ताज़ा खबरें
'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

वॉशिंगटन: अफगानिस्तान में पाकिस्तान की भूमिका और आतंकवाद में उसकी संलिप्तता क्वाड शिखर सम्मेलन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की द्विपक्षीय चर्चा के मुद्दों में शामिल थे। द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक प्रेस वार्ता के दौरान विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने आतंकवाद को पाकिस्तान के समर्थन से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान वास्तव में कई मायनों में उन समस्याओं के लिए उकसा रहा है जिनसे भारत पड़ोस में और बाहर निपट रहा है।

उन्होंने कहा, "द्विपक्षीय चर्चाओं और क्वाड शिखर सम्मेलन दोनों में चर्चा के विषयों में अफगानिस्तान में पाकिस्तान की भूमिका और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की भूमिका को और अधिक सावधानी से देखना, उसकी जांच एवं निगरानी रखना भी शामिल था।" उन्होंने कहा, "क्वाड या अन्य भागीदारों ने उस एक महत्वपूर्ण कारक पर नज़र रखी, जिसे कभी-कभी अनदेखा कर दिया जाता है। जब आप पाकिस्तान को खुद को एक सूत्रधार के रूप में पेश करते हुए देखते हैं कि क्या यह वास्तव में हमारे पड़ोस में जिन कुछ समस्याओं से निपट रहा है, उनमें से कुछ के लिए उकसाने वाला रहा है या नहीं?"

वाशिंगटन: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से द्विपक्षीय मुलाकात के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे। यहां दोनों के बीच ओवल ऑफिस में बैठक हुई। बातचीत के दौरान बाइडेन ने मोदी की तारीफ की और कहा, "आपका स्वागत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। हम आपको काफी समय से जानते हैं। हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्हाइट हाउस आए हैं। उन्होंने आगे कहा, "जैसा कि मैंने कहा था कि 2020 तक अमेरिका और भारत सबसे करीबी देश होंगे। हमारे रिश्ते वाकई काफी मजबूत हुए हैं।" 

उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बाइडन की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किए जाने पर आभार जताया। मोदी ने कहा, "मेरे डेलिगेशन का इस तरह स्वागत करने के लिए धन्यवाद। पहले भी मुझे 2014 और 2016 में आपके साथ चर्चा करने का मौका मिला और उस समय आपने जिस तरह भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय रिश्तों के लिए अपना जो नजरिया साझा किया, उसके लिए मैं आपका शुक्रिया अदा करता हूं। आज आप भारत-अमेरिका के रिश्तों में की गई पहलों को लागू कर रहे हैं।" 

बीजिंग: अमेरिका में होने वाली क्वाड समिट को लेकर चीन ने निशाना साधा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने शुक्रवार को कहा कि इस तरह के विशेष संकीर्ण गठबंधन का खड़े होना मौजूदा समय के चलन के खिलाफ है और इसे कहीं से भी समर्थन नहीं हासिल होगा। 

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के न्योते पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के पीएम योशिहिदे सुगा वॉशिंगटन में बाइडेन के साथ पहली बार आमने-सामने बैठकर क्वाड समिट में हिस्सा लेंगे।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब झाओ लिजियान से क्वाड समिट के उद्देश्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्वाड समूह को किसी तीसरे देश और उसके हितों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। झाओ ने कहा, "हमारा मानना है कि क्षेत्रीय सहयोग व्यवस्था में किसी भी तीसरे पक्ष और उसके हितों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।"

लंदन: ब्रिटेन में सांसदों ने हाउस ऑफ कॉमन्स में चर्चा के लिए ‘‘कश्मीर में मानवाधिकारों'' पर एक प्रस्ताव रखा है जिस पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि देश के अभिन्न हिस्से से संबंधित विषय पर किसी भी मंच पर किए गए दावे को पुष्ट तथ्यों के साथ प्रमाणित करने की आवश्यकता है। ब्रिटेन में कश्मीर पर ‘ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप' (एपीपीजी) के सांसदों ने यह प्रस्ताव रखा है। विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) में एशिया की मंत्री अमांडा मिलिंग ने बृहस्पतिवार को चर्चा में द्विपक्षीय मुद्दे के तौर पर कश्मीर पर ब्रिटेन सरकार के रुख में कोई परिवर्तन न आने की बात दोहरायी।

मिलिंग ने कहा, ‘‘सरकार कश्मीर में स्थिति को बहुत गंभीरता से लेती है, लेकिन भारत और पाकिस्तान को ही कश्मीरी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए स्थायी राजनीतिक समाधान तलाशना होगा। ब्रिटेन का जिम्मा इसका कोई समाधान देना या मध्यस्थ के तौर पर काम करने का नहीं है।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख