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शिलांग: कोयला खदान में फंसे 15 खनिकों को बचाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसने के बाद मेघालय में सत्तारूढ़ एनपीपी-भाजपा ने कहा कि राज्य सरकार उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रमुख ने कहा है कि मेघालय में 13 दिसंबर से 15 खनिक खदान में फंसे हुए हैं, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है और वह असम के बोगीबील पुल पर तस्वीरें खिंचवा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को ब्रह्मपुत्र नदी पर बने बोगीबील पुल का उद्घाटन किया था।

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गांधी की टिप्पणियों का जिक्र किए बगैर कहा कि कोई लापरवाही नहीं है। प्रशासन और एनडीआरएफ ने खनिकों का पता लगाने में बहुत मेहनत की है लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें सफलता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अभी तक खान से 12 लाख लीटर पानी बाहर निकाला गया है, लेकिन ऐसा मालूम होता है कि पूरी नदी ही खान के भीतर घुस गई है।

शिलांग: मेघालय के पूर्व जैंतिया हिल्स में पानी से भरे कोयला खदान में 13 खनिक फंस गए हैं, उन्हें अभी तक सुरक्षित नहीं निकाला जा सका है। जिले के पुलिस प्रमुख ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने पहले ही कह दिया है कि फंसे मजदूरों के जीवित होने की संभावना बहुत कम है। पूर्व जैंतिया हिल्स के जिला पुलिस प्रमुख सिलवेस्टर नौंगटन्गर ने बताया, हमारे द्वारा खदान से शवों को अभी बरामद किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा, बचाव कार्य जोरों पर है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल को बचाव कार्य में लगाया गया है।

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने 17 अप्रैल, 2014 से राज्य में असुरक्षित और अवैज्ञानिक तरीके से कोयला खनन पर अंतरिम प्रतिबंध लगा दिया था। सिल्वेस्टर ने कहा कि गुरुवार देर शाम जो मौखिक जानकारी मिली थी, उसके मुताबिक, लुमथरी इलाके के तीन स्थानीय निवासियों सहित कुल 13 खनिक फंसे हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा, ऐसा मालूम पड़ता है कि खनिकों ने तीन-चार दिन पहले फिर से खनन शुरू किया था। हमारा पहला काम फंसे लोगों को बचाना है। हम जेनरेटर की मदद से खदान से पानी बाहर निकाल रहे हैं लेकिन पानी का स्तर कम नहीं हुआ है।

शिलांग: मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पांच बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके डोनवा देथवेल्सन लपांग ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। लपांग ने पार्टी नेतृत्व पर वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को गुरुवार रात भेजे इस्तीफे में लपांग ने कहा कि मुझे लगता है कि अब वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों की सेवा और योगदान पार्टी के लिए उपयोगी नहीं रह गया है। इसलिए वह अनिच्छा और भारी मन से इस्तीफा दे रहे हैं।

मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के पूर्व प्रमुख ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) पर वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों को दरकिनार करने की नीति पर चलने का आरोप लगाया। एआईसीसी के मेघालय के प्रभारी महासचिव लुइजिन्हो फलेरो ने कहा कि वह पिछले तीन साल से लपांग से नहीं मिले हैं। वहीं एमपीसीसी के अध्यक्ष सेलिस्टिन लिंग्दोह ने लपांग के पार्टी छोड़ने के निर्णय पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे और देखेंगे अगर जल्द से जल्द मामले को निपटाया जा सके।

शिलांग: मेघालय में दक्षिण तुरा और रानीकोर विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव मुख्यमंत्री और एनपीपी के अध्यक्ष कोनराड के संगमा दक्षिण तुरा सीट से उपचुनाव में 8,400 मतों से जीत गए हैं। मेघालय में दक्षिण तुरा और रानीकोर विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव के लिए आज कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हुई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एफआर खारकोंगोर ने यह जानकारी दी।

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवार के तौर पर दक्षिण तुरा सीट से चुनाव लड़ थे। जबकि रानीकोर सीट से एनपीपी के उम्मीदवार हैं मार्टिन एम डांगगो। वह कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं और विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं। खारकोंगोर ने बताया कि मतगणना के पहले दो चरण के बाद संगमा अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उम्मीदवार शारलोट डब्ल्यू मोमिन से करीब 5800 मतों से आगे चल रहे थे।

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