पटना: बिहार में बारहवीं के साइंस और आर्ट्स विषय के पहले सात-सात टॉपर्स की दोबारा परीक्षा का रिज़ल्ट घोषित हो गया है। शुक्रवार को हुई परीक्षा में साइंस विषय के दोनों टॉपर सौरभ और राहुल इसमें फेल हो गए हैं और उन्हें कंपार्टमेंटल परीक्षा देने को कहा गया है। वहीं आर्ट्स की टॉपर रूबी को एक हफ्ते के भीतर दोबारा परीक्षा में बैठने को कहा गया है। हाजीपुर के वीएन राय कॉलेज, जहां से सौरभ और रूबी ने टॉप किया था, उसकी मान्यता भी रद्द कर दी गई है। इतना ही नहीं, मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का भी गठन किया गया है। कुछ मामूली प्रश्नों का जवाब न दे पाने के बाद इन टॉपर्स को लेकर काफ़ी सवाल उठे जिसके बाद शुक्रवार को इनकी लिखित परीक्षा ली गई। एक्सपर्ट्स की टीम ने इनका इंटरव्यू भी लिया। हालांकि आर्ट्स की टॉपर और पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस बताने वाली रूबी राय बीमारी का हवाला देते हुए इस परीक्षा में शामिल नहीं हुई। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि कला एवं विज्ञान संकाय के प्रथम सात-सात टापर्स को दोबारा जांच के लिए शुक्रवार को बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि एक छात्रा रूबी राय (कला संकाय में टापर) को छोड़कर शेष 13 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। लालकेश्वर ने बताया कि रूबी राय को अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह का अवसर प्रदान करते हुए उन्हें आगामी 11 जून को उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि शेष शीर्ष 13 परीक्षार्थियों में से 11 को शीर्ष योग्य पाया गया और दो सौरभ श्रेष्ठ (विज्ञान संकाय में टापर रहे) तथा राहुल कुमार (विज्ञान संकाय में तीसरे स्थान पर रहे) को मापदंड के अनुसार नहीं पाए जाने के कारण उनके परीक्षा परिणाम को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। सौरभ और राहुल का स्तर मापदंड के अनुसार नहीं, बहुत सामान्य था। लालकेश्वर ने बताया कि इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त उच्च स्तरीय जांच समिति के अध्यक्ष पटना उच्च न्यायालय अथवा किसी अन्य उच्च न्यायालय के किसी पूर्व न्यायधीश होंगे तथा उसके दो अन्य सदस्यों में एक पूर्व आईएएस अथवा पूर्व आईपीएस अधिकारी और एक पूर्व शिक्षाविद अथवा पूर्व कुलपति होंगे। बिहार में इंटरमीडियट की परीक्षा के कला संकाय में स्टेट टॉपर रही रूबी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव श्रेष्ठ के विषय संबंधित और विशेष ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार हाल में एक टीवी चैनल पर टेलीकास्ट किए जाने पर एक बार फिर इस प्रदेश की स्कूली शिक्षा की किरकिरी हुई थी। कला संकाय में स्टेट टॉपर रही रूबी राय ने एक टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार के दौरान पॉलिटिकल साइंस को ‘प्रोडिकल साईंस’ उच्चारित किए जाने के साथ कहा था कि इसमें खाना बनाने की पढ़ाई होती है। रूबी राय को कुल 500 अंकों में से 444 अंक प्राप्त हुए हैं। लेकिन उन्हें सभी विषयों के कुल अंक के बारे में जानकारी नहीं और 500 के बजाय 600 अंक की परीक्षा देने की बात बतायी थी। इसी प्रकार से विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव श्रेष्ठ के प्रोटोन और इलेक्ट्रोन से अवगत नहीं होने की बात सामने आयी थी। उल्लेखनीय है कि ये दोनों टॉपर वैशाली जिला के भगवानपुर स्थित विशुन राय कॉलेज के हैं। पिछले साल परीक्षा में सामूहिक नकल करने से प्रदेश की हुई किरकिरी के दौरान भी यह कॉलेज विवाद में आया था। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तत्कालीन शिक्षा मंत्री पी के शाही ने इस कॉलेज का परीक्षा परिणाम रोक दिया था। रूबी के पिता ने एक आवेदन के जरिए बताया है कि उनकी पुत्री के ‘डिप्रेशन’ में होने के कारण वह शुक्रवार को आयोजित की गयी जांच परीक्षा में शामिल नहीं हो सकी। प्रदेश की स्कूली शिक्षा की किरकिरी होने पर शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से ‘चूक’ होने पर नाराजगी जतायी थी।