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भोपाल: प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव ने नये राजनीतिक दल के गठन के संभावनाओं से इंकार करते हुए कहा कि उनका अभी तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मोहभंग नहीं हुआ है, क्योंकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में किये गये वादों को पूरा करने के लिये उनके पास दो वर्ष और बचे हैं। रामदेव ने कहा कि यदि राष्ट्रहित के किसी मामले पर कांग्रेस उनकी मदद चाहेगी तो वह उसके लिये तैयार होंगे। रामदेव ने आज (सोमवार) यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘विश्व में सब कुछ विश्वास पर टिका है। देश में कालेधन पर कार्रवाई की गयी है। अब विशेषकर विदेशी मुल्कों से कालेधन को प्रभावी तंत्र के जरिये वापस देश में लाना है, क्योंकि यह जनता का धन है।’’ रामदेव मध्यप्रदेश सरकार द्वारा नर्मदा नदी के सरंक्षण अभियान के तहत चल रही ‘नमामि देवी नर्मदे-सेवा यात्रा’ में शामिल होने अलीराजपुर रवाना होने से पहले भोपाल आये थे। एक सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘‘अभी तक प्रधानमंत्री मोदी से मेरा मोहभंग नहीं हुआ है। मोदी अपने वादों को पूरा करते हैं। उनकी सरकार ने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है और दो साल का समय शेष है।

इंदौर: लोक सभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शनिवार को दक्षिण एशियाई देशों का क्षेत्र में शांति के लिए आह्वान किया और कहा कि यह स्थायी विकास के लिए जरूरी है। सुमित्रा ने दक्षिण एशियाई संसदों के सभापतियों के शिखर सम्मेलन के उद्घाटन संबोधन में कहा, ‘शांति, शांति, शांति..होनी चाहिए। तभी विकास होगा।’ पाकिस्तान ने इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया। स्थायी विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दो दिवसीय सम्मेलन में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, मालदीव और नेपाल के संसद अध्यक्ष और सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत और उसकी संसद एक महत्वाकांक्षी, व्यापक एवं न्यासंगत विकास एजेंडा निर्मित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है जिसमें गरीबी उन्मूलन मूल में होगा।’ उन्होंने अमीर और गरीब के बीच बढ़ते अंतर को कम करने के लिए समावेशी आर्थिक विकास पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृति की कीमत पर विकास टिकाउ नहीं होता। उन्होंने भाजपा विचारक दीन दयाल उपाध्याय को उद्धृत करते हुए कहा कि एकात्म मानववाद विकास का आधार है क्योंकि वह स्वदेशी आर्थिक माडल को अपनाता है जो मनुष्य को केंद्र में रखता है। सुमित्रा ने कहा, ‘सबसे पहले और महत्वपूर्ण नागरिक है। कोई भी विकास संभव नहीं और टिकाऊ नहीं जब तक उसका एक मानवीय चेहरा न हो।’

भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने देशभक्ति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दूसरे की देशभक्ति को मापने का अधिकार किसी को नहीं है। यदि कोई खुद को देश का कर्ताधर्ता माने तो भी वो किसी की देशभक्ति नहीं नाप सकता। पत्रकार विजय मनोहर तिवारी की पुस्तक ‘भारत की खोज में मेरे पांच साल’ के विमोचन समारोह में भागवत ने शनिवार को यहां कहा, ‘दूसरे की देशभक्ति मापने का अधिकार किसी को नहीं है। किसी को भी नहीं, मुझे भी नहीं। कोई अपने आपको इस देश का कर्ताधर्ता माने तो भी वो किसी की देशभक्ति कितनी है, यह नाप नहीं सकता या नाप कर उस पर बोल नहीं सकता।’ उन्होंने कहा कि हमारी आशा सागर का कोई किनारा नहीं है। ऐसी भक्ति की आंखों से देश को देखने के बाद देश समझ में आता है। इस पुस्तक के लेखों से यह आभास होता कि लेखक द्वारा ऐसी भक्ति की नजर से देश को देखा गया है।

भोपाल: मध्य प्रदेश में जासूसी रैकेट का खुलासा हुआ है और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के 11 के संदिग्‍ध एजेंट गिरफ्तार किए गए हैं। मध्‍य प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने आईएसआई के लिए जासूसी करने के शक में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर कॉल सेंटर की आड़ में सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेजने का आरोप है। एटीएस चीफ संजीव शमी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जासूसी रैकेट के बारे में खुलासा किया। एटीएस चीफ ने बताया कि अब तक ग्वालियर से 5, भोपाल से 3, जबलपुर से 2 और सतना से एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने बताया कि इस पूरे रैकेट में निजी मोबाइल कंपनियों के कर्मचारियों की मिलीभगत के संकेत भी मिले हैं। ये भारत में पाक के लिए जासूसी करने वालों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराते थे। मध्य प्रदेश एटीएस के प्रमुख संजीव शमी ने बताया कि ये गिरोह पाक स्थित आकाओं के निर्देश पर सैन्य खुफिया जानकारी जुटाता था। जम्मू-कश्मीर में गत नवंबर में गिरफ्तार दो संदिग्ध जासूस इसी गिरोह से जुड़े थे। जानकारी के अनुसार, पकड़े गए आईएसआई के 11 जासूसों को वेतन भी मिलता था। भारत में 10-15 फीसदी पर हवाला कारोबार का काम करते थे ये जासूस। जासूसी के लिए आईएसआई से इन्‍हें 40 हजार रुपये की सैलरी मिलती थी। एटीएस से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं।

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