पटना: कॉम्फेड के सुधा दूध का खाली पाउच लौटाइए और एक रुपए बचाइए। जी हां, यह योजना है कॉम्फेड और वन विभाग की। दूध के पाउच पर दो तरह के मूल्य होंगे। पाउच लौटाने पर एक रुपए कम कीमत पर दूध मिलेगा। पाउच नहीं लौटाने पर वर्तमान कीमत पर दूध मिलेगा। आधा किलो वाले दूध के पाउच पर भी 50 पैसे की बचत होगी। राज्यभर के लोगों को जल्द ही इस बचत योजना का लाभ मिलेगा। ऐसा प्लास्टिक के निस्तारण के लिए किया जा रहा है। यह जानकारी पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान मुख्य वन्य संरक्षक डीके शुक्ला ने विश्व पर्यावरण दिवस पर रविवार को अरण्य भवन में आयोजित विचार गोष्ठी में दी। उन्होंने बताया कि इसके लिए पर्यावरण एवं वन विभाग और कॉम्फेड के बीच समझौता होगा। खाली पाउच के लिए संग्रहण केंद्र बनाया जाएगा। बिहार में कॉम्फेड नौ लाख लीटर प्रतिदिन दूध बेचता है। इस तरह एक साल में करीब 32.85 करोड़ पाउच जमा होंगे। एक पाउच का वजन 4.3 ग्राम होता है। यानी जमा पाउच का कुल वजन 14122.5 क्विंटल होगा। इसमें करीब 200 क्विंटल पाउच पौधारोपण में इस्तेमाल होगा। यह कॉम्फेड मुफ्त में उपलब्ध कराएगा। बाकी रिसाइकलिंग यूनिट को भेजा जाएगा। पर्यावरण स्वच्छ रखने के लिए हो रही है पहल पर्यावरण दिवस पर अरण्य भवन में आयोजित सेमिनार में बताया गया कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाने की यह नई पहल शुरू होने जा रही है।
इससे पर्यावरण की दिशा में कई फायदे होंगे। जैसे प्लास्टिक थैलियां शहरों एवं नगरों के नाले को जाम कर सीवरेज सिस्टम को प्रभावित करता है उसमें कमी आएगी। मानसून के दौरान शहरों में जलजमाव की समस्या जो बनती है वो नहीं बनेगी। पर्यावरण एवं वन विभाग के पूर्व मुख्य वन संरक्षक एसएस चौधरी ने कहा कि वन्यप्राणी संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए क्रियान्वित योजना नियमित रूप से चले। प्रोटेक्टेड और नन प्रोटेक्टेड क्षेत्रों में वन्यप्राणियों की एक तय समय सीमा पर गणना हो। उसके संरक्षण के लिए जन जागरूकता अभियान चलाई जाए। मौके पर वन्य अधिकारी मुरारी मिश्र, एस चंद्रशेखर, नंदकिशोर, गोपाल सिंह आदि वन्यकर्मी शामिल थे।