पर्थ: वाका में ऑस्ट्रेलिया से मिली पांच विकेट की हार पर भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा- 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के लिये दिन इतना बुरा होगा।' साथ ही धोनी ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और जॉर्ज बेली की भी शानदार बल्लेबाजी के लिये तारीफ की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में अश्विन ने नौ ओवर में 69 रन देकर दो विकेट लिये जबकि जड़ेजा ने नौ ओवर में 61 रन दिये और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। इन दोनों ने इस तरह से 18 ओवरों में 129 रन दिये और भारत बड़ा स्कोर खड़ा करने के बावजूद यह मैच पांच विकेट से हार गया। धोनी ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैच से पहले जब मैं जिम्मेदारी साझा करने की बात कर रहा था तो मैं इस बारे में बोल रहा था कि जब तेज गेंदबाजों के लिये दिन अच्छा नहीं होगा तो तब मैं स्पिनरों का उपयोग करूंगा।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि स्पिनरों के लिये दिन इतना बुरा होगा और अन्य को यह जिम्मेदारी साझा करनी पड़ेगी।' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने वास्तव में शानदार बल्लेबाजी की और पिच से बहुत कम मदद मिल रही थी। उन्होंने कुछ बड़े शॉट खेले लेकिन उन्होंने स्ट्राइक बहुत अच्छी तरह से रोटेट की और उन्होंने प्रति ओवर छह से अधिक रन बनाये। हमारे स्पिनरों पर कुछ बाउंड्री लग गई थी और इसलिए पर हम पर काफी दबाव था।' धोनी ने हालांकि तेज गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'तेज गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और दो विकेट लेकर हमें अच्छी शुरुआत दिलाई। जब आपका स्कोर अच्छा हो तो आप इस तरह की शुरुआत चाहते हो। लेकिन मेरा मानना है कि स्पिनर बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे।' सरन के लिये उन्होंने कहा, 'उसने अच्छी गेंदबाजी की। वह गेंद को सही क्षेत्र पर पिच करा रहा था जो कि महत्वपूर्ण है। बाएं हाथ का तेज गेंदबाज होने के कारण उसने एंगल का थोड़ा फायदा होता जिससे दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिये गेंद बाहर की तरफ जाती है। कुल मिलाकर उसने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन मैं एक मैच के आधार पर कोई फैसला नहीं सुना सकता।' धोनी ने कहा, 'हमें आगामी मैचों में भी उसे देखना होगा जब उस पर शुरू से दबाव होगा। तब हमें देखना होगा कि वह कैसी गेंदबाजी करता है। लेकिन कुल मिलाकर यदि आप मुझसे आज पूछोगे तो मैं यही कहूंगा कि उसने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की।' रोहित शर्मा के नाबाद 171 रन की भी कप्तान ने तारीफ की और उन्हें ऐसा खिलाड़ी बताया जो बड़े शतक जमाने में सक्षम है। धोनी ने कहा, 'जब भी एक बल्लेबाज लंबी पारी खेलता है तो सबसे महत्वपूर्ण यह होता कि एक बार अर्धशतक पूरा करने और फिर शतक पूरा करने के बाद वह आगे कैसे बढ़ता है।’ धोनी से पूछा गया कि क्या रोहित और विराट कोहली को शुरू में ही तेजी दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह मुश्किल था। 310 बहुत अच्छा स्कोर था और उन्होंने इसे आखिरी ओवर में हासिल किया। यदि हमने थोड़ी बेहतर गेंदबाजी की होती तो हम उन पर अधिक दबाव डाल सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।' धोनी ने कहा कि टीम को अब भी सीम गेंदबाजी के आलराउंड विकल्प की कमी खल रही है। उन्होंने कहा, 'यदि आप हमारे अन्य बल्लेबाजों को देखो तो हमारे पास अन्य कामचलाऊ गेंदबाज गुरकीरत सिंह मान है। मैंने उसे बहुत ज्यादा नहीं देखा है कि वह गेंदबाजी में कितना अच्छा है। उसने घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी की है।