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रामपुर: अपने बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले वरिष्ठ सपा नेता पूर्व काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां अपना निर्वाचन प्रमाणपत्र लेने के लिए कीचड़ भरे रास्ते से ले जाए जाने को लेकर पीठासीन अधिकारी पर बरस पड़े। उनकी नाराजगी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। रामपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि यह वाक्या गत 11 मार्च को हुआ, जब खां रामपुर विधानसभा सीट जीतने का प्रमाणपत्र लेने के लिए मण्डी परिसर में गए थे। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर अभय कुमार गुप्ता द्वारा अपनी कार को मण्डी के बाहर रकवाने और कीचड़ भरे रास्ते से जाने को मजबूर किए जाने पर जमकर खरी-खोटी सुनाई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में खां यह कहते हुए दिखायी देते हैं इस रास्ते पर चलकर देखो। मण्डी में इतनी गन्दगी है, इतनी कीचड़ है। यह शर्म की बात है। हालांकि यह हमारे लिए भी शर्म की बात है कि यहां गंदगी है। अभी सरकार है। जब तक नई सरकार नहीं बन जाती, तब तक मैं मंत्री हूं। आचार संहिता हटने के बाद दो-तीन दिन में आप पर एक्शन लेने का हक रहेगा हमारा। उन्होंने गुप्ता पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए उनसे कहा कि क्या इसीलिए आपको ट्रांसफर करवा के लाए थे हम। आप तो कूड़े में पड़े थे। रोये थे आप...ऐसे कूड़े में थे। इतनी जल्दी नजरें बदलते हो। इस रास्ते से आप हमें यहां लाए हैं। हम अगर फिसल जाएं तो नेशनल न्यूज बन जाएगी। मगर इससे तो आपका सम्मान बढा़ होगा।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता का चयन गुरुवार को नहीं हो सका। नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को अधिकृत किया गया है। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां बताया कि विधानसभा चुनाव में नवनिर्वाचित विधायकों की पार्टी मुख्यालय पर हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके नेता विपक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों के चयन के लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश को अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में आगामी 25 मार्च को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया। चौधरी ने बताया कि अखिलेश ने विधायकों से कहा कि चुनाव में पार्टी की हार पर उनके चेहरों पर उदासी नहीं आनी चाहिए। सपा का चरित्र ही संघर्ष करने का रहा है। अब जीवन का संग्राम पुरजोर तरीके से लड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में चुनाव में सपा की हार की कोई समीक्षा नहीं की गई है। बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जिन तरीकों का इस्तेमाल किया, वे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। भगवा दल ने मतदाताओं को गुमराह करके चुनाव जीता है। सपा प्रवक्ता के अनुसार विधायकों ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी का आरोप भी लगाया और कहा कि भविष्य में सभी चुनाव मतपत्रों के जरिये ही कराए जाने चाहिए। हालांकि हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव को रद्द करने की मांग नहीं उठी। बैठक में अखिलेश के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव समेत सपा के सभी नवनिर्वाचित विधायक मौजूद थे।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से कथित छेड़छाड़ के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है। बसपा ने आज (बुधवार) कहा कि भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है और इसलिए हर महीने वह ‘काला दिवस’ मनाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार की समीक्षा के लिए बुलायी गयी बैठक के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग ने 11 मार्च को नतीजे घोषित होने के बाद हमारी शिकायत पर उचित जवाब नहीं दिया है। पार्टी ने इस मामले में अब अदालत जाने का फैसला किया है ताकि देश को भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी से बचाया जा सके और लोकतंत्र की रक्षा की जा सके। मायावती ने कहा कि बसपा इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के लिए उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में आंदोलन करेगी। पार्टी हर महीने की 11 तारीख को उत्तर प्रदेश तथा अन्य प्रदेशों के राज्य मुख्यालयों पर ‘काला दिवस’ मनाएगी. इस कड़ी में पहला प्रदर्शन 11 अप्रैल को होगा। बसपा नेता ने 11 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उनका कहना है कि बेईमानी से हासिल की गयी जीत को छिपाने के लिए भाजपा अब कह रही है कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी होती तो वे पंजाब, गोवा और मणिपुर में भी वैसा ही कर देते। मायावती ने कहा कि भाजपा को जनता को इतना भोला नहीं समझना चाहिए। 

लखनऊ: गैंगरेप और यौन शोषण के आरोप में 16 दिनों से फरार चल रहे गायत्री प्रजापति को पुलिस ने आज लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने प्रजापति की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस ने उनके बेटे अनुराग व भतीजे अनिल को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। एडीजी दलजीत चौधरी ने आज कहा कि वो इतने दिनों से हरियाणा और दिल्ली में कहीं छिपा था। पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने बीते दिनों उनके साथियों की गिरफ्तारी के बाद साफ कह दिया था कि 24 घंटे के अंदर इसकी भी गिरफ्तारी हो जाएगी। गौरतलब है कि गायत्री 27 फरवरी से फरार थे। उसके बाद छह मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने गैंगरेप के आरोपी गायत्री प्रजापति को कोई भी राहत देने से इनकार कर दिया था। प्रजापति अपनी गिरफ्तारी और एफआईआर पर रोक लगवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे, प्रजापति को अदालत ने कहा था कि वह संबंधित कोर्ट में याचिका दायर करें। फरार चल रहे प्रजापति ने अपनी याचिका में मामले को राजनीति से प्रेरित बताया था, लेकिन अदालत ने उनकी कोई दलील नहीं सुनी। पुलिस ने प्रजापति के बेटे और भतीजे से पूछताछ के बाद सीओ हजरतगंज व आलमबाग की टीम ने फरार साथियों पिंटू सिंह उर्फ अमरेन्द्र सिंह, रूपेश और विकास वर्मा को गिरफ्तार किया था।

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