गोहपुर: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे हर किसी के विचारों पर नियंत्रण करना चाहते हैं और लोगों को बांटने एवं नफरत पैदा करने के एजेंडे का पालन कर रहे हैं। असम के सोनितपुर जिले में पार्टी के एक बैठक में उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस लोगों पर जबरन अपने विचार थोपकर विभाजन और नफरत पैदा करने के एजेंडे का अनुसरण कर रहे हैं जैसा कि जेएनयू में हाल के घटनाक्रमों से दिखाई दिया। उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा और आरएसएस में देश की सांस्कृतिक विविधता और जनभावनाओं को लेकर कोई सम्मान नहीं है। देशभक्ति के लाइसेंस की दुकान खोल रखी है आरएसएस ने। वे बस चाहते हैं कि हर कोई उनके विचारों का पालन करे। राहुल ने कहा कि उन्हें हर जगह यहां तक कि विश्वविद्यालयों में भी आतंकवाद दिखता है और वे अपने विचारों से सहमत ना होने वाले हर किसी को आतंकी करार देते हैं। उन्होंने कहा, भाजपा ने सालों से मुसलमानों को आतंकी करार देकर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने का प्रयास किया है।
उन्होंने 2014 में आदिवासियों पर हुए हमले के दौरान बोडो और आदिवासियों के बीच विभाजन पैदा कर असम में भी उसी नीति का पालन किया है।