शिलांग: मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए पांच बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके डोनवा देथवेल्सन लपांग ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। लपांग ने पार्टी नेतृत्व पर वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को गुरुवार रात भेजे इस्तीफे में लपांग ने कहा कि मुझे लगता है कि अब वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों की सेवा और योगदान पार्टी के लिए उपयोगी नहीं रह गया है। इसलिए वह अनिच्छा और भारी मन से इस्तीफा दे रहे हैं।
मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के पूर्व प्रमुख ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) पर वरिष्ठ एवं बुजुर्ग लोगों को दरकिनार करने की नीति पर चलने का आरोप लगाया। एआईसीसी के मेघालय के प्रभारी महासचिव लुइजिन्हो फलेरो ने कहा कि वह पिछले तीन साल से लपांग से नहीं मिले हैं। वहीं एमपीसीसी के अध्यक्ष सेलिस्टिन लिंग्दोह ने लपांग के पार्टी छोड़ने के निर्णय पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे और देखेंगे अगर जल्द से जल्द मामले को निपटाया जा सके।
लपांग पहली बार 1992 में बने मुख्यमंत्री
बता दें कि लपांग पहली बार 1992 में मेघालय के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद साल 2003, 2007 और 2009 में भी मुख्यमंत्री पर काबिज रहे। लपांग के इस्तीफे के बाद एआईसीसी के मेघायलय प्रभारी महासचिव लुईजिन्हो फलेरो ने कहा कि वह पिछले तीन साल से लपांग से नहीं मिले हैं। वहीं एमपीसीसी के अध्यक्ष सेलिस्टिन लिंग्दोह ने लपांग के पार्टी छोड़ने के निर्णय पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा है कि हम कोशिश करेंगे और देखेंगे कि इस मामले को जल्द से जल्द कैसे निपटाया जाए।