गांधी नीलगायों को मारने के मामले में अनावश्यक विवाद पैदा कर रही हैं। अगर उन्हें नीलगायों की इतनी ही चिंता है तो मैं उनसे अनुरोध करंगा कि वह मोकामा टाल इलाके में आएं और हम उन्हें नीलगायों के साथ गर्मजोशी से विदा करेंगे जिन्हें वह अपने बंगले या चिड़ियाघर में रख सकती हैं। कुमार ने कहा कि पशु अधिकार कार्यकर्ता और केंद्रीय मंत्री मेनका को इसके बजाय अपने मंत्रालय के बारे में अधिक चिंता करनी चाहिए। पशुओं को मारने से मानव-पशु संघर्ष में कमी लाने में मदद नहीं मिलेगी: पशु अधिकार संस्थाएं नीलगाय सहित पशुओं के कत्ल के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और प्रकाश जावड़ेकर के आमने-सामने आने के बाद पशु अधिकार संस्थाओं ने पर्यावरण मंत्रालय के रूख पर हैरत जताते हुए कहा कि इस तरह पशुओं की हत्या करने से मानव-पशु संघर्ष को कम करने में मदद नहीं मिलेगी। बहरहाल, पिछले साल मानव-वन्यजीव संघर्ष में 500 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का जिक्र करते हुए पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण कानून, 1972 में मानक परिचालन प्रक्रियाएं तय की गई हैं और मानव-पशु संघर्ष के वैज्ञानिक प्रबंधन की अनुमति उत्तराखंड, बिहार और हिमाचल प्रदेश को दी गई है।

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