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नई दिल्ली: शिलांग में हालात पर काबू पाने के लिए शनिवार को सेना ने शहर में मोर्चा संभाला। हालांकि कई इलाकों में कर्फ्यू के बाद भी हिंसा भड़की। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार हिंसा के दौरान उग्र भीड़ ने एक दुकान और एक मकान को आग के हवाले कर दिया और कम से कम पांच वाहनों को क्षति भी पहुंचाई। हिंसा में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के भी घायल होने की खबर है। इन सब के बीच सेना ने 500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला और कैंट इलाके में पहुंचाया है।

रक्षा विभाग के प्रवक्ता रत्नाकर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने सेना से आग्रह किया कि प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च करें। अभी तक सेना ने प्रभावित इलाकों से 500 लोगों को बाहर सुरक्षित निकाला है, इनमें 200 महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बचाए गए लोगों को भोजन और पानी दिया गया है और सेना की छावनी में ही रखा गया है। वहीं सेना की छावनी में 101 एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डी एस आहूजा ने प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

शिलांग: मेघालय की राजधानी शिलांग के कुछ हिस्सों में हिंसक झड़पों के बाद शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया। यह हिंसक झड़प शहर के मोटफ्रान क्षेत्र में पुलिस और उग्र भीड़ के बीच में हुई.ईस्ट खासी हिल्स जिले के उपायुक्त पीटर एस. डखर ने कहा कि गुरुवार रात को हुई हिंसक झड़प के बाद लुमडिनगिरी पुलिस थाने और कैंटोनमेंट बीट हाउस के क्षेत्रों में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए शुक्रवार सुबह चार बजे से कर्फ्यू लगाया गया है। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन भीड़ को क्षेत्र से बाहर खदेड़ नहीं सके।

थेम एव मॉवलोंग (हरिजनों की गली) में रह रहे लोगों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर एक बस कंडक्टर से बदतमीजी करने के बाद यह झड़प शुरू हुई थी लेकिन रात के समय स्थिति तब हिंसक हो गई जब भीड़ ने थेम मावलोंग की ओर जाने का प्रयास किया और वहां तैनात पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस झड़प में एक पत्रकार और चार नागरिक घायल हो गए।

नई दिल्ली: 10 विधानसभा सीटों के लिए हुए उप चुनाव में मेघालय की अंपाती सीट जीत कर कांग्रेस अब राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। इसी साल फरवरी मार्च में हुए चुनाव में कांग्रेस और एनपीपी के बीच कांटे का मुकाबला रहा था। तब एनपीपी ने भाजपा और दूसरी पार्टियों के सहयोग से राज्य में सरकार बना ली थी। इस जीत के साथ ही कांग्रेस मेघालय में एनपीपी से आगे निकल गई है।

अब तक दोनों के पास 20-20 सीटें थीं. अंपाती सीट के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार मियानी डी शिरा ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवार जी मोमीन को 3191 वोटों के अंतर से हराया। ये सीट मियानी के पिता मुकुल संगमा के छोड़ने के कारण ही खाली हुई थी। अंपाती विधानसभा क्षेत्र मेघालय में गारो हिल्स की चर्चित सीट रहा है। यहां हो रहे उपचुनाव में तीन उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे।

मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा विधानसभा चुनाव में अंपाती और सोंगसाक दो सीटों से जीते थे। इसके बाद उन्होंने अंपाती सीट छोड़ दी थी। इस सीट से उनकी बेटी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं थीं. इस सीट के लिए सोमवार को हुए मतदान में 90.55 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।

शिलांग: 27 फरवरी को मेघालय में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के चार वरिष्ठ नेता मंगलवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। शिलांग शहर के पूर्व भाजपा अध्यक्ष कीथ पारियात, 17-उत्तरी शिलांग मंडल समिति के अध्यक्ष वाल्लाम्बोक थांगकीव के अलावा विलियम मार्बानियांग और सनशाइन वार्जरी कांग्रेस में शामिल हो गए। ये सभी कांग्रेस नेता सी पी जोशी की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।

पारियात ने कहा कि हम लोग भाजपा को छोड़ रहे हैं क्योंकि हम लोग विकासशील पार्टी में दिलचस्पी रखते हैं जबकि भाजपा स्वयं के विकास में दिलचस्पी रखती है।

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