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मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में जब भारत रविवार (17 जनवरी 2016) यहां खेलने उतरेगा तो सीरीज में बने रहने के लिए उसे हार हाल में यह मैच जीतना होगा। पहले दो मैचों में गेंदबाजों की नाकामी के बाद सीरीज में अब टीम की वापसी का पूरा दारोमदार बल्लेबाज पर होगा। पहले दोनों मैचों में 300 से अधिक रन बनाने के बावजूद हार का सामना करने वाली भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को यह स्वीकार करना पड़ा कि गेंदबाजों के नहीं चल पाने के कारण उनके बल्लेबाजों को अतिरिक्त जिम्मेदारी लेनी होगी। भारत के पास पांच मैचों की इस सीरीज में अपनी उम्मीद को कायम रखने का शायद कल आखिरी मौका होगा। जिम्बाब्वे में जीत के बाद भारत को वनडे सीरीज में पिछली दो सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है।

कराची: भारत-पाक सीरीज के बारे में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा कि अगर भारत सरकार इस सीरीज को हरी झंडी दे दे तो पीसीबी इस सीरीज के मैचों के लिए एक पखवाड़े का समय निकाल सकता है। बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने हाल में कहा था कि भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम के कारण वर्ष 2016 में भारत-पाक सीरीज संभव नहीं है। इस बारे में पूछे जाने पर सेठी ने कहा कि यह संभव है। उन्होंने कहा, ‘हम लोगों का रुख आज भी वही है कि अगर भारत सरकार बीसीसीआई को अनुमति देती है तो हम लोग उनके साथ बैठकर इस वर्ष इस सीरीज के लिए 10 से 15 दिन का समय निकाल सकते हैं।’

ब्रिस्बेन: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मजबूत स्कोर के बावजूद लगातार दूसरी हार से निराश भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन को देखते हुए बल्लेबाजों से अधिक जिम्मेदारी लेने और अधिक रन बनाने की अपील की। धोनी ने अपने बल्लेबाजों के लगातार दोनों मैचों में 300 से अधिक रन बनाने के लिये तारीफ की लेकिन कहा कि उन्होंने अब तक जो स्कोर बनाये हैं उसमें उन्हें 30 रन और जोड़ने की जरूरत है। भारत को 300 से अधिक रन बनाने के बावजूद लगातार दूसरे मैच में हार झेलनी पड़ी। धोनी ने सात विकेट की हार के बाद कहा, 'आप केवल रन बनाकर मैच नहीं जीत सकते या फिर आप 280 रन बनाकर यह नहीं कह सकते हो कि गेंदबाज मैच जीतेंगे। दोनों विभागों में सुधार की जरूरत है। किसी भी स्थान पर लगातार दो मैचों में 300 से अधिक का स्कोर बनाना मुश्किल होता है लेकिन हमने ऑस्ट्रेलिया में ऐसा किया।'

ब्रिस्बेन: स्टार भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली क्रिकेट वर्ल्ड का एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेते लेकिन सिर्फ 19 रनों से चूक गये। ब्रिस्बेन में दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होने के चलते वे वनडे क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 7000 रन पूरे करने से चूक गये। फिलहाल यह रिकॉर्ड एबी डिविलियर्स के नाम है। हालांकि अभी भी कोहली इस रिकॉर्ड को तोड़ने के सबसे नजदीक हैं। डिविलियर्स ने 166 पारियों में यह आंकड़ा पार किया था। पर्थ वनडे में 91 रन और ब्रिस्बेन वनडे में 59 रन बनाने वाले कोहली ने अब तक 168 मैचों में 160 पारियों में 23 शतकों और 36 अर्धशतकों के सहारे 50.89 के औसत से कुल 6981 रन बना लिये हैं। भारतीय बल्लेबाजों में कोहली से आगे पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का नाम है। गांगुली ने 7000 रन 174 पारियों में बनाए हैं।

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