ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

लंदन/नई दिल्ली: यूके सरकार ने कहा है कि सभी देशों से कोविड-19 वैक्सीन सर्टिफिकेट को "न्यूनतम मानदंड" को पूरा करना होगा। इसके साथ ही ये भी कहा कि वह भारत के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियमों को लेकर भी काम कर रहा है। ब्रिटेन सरकार ने एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड को योग्य कोविड-19 टीकों में शामिल करने के लिए बुधवार को एक अद्यतन अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श जारी किया, लेकिन भारत को उन 18 देशों की सूची से बाहर रखा है, जिनके यहां के टीकों को स्वीकृत किया गया है। ऐसे में भारतीय नागरिकों को गैर-टीकाकरण वाले यात्रियों के लिए निर्धारित नियमों का पालन करने की जरूरत होगी। भले ही कोविशील्ड को यात्रा संबंधी ब्रिटिश दिशानिर्देशों में मंजूरी दे दी गई है। लेकिन उसकी दो खुराक ले चुके भारतीय यात्रियों को ब्रिटेन में अब भी 10 दिनों के लिए पृथक-वास में रहना होगा। ब्रिटेन के नए अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियम चार अक्टूबर से प्रभावी होंगे।

नई दिल्ली में ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि मुख्य मुद्दा टीका प्रमाणन का है, न कि कोविशील्ड टीके का तथा दोनों पक्ष इस मुद्दे का परस्पर हल ढूंढने के लिए बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

वाशिंगटन: अमेरिका ने हाल में हिंद-प्रशांत की सुरक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया तथा ब्रिटेन के साथ मिलकर बनाए त्रिपक्षीय गठबंधन ‘ऑकस' में भारत या जापान को शामिल किए जाने की संभावना को खारिज कर दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने बुधवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले हफ्ते ऑकस की घोषणा केवल सांकेतिक नहीं थी और मुझे लगता है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को यही संदेश दिया है कि हिंद-प्रशांत की सुरक्षा के लिए बनाए गठबंधन में किसी अन्य देश को शामिल नहीं किया जाएगा। साकी से सवाल किया गया था कि क्या भारत या जापान को इस गठबंधन में शामिल किया जाएगा, जिसके जवाब में उन्होंने उक्त जवाब दिया।

अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के लिए नए त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन ‘ऑकस' (एयूकेयूएस) की 15 सितंबर को घोषणा की थी, ताकि वे अपने साझा हितों की रक्षा कर सकें।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि क्वाड पार्टनरशिप के तहत 2022 तक भारत में कम से कम 100 करोड़ कोविड वैक्सीन खुराक का उत्पादन किया जाएगा और यह काम ट्रैक पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इस वक्त कोविड-19 को हराने के लिए एक साथ मिलकर काम करने से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं है, इसलिए दुनिया भविष्य में इस महामारी से निपटने के लिए बहुत बेहतर तरीके से तैयार है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने डिजिटल माध्यम से आयोजित ग्लोबल समिट टू एंड कोविड​​​​-19 सम्मेलन में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके अंतर्राष्ट्रीय साझेदार दुनिया भर के अन्य देशों में वैक्सीन उत्पादन को तेजी से बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।

बाइडेन ने कहा, "उदाहरण के लिए, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारी क्वाड साझेदारी 2022 के अंत तक वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में कम से कम 100 करोड़ वैक्सीन खुराक का उत्पादन के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हम ट्रैक पर हैं।"

वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर संयुक्त राज्य अमेरिका पहुंच चुके हैं। इस दौरान वह राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमल हैरिस के साथ बैठक सहित कई बड़े नेताओं से बातचीत करेंगे। पीएम मोदी क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे और 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) को संबोधित करेंगे। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमेरिका जाने के रास्ते से अपने विमान के अंदर की झलक पेश करते हुए एक तस्वीर ट्वीट की। प्रधानमंत्री की इस तस्वीर में वे विमान की सीट पर बैठकर अपने समय का उपयोग फाइलें देखने में करते दिख रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'लंबी उड़ान में कागजात और फाइलों को देखने का अवसर मिल जाता है'। 

पीएम मोदी का विशेष विमान वाशिंगटन डीसी के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पर हल्की बारिश के बीच उतरा। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान से छाता लेकर बाहर निकले और लोगों का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री के साथ विशेष विमान में एनएसए अजित डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला समेत उच्च अधिकारी भी पहुंचे हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख