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भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल केन्द्रीय जेल से आज तड़के सिमी के आठ आतंकियों के फरार होने और उसके बाद पुलिस मुठभेड़ में उनके मारे जाने की घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराई जायेगी। चौहान ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरी केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी चर्चा हुई। क्योंकि आतंकवादियों के तार केवल प्रदेश में ही नहीं, प्रदेश के बाहर देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी हैं, और यह केवल मध्यप्रदेश का मामला नहीं है। इससे सहमत होते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने यह फैसला किया है कि इस घटना की जांच एनआईए करेगी ताकि इस घटना के पीछे और भी जो तथ्य और तार हों, उनको भी उजागर किया जा सके।’ उन्होंने कहा कि जेल से आतंकवादियों का फरार होना अपने आप में बहुत गंभीर घटना है और इसलिये हमने जेल विभाग के चार उच्च अधिकारियों, डीआईजी जेल, जेल अधीक्षक, उप जेल अधीक्षक और सहायक अधीक्षक को निलंबित कर दिया है तथा एडीजी जेल को हटाकर उन्हें पुलिस मुख्यालय में पदस्थ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच पूर्व पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे से कराने का निर्णय किया है। इस जांच में जो तथ्य सामने आयेंगे उसके आधार पर दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस आपराधिक लापरवाही के लिये यदि किसी को नौकरी से बर्खास्त करना पड़े तो वही भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ‘सिमी के आतंकवादी, जो जेल में बंद थे, आज सुबह ढाई से तीन बजे के बीच जेल से फरार हुए थे।

भोपाल: सिपाही की हत्या कर भोपाल सेंट्रल जेल से फराह हुए प्रतिबंधित संगठन सिमी के सभी 8 आतंकी भोपाल के बाहर ईंटखेड़ी गांव में मुठभेड़ में मारे गए। मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के नाम हैं- अमजद, जाकिर हुसैन सिद्दीक, मोहम्मद सालिक, मुजीब शेख, मेहबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील और माजिद। प्रदेश सरकार ने प्रत्येक फरार सिमी आतंकी की गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर दिया था। सिमी के ये सभी आठों आतंकी तड़के करीब 2 से 3 बजे के बीच एक सिपाही की हत्या करने के बाद जेल से फरार हो गए थे। उन्होंने बताया कि ‘द स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया’ के आतंकियों ने एक सिपाही की हत्या कर दी थी और उसके बाद वे चादरों की मदद से जेल की दीवार लांघ कर वहां से फरार हुए थे। आतंकियों ने पहले गार्ड को घेर कर अपने कब्जे में लिया और फिर स्टील की प्लेट से उसका गला काट कर उसे मार डाला। तीन साल में सिमी के कार्यकर्ताओं की जेल तोड़ने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले वर्ष 2013 में मध्यप्रदेश के खंडवा में एक जेल से सिमी के सात सदस्य भाग निकले थे। एक अक्टूबर 2013 को सिमी के 7 सदस्य मध्यप्रदेश के खंडवा में स्थित जिला जेल से 14 फुट उंची दीवार फांद कर भाग गए थे। इनमें से एक कैदी ने अगले दिन आत्मसमर्पण कर दिया था और एक अन्य कैदी को मध्यप्रदेश के बड़वानी से दिसंबर 2013 में पकड़ा गया था। तीसरा कैदी पांच अप्रैल 2015 को तेलंगाना पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया था।

मंदसौर: मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के एक सरकारी कॉलेज में अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों को ऐसे बस्ते (बैग) बांटे गए। जिस पर सरकार की एससी-एसटी योजना का जिक्र है। इस बस्ते को देखते ही यह समझ में आ जाता है कि यह किस वर्ग से संबंधित है। जानकारी के अनुसार, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पिछले दिनों अनुसूचित जाति वर्ग और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कुल 200 विद्यार्थियों को बैग बांटे गए। इन बस्तों में रखकर पठ्न-पाठ्न की सामग्री भी दी गई। काले रंग के पीठ पर टांगने वाले इस बैग पर सफेद रंग के पेंट से महाविद्यालय के नाम के साथ एससी-एसटी योजना लिखा हुआ है। महाविद्यालय के प्राचार्य बीआर नालव्या ने गुरुवार को चर्चा करते हुए कहा कि 'यह बैग सरकार की अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों की योजना के तहत बांटे गए हैं। इसी के चलते इस बैग पर एससी, एसटी स्कीम लिखा गया है। इसके अलावा कोई अन्य कारण नहीं है.' उन्होंने आगे कहा कि अगर इस योजना का जिक्र किया जाना ठीक नहीं होगा तो आगे चलकर बैग पर योजना का जिक्र नहीं किया जाएगा। बैग पर एससी-एसटी योजना लिखे होने से इस वर्ग के विद्यार्थियों में खासी नाराजगी है।

ग्वालियर: ग्वालियर के चिड़ियाघर में पिछले तीन दिनों में संदिग्ध संक्रमण की वजह से 15 पक्षियों की मौत के बाद अधिकारियों ने मृत पक्षियों के अंगों के नमूने जांच के लिये भोपाल और जबलपुर की प्रयोगशाला में भेजा है तथा चिड़ियाघर को आज (शनिवार) बंद कर दिया गया। चिड़ियाघर के अधिकारी डॉ प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले तीन दिनों में चिड़ियाघर के 15 पक्षियों की मौत हो चुकी है । मृत पक्षियों के विसरा और अन्य अंगों के नमूनों को जांच के लिये भोपाल और जबलपुर की प्रयोगशाला में भेजा गया है । दिल्ली चिड़ियाघर और डियर पार्क में बर्ड फ्लू की आशंकाओं के चलते स्थानीय चिड़ियाघर के अधिकारी कोई भी खतरा मोल लेने के पक्ष में नहीं है। श्रीवास्तव ने बताया कि ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त अजय द्विवेदी के आज के शाम के आदेश के बाद चिड़ियाघर को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर में दवा छिड़काव एवं सफाई का काम चल रहा है। कुछ पक्षियों के मरने के बाद बर्ड फ्लू की आशंका के चलते दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी विज्ञान उद्यान को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है।

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