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गुवाहाटी: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को जेएनयू विवाद के संबंध में नई दिल्ली में पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की और आरोप लगाया कि सरकार विश्वविद्यालयों में आरएसएस के कुलपति बैठाना चाहती है। असम की राजनीतिक रैली में राहुल गांधी ने कहा, 'जिस तरह से पत्रकारों पर हमला किया गया, यह बिल्कुल गलत है और हम इसकी निंदा करते हैं,' कांग्रेस नेता ने कहा, 'वे प्रत्येक विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुलपति नियुक्त कर रहे हैं। वे भारतीय विद्यार्थियों की आवाज दबा रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे'' उन्होंने कहा कि किसी की भी अपनी राय हो सकती है, लेकिन उसे दूसरों पर नहीं थोपा जाना चाहिए।

गोहपुर: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे हर किसी के विचारों पर नियंत्रण करना चाहते हैं और लोगों को बांटने एवं नफरत पैदा करने के एजेंडे का पालन कर रहे हैं। असम के सोनितपुर जिले में पार्टी के एक बैठक में उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस लोगों पर जबरन अपने विचार थोपकर विभाजन और नफरत पैदा करने के एजेंडे का अनुसरण कर रहे हैं जैसा कि जेएनयू में हाल के घटनाक्रमों से दिखाई दिया। उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा और आरएसएस में देश की सांस्कृतिक विविधता और जनभावनाओं को लेकर कोई सम्मान नहीं है। देशभक्ति के लाइसेंस की दुकान खोल रखी है आरएसएस ने। वे बस चाहते हैं कि हर कोई उनके विचारों का पालन करे। राहुल ने कहा कि उन्हें हर जगह यहां तक कि विश्वविद्यालयों में भी आतंकवाद दिखता है और वे अपने विचारों से सहमत ना होने वाले हर किसी को आतंकी करार देते हैं। उन्होंने कहा, भाजपा ने सालों से मुसलमानों को आतंकी करार देकर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने का प्रयास किया है।

गुवाहाटी: असम विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक बार फिर बांग्‍लादेशी घुसपैठियों की समस्या को मुख्य मुद्दा बना रही है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कोकराझार और नौगांव में दो रैलियों को संबोधित करते हुए इस मुद्दे पर राज्य की तरुण गोगोई सरकार को घेरने की कोशिश की। शाह की पहली रैली कोकराझार में हुई, जहां उन्होंने बोडोलैंड पीपुल्‍स फ्रंट के साथ चुनावी तालमेल की विधिवत घोषणा की। तीन सालों में 1000 करोड़ देने की मांग पर उन्होंने कहा, 'केंद्र इससे ज्यादा राशि का पैकेज देने वाली हैं, लेकिन थोड़ा इंतजार करना होगा। कोकराझार और नौगांव, दोनों ही स्थानों पर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। घुसपैठ मामले में वोट बैंक की राजनीति कर रही कांग्रेस बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर भाजपा प्रमुख ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस ने इस मुद्दे पर कुछ नहीं किया, दूसरी ओर नरेंद्र मोदी सरकार ने अब तक 60 हजार ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया है।

नई दिल्ली: असम गण परिषद (अगप) के वरिष्ठ नेता और असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत ने आज कहा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना नहीं है लेकिन भाजपा की तरफ से कोई ठोस ‘प्रस्ताव’ आने पर वह विचार कर सकती है। उन्होंने बताया, ‘सैद्धांतिक रूप से कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन नहीं हो सकता। अगप का गठन कांग्रेस विरोधी विचारधारा के साथ हुआ था। इसलिए कांग्रेस के साथ गठबंधन संभव नहीं है।’ महंत (63) ने कहा कि गठबंधन के लिए अगप ने कुछ छोटे स्थानीय दलों से बातचीत की है लेकिन अब तक भाजपा के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के साथ कोई चर्चा नहीं हुई है। अगर वे किसी ठोस प्रस्ताव के साथ हम लोगों से संपर्क करते हैं तो हम लोग चर्चा कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठजोड़ पर निर्णय लेने के लिए अगम की तरफ से एक समिति का गठन किया गया है।

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