मुंबई: मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से इस बार लोकसभा चुनाव में शिवसेना प्रत्याशी रवींद्र वायकर ने जीत हासिल की तो विरोधियों ने इस जीत पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। मामला अब इतना बढ़ गया है कि इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रहे भरत शाह ने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है। बता दें, वायकर ने अपने प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के प्रत्याशी अमोल कीर्तिकर को 48 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी।
निर्दलीय प्रत्याशी भरत शाह ने बॉम्बे हाईकोर्ट में इस संबंध में याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका में मतगणना के दौरान गड़बड़ियों का आरोप लगाया है। शाह ने उच्च न्यायालय से मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के परिणामों को अमान्य घोषित करने की मांग की है। वायकर ने मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी शिवसेना-यूबीटी प्रत्याशी अमोल कीर्तिकर को केवल 48 वोटों से हराया था। हिंदू समाज पार्टी के भरत शाह ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और मात्र 937 वोट हासिल किए।
भरत शाह की चुनाव आयोग को निर्देश देने की अपील
निर्दलीय प्रत्याशी रहे भरत शाह ने अपनी याचिका में हाईकोर्ट से अपील की है कि कथित धोखाधड़ी की जांच के लिए भारत के चुनाव आयोग को निर्देश दिए जाएं। उन्होंने दावा किया कि शुरुआत रुझानों में कीर्तिकर आगे थे लेकिन बाद में वायकर केवल 48 वोटों से विजयी हुए। उन्होंने मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर पर सवाल उठाए हैं और अदालत से इस बारे में चुनाव आयोग को निर्देशित करने का अनुरोध किया है।