ताज़ा खबरें
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया

इन्दौर: गुजरात में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध को करीब 139 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक भरने की सरकारी तैयारी का दावा करते हुए नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख मेधा पाटकर ने आज (शुक्रवार) कहा कि अगर बांध को इस स्तर तक भर दिया गया तो नर्मदा घाटी क्षेत्र में रहने वाले लगभग 45,000 परिवार उजड़ जायेंगे। मेधा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमारे अनुमान के मुताबिक, सरदार सरोवर बांध को फिलहाल 122 मीटर से ज्यादा ऊंचाई तक भरा गया है। लेकिन सरकार इसके गेट बंद कर इसे 139 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक भरने की तैयारी कर रही है। अगर ऐसा किया गया तो मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के करीब 45,000 परिवारों को डूब का सामना करना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा, ‘नर्मदा घाटी के सरदार सरोवर बांध प्रभावितों पर डूब के खतरे के खिलाफ मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के राजघाट में कल से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू किया जायेगा।’ मेधा ने मांग दोहरायी कि सरदार सरोवर बांध परियोजना से जुड़े फर्जी रजिस्ट्री कांड और इस परियोजना के पुनर्वास स्थलों की अनियमितताओं की जांच करने वाले न्यायमूर्ति झा आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये। यह रिपोर्ट जनवरी में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय को सौंपी गयी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि यह रिपोर्ट सार्वजनिक न होने पाये, क्योंकि ऐसा होने पर उसके कुछ भ्रष्ट अधिकारियों और इनसे जुड़े दलालों के नामों से परदा उठ सकता है।

मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को दो महिलाओं से मारपीट का मामला सामने आया है। एक हिन्दूवादी संगठन पर मारपीट का आरोप लगा है। संगठन ने उन पर गाय के मांस की तस्करी का आरोप लगाया था लेकिन जांच में गाय नहीं उनके पास से मिला मांस भैंसे का बताया जा रहा है। हालांकि महिलाओं को अरेस्ट कर लिया गया था लेकिन आरोप है कि हिन्दूवादी संगठन ने इनसे गालीगलौज देना शुरू कर दिया और इन्हें मारना शुरू कर दिया। चश्मदीद द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे लोगों का एक समूह महिलाओं के साथ बदसलूकी कर रहा है और नारे लगा रहा था। कुछ लोगों ने महिलाओं को थप्पड़ भी मारे। कुछ पुलिसवाले इस समूह को दूर होने के लिए भी कहते नजर आए। यह सब तब तक घटित होता रहा जब तक पुलिस उन्हें पुलिस स्टेशन लेकर नहीं आ गई। पुलिस का कहना है कि उनके पास से 30 किलो मीट मिला है। स्थानीय डॉक्टरों ने पाया कि यह भैंसे का मीट है। पुलिस ने उन्हें भैंसे के मीट की तस्करी के आरोप में कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

इंदौर: डाउन सिंड्रोम से पीड़ित दो वर्षीय अनाथ बच्चे को गोद लेने के बाद देश के सबसे कम उम्र के अविवाहित पिता के रूप में मशहूर आदित्य तिवारी शादी के बंधन में बंध गये हैं। यह शादी भी लीक से हटकर होने के चलते चर्चा में है। तिवारी (28) पुणे में एक अंतरराष्ट्रीय निवेश बैंक में नौकरी करते हैं। उन्होंने गृहनगर इंदौर में 16 जुलाई को अपनी बचपन की दोस्त अर्पिता से शादी रचायी। तिवारी ने सोमवार को बताया, ‘मैंने जान-पहचान के चंद ही लोगों को अपनी शादी में बुलाया था। लेकिन मेरी शादी के मौके पर अनाथालयों व झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले बच्चों, वृद्धाश्रमों में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और एड्स पीड़ितों तक भोजन पहुंचाया। इस अवसर पर मैंने इंदौर के चिड़ियाघर के एक बाघ को गोद लेकर उसके खाने का खर्च उठाने की जिम्मेदारी लेना भी मंजूर किया।’ युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बताया कि उन्होंने डाउन सिंड्रोम और दिल में छेद होने की बीमारी से पीड़ित बिन्नी (02) को करीब डेढ़ वर्ष की लंबी जद्दोजहद के बाद इसी साल एक जनवरी को गोद लिया, जब वह स्थानीय अनाथालय में पल रहा था। उसके माता-पिता ने उसकी बीमारी के कारण उसे लावारिस छोड़ दिया था। उन्होंने बताया, ‘जब मैंने सितंबर 2014 में बिन्नी को गोद लेने का फैसला किया, तब नियम यह था कि अगर कोई अविवाहित शख्स किसी बच्चे को कानूनी तौर पर गोद लेना चाहता है, तो उसकी उम्र कम से कम 30 साल होनी चाहिये। बाद में सरकार ने नियम में बदलाव किया और यह उम्र घटाकर 25 साल कर दी गयी।

भोपाल: मध्य प्रदेश में डेढ़ सप्ताह के दौरान हुई भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ में आ गई है और जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बाढ़ से 35 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि नौ अब भी लापता हैं। मौसम विभाग के अनुसार, एक जून से 16 जुलाई तक राज्य के 33 जिलों में सामान्य से अधिक, 14 जिलों में सामान्य तथा चार जिलों में कम वर्षा दर्ज की गई। आधिकारिक बयान के मुताबिक, बीते डेढ़ पखवाड़े में हुई बारिश का राज्य के कई हिस्सों पर प्रतिकूल पड़ा है। राज्य के 51 जिलों में से 23 जिले बाढ़ की जद में हैं, जहां तीन लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। विस्थापित लोगों के लिए 27 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें आठ हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा राजधानी भोपाल में 8० हजार लोग प्रभावित हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक पन्ना और जबलपुर जिले में सात-सात लोगों की मौत हुई है, वहीं राजधानी में पांच लोग बाढ़ का शिकार बने। इसके अलावा बाढ़ में बहे नौ लोग अब भी लापता हैं। इनमें पांच युवक रीवा जिले के हैं जो पूर्वा फॉल पर पिकनिक मनाने गए थे और अचानक पानी का बहाव तेज होने से वे बह गए थे। वर्षा और बाढ़ से 2487 मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के 51 जिलों में से 33 जिले - जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सीधी, सतना, इंदौर, अलीराजपुर, खण्डवा, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, देवास, शाजापुर, मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद, हरदा और बैतूल में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख