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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

लंदन: भारत की ओर से बनाया दबाव काम कर गया है। ब्रिटेन ने आखिरकार सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के द्वारा बनाई कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' को अपने नए यात्रा नियमों में मान्यता दे दी है लेकिन इसके साथ एक पेच भी फंसा दिया गया है। दरअसल, अभी भी ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों को क्वारंटीन रहना अनिवार्य है। ब्रिटेन ने अपनी ट्रैवल पॉलिसी में बदलाव करते हुए कोविशील्ड को मंजूरी दे दी है लेकिन उसने भारत के वैक्सीन सर्टिफिकेट को मंजूरी नहीं दी है जिसके कारण जमीनी स्तर पर भारतीय यात्रियों के लिए कोई खास बदलाव नहीं होगा।

नई गाइडलाइंस के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका वजेवरिया और मॉडर्ना टकीडा के फॉर्मुलेशन को मान्यता दी गई है। हालांकि, कोविशील्ड की दोनों डोज लेने वाले यात्रियों को अभी भी 10 दिन क्वारंटीन रहना अनिवार्य है। ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि वह वैक्सीन सर्टिफिकेट के मान्यता को लेकर भारत के साथ मिलकर काम कर रही है।

वाशिंगटन: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्पष्ट किया है कि उनका देश कभी भी सर्वशक्तिमान होने या पूरी दुनिया में आधिपत्य जमाने की दौड़ में शामिल नहीं होगा। जिनपिंग ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सम्मेलन को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए यह बात कही। चीन का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस संबोधन के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका चीन के साथ में दुनिया में एक और शीत युद्ध नहीं चाहता है।

चिनफिंग ने नरम रुख अपनाते हुए कहा कि संवाद औऱ सहयोग से ही तमाम देशों के बीच विवादों को हल किया जा सकता है। उन्होंने दुनिया भर के देशों से टकराव या अलगाव के रास्ते से दूर रहने की अपील की। संयुक्त राष्ट्र महासभा को वीडियो लिंक के जरिये संबोधित करते हुए चिनफिंग ने कहा, विश्व को शांति, विकास, समानता, न्याय, लोकतंत्र और आजादी को आगे बढ़ाने की जरूरत है। ये मानवता के समान मूल्य है और यह दुनिया को छोटे-छोटे गुटों में बाटने की कोशिश को खत्म करता है।

नई दिल्ली: पाकिस्तान की अफगानिस्तान में तालिबान को मोहरा बनाकर भारत को घेरने की चाल एक बार फिर नाकाम हो गई। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान चाहता था कि तालिबान की नई सरकार को दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क में शामिल कराया जाए ताकि उसे सहयोगी मिल सके, लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी। सूत्रों का कहना है कि भारत ही नहीं कई अन्य देशों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया और आखिरकार यह बैठक ही कैंसल कर दी गई। तालिबान की नई सरकार को ज्यादातर देशों ने मान्यता नहीं दी है।

खबरों के अनुसार, सार्क की यह बैठक न्यूयॉर्क में शनिवार को प्रस्तावित थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने चालबाजी करते हुए बैठक में तालिबान को भी प्रतिनिधित्व देने की मांग उठा दी। भारत औऱ सार्क के कई अन्य सदस्य देशों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। ऐसे में कोई सहमति न बन पाने के बाद यह मीटिंग ही रद्द कर दी गई।

ऐसा कहा जाता है कि ज्यादातर देश इस बात पर राजी थी कि अफगानिस्तान की कुर्सी मीटिंग के दौरान खाली रखी जाए, लेकिन पाकिस्तान अड़ा रहा, जिसके बाद मीटिंग ही रद्द कर दी गई।

संयुक्त राष्ट्र: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि अमेरिका चीन के साथ संबंधों के संदर्भ में "नया शीत युद्ध" नहीं चाहता है। उन्होंने न्यूयॉर्क में विश्व नेताओं से कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका किसी भी राष्ट्र के साथ काम करने के लिए तैयार है जो चुनौतियों को साझा करने के लिए शांतिपूर्ण समाधान का प्रयास करता है, भले ही हमारे बीच अन्य क्षेत्रों में तीव्र असहमति हो।"

अमेरिकी राष्ट्रपति ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में 20 साल तक चले संघर्ष को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि एक ओर अमेरिका इस ''अनवरत युद्ध'' काल को समाप्त कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर वह दुनिया भर के लोगों को ऊपर उठाने और लोकतंत्र का नवीनीकरण तथा इसकी रक्षा करने के लिए ‘‘अनवरत कूटनीति'' के नए युग की शुरुआत कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें उच्चस्तरीय सत्र में अपने पहले संबोधन में, बाइडन ने महासभा हॉल में एकत्रित विश्व नेताओं और राजनयिकों से कहा कि उनके विचार में दुनिया 'इतिहास के एक परिवर्तन बिंदु' पर है।

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