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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री तथा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के आरएसएस की विचारधारा को देश और समाज को बांटने वाले बताते हुए ‘संघ मुक्त’ भारत का आहवान करने तथा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व गैर भाजपायी दलों के एकजुट होने की अपील से उनकी प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर जारी चर्चा के बीच लोजपा सुप्रीमो एवं केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि नीतीश जी अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं, अगले 15 साल तक प्रधानमंत्री पद के लिए रिक्ति नहीं है। पटना स्थित लोजपा प्रदेश कार्यालय में आज आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान राकांपा प्रमुख शरद पवार के नीतीश की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी का समर्थन किए जाने को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर पासवान ने दावा किया कि पवार ने संजीदगी में नहीं बल्कि हल्के रूप में लेते हुए उक्त बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि अगले 15 साल तक प्रधानमंत्री पद के लिए रिक्ति नहीं है क्योंकि नरेंद्र मोदी इस पद पर बने रहेंगे और उनके सामने कोई भी चेहरा नहीं टिक सकता है।

पटना: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने यहां शनिवार को कहा कि राजनीति में विकल्प की तलाश नहीं, बल्कि विकल्प की राजनीति होनी चाहिए। इसकी शुरुआत अब हो चुकी है। लोकतंत्र में किसी पर अपनी विचारधारा थोपी नहीं जा सकती है। गृह राज्य बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को पटना पहुंचे कन्हैया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, देश अभी जिस दौर से गुजर रहा है, उसमें सिर्फ कथनी की बात हो रही है, करनी की नहीं। कथनी और करनी में काफी अंतर है। हम ऐसी विचारधारा के खिलाफ खड़े हुए हैं जिसमें व्यक्ति विशेष की बात की जा रही है। राजद्रोह के आरोप का सामना कर रहे छात्र नेता ने कहा कि अब विकल्प की राजनीति शुरू हो चुकी है। ऐसे में तमाम दलों को एकजुट होकर इस लड़ाई में एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज भारत माता के हाथ से तिरंगा हटाकर भगवा ध्वज थमाने की कोशिश की जा रही है, समाज में असहिष्णुता बढ़ रही है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, राज्य में शराबबंदी से पहले आबकारी नीति का मूल्यांकन होना चाहिए था। शराबबंदी ठीक है, लेकिन पूर्ण शराबबंदी लागू नहीं होनी चाहिए।

पटना: बिहार में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में छिटपुट घटनाओं के बीच 60 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। भोजपुर के बिहिया के जज भड़सरा में दो गुटों के बीच विवाद में फायरिंग हुई। इसमें अंजनी कुमार नामक एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। उसी गांव में जमुई में पदस्थापित जज अजीत कुमार सिंह पर कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया। वैशाली के जंदाहा प्रखंड के दशपरहा गांव में असामाजिक तत्वों ने बूथ के बाहर बम फोड़े। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। गोपालगंज और खगड़िया में उग्र लोगों ने अंचलाधिकारी (सीओ) की गाड़ी और नालंदा में पुलिस पर पथराव किया। मुखिया प्रत्याशी गिरफ्तार : औरंगाबाद के दाउदनगर में मुखिया प्रत्याशी और कैमूर के मोहनियां में दो मुखिया प्रत्याशियों के पति सहित आठ को पांच वाहन, 40 हजार रुपए व बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया है। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार मतदान में बाधा डालने की विभिन्न घटनाओं में 347 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। 34 वाहन एवं 74 हजार 80 रुपये नकद भी जब्त किए गए।

पटना: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के आधा दर्जन से अधिक मंत्री और विधायकों के शराब का लती होने का आरोप लगाया है और कहा कि उन्हें कांग्रेस विधायक के अतिथियों को शराब पीने का निमंत्रण देने पर आश्चर्य नहीं हुआ। अपने आवास पर आज आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील ने आरोप लगाया कि यह सर्वविदित है कि प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) में आधा दर्जन से अधिक मंत्री और विधायक शराब के आसक्त हैं, जो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में पूर्ण शराबबंदी के संकल्प पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। सुशील ने आरोप लगाया कि शराब पर पाबंदी और इसके उत्पादन, बिक्री और उपभोग करने पर सजा का प्रावधान किए जाने के बावजूद इसका प्रत्याशित परिणाम नहीं समाने आया है, क्योंकि शराब बिहार के सभी हिस्सों में अवैध रूप से बेची जा रही है। सुशील ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में शराबबंदी के कारण अपराध की घटनाओं में गिरावट आने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि आपराधिक वारदात यथा हत्या, डकैती, लूट आदि का शराब से कोई ताल्लुक नहीं है।

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