नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार के अब इंजन टकरा रहे हैं। इंजन क्या अब तो डिब्बे भी टकराने लगे हैं। समाजवादी पार्टी प्रमुख, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कंन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने यह बात आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जारी चर्चा के दौरान बोलते हुए कहीं।
डबल इंजन की सरकार मरने वालों की डिज़िट नहीं दे पा रही: अखिलेश
अखिलेश यादव ने अपनी चर्चा की शुरूआत महाकुंभ में मची भगदड़ में मारे गयेे श्रद्धालुओं को दो मिनट श्रद्धांजलि देने की मांग की। अखिलेश ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि यह फैसला आपके अधिकार क्षेत्र है। लिहाजा में चाहूंगा कि चर्चा के अंत में महाकुंभ के मृतकों को सदन में श्रद्धांजलि अर्पित की जाए।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महाकुंभ के आयोजन से पहले दावा किया गया था कि इस बार पहली बार डिज़िटल कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन अफसोस डबल इंजन की सरकार मरने वालों की डिज़िट नहीं दे पा रही है।
महाकुंभ से जुड़ी तमाम व्यवस्था के आंकड़े सदन के पटल पर रखे जाएं
उन्होंने कहा कि महाकुंभ आयोजन से जुड़ी तमाम व्यवस्था के आंकड़े सदन के पटल पर रखे जाएं और दोषी लोगों के खिलाफ दंड़ात्मक कार्रवाई की जाए।
भाजपा शासित राज्य में सनातन परंपरा तोड़ी गयी: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि दस्तावेज बताते है कि सदियों से कुंभ का आयोजन होता आया है और उस वक्त की सरकारों ने उसका आयोजन करवाया है। लेकिन इस बार महाकुंभ के आयोजन का राजनीतिक इस्तेमाल करने की कोशिश की गयी। बताया गया कि 144 साल इस महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। सरकार ने प्रचार प्रसार पर विशेष ध्यान दिया। लेकिन भाजपा शासित राज्य में सनातन परंपरा तोड़ी गयी। संतों के अखाड़े नक्षत्रों के मुताबिक शाही स्नान करते आए है, लेकिन इस बार सरकार ने शाही स्नान का समय निर्धारित किया। बाद में भगदड के हादसे को छुपाने के लिए नया आदेश जारी किया गया।
एक इंजन ने दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं किया था: अखिलेश
सपा अध्यक्ष ने कहा, "मुझे कभी कभी लगता है कि पीएम जितना अपने लोगों को समझाते हैं, इतना ये लोग समझते ही नहीं हैं। वो सबसे ज्यादा सोशल मीडिया के बारे में जानकारी रखते हैं। आप भी जानकारी रखा करो। अगर आप भी जानकारी रखते तो आपको पता होता कि एक इंजन ने दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं किया था।"
नेता सदन अपने भाषण देना है, मेरे आरोप नकार दें: अखिलेश
सपा सांसद ने कहा कि श्रद्धालु महाकुंभ में पुण्य कमाने आए थे, लेकिन अपने सगे लोगों के शव लेकर लौटे हैं। उन्होंने यूपी की योगी सरकार को असंवेदनशील करार देते हुए कहा कि जब महाकुंभ में लाशें बिखरी हुई थीं, जिन्हें जेसीबी मशीन से उठाकर कई फेंका गया था, वहां से बदबू आने लगी। सरकार अभी तक मरने वालों सही आंकड़ा नहीं दे सकी है। कितने बच्चों की मौत हुई, इसकी कोई जानकारी नहीं है। उस वक्त योगी सरकार द्वारा हेलिकाप्टर से फूलों को बरसाना कौन सी सनातनी परंपरा है? उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया का सहारा लेकर यह लोग (बीजेपी) हकीकत छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं सब गलत बोल रहा हूं, तो नेता सदन (पीएम मोदी) को सदन में भाषण देना है, वह इसे नकार दें।
चीन आपकी जमीन भी छीन रहा है: अखिलेश
नौकरी, रोजगार और हमारे भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को कैसे बढ़ावा दिया जाए। चीन केवल एक पर हमला नहीं कर रहा है। आपकी जमीन भी छीन रहा है, आपका बाजार भी छीन रहा है। सरकार आंकडा दे कि कांग्रेस पार्टी का ऐसा रास्ता था, तो वो आपका रास्ता क्यों है। जिस उनके साथी समझ लेंगे, वो भी साथ छोड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा, जिस समय बाजार खोला गया, उस समय हमारा ध्यान अर्थव्यवस्था पर नहीं रखा गया। उसी समय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर ध्यान रखा गया होता तो आज हम चीन से आगे होते।
अखिलेश ने यूपी सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यूपी में 'इंवेस्टमेंट मीट' के कई भव्य आयोजन हुए। जिसमें निवेशकों भी आमंत्रित किया गया। 40 लाख करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। सरकार बताए कि इसमें से कितना ज़मीन पर उतरा है।
दस साल में केंद्र सरकार क्या कोई नया मिलिट्री स्कूल खोला?: अखिलेश
सपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार दावा कर रही है कि मिलिट्री स्कूल में लड़कियां भी पढ़ेंगी। सरकार को बताना चाहिए कि पिछले दस साल में उसने क्या कोई नया मिलिट्री स्कूल खोला है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने अपनी इमेज चमकाने और विरोधियों की इमेंज बिगाड़ने की मुहिम चला रखी है। लेकिन इसके बावजूद केंद्र और प्रदेश सरकार की छवि जंनता में लगातार धूमिल हो रही है।अखिलेश यादव ने अपने भाषण के अंत में कहा कि बाकी बातें बजट की चर्चा में रखेंगे और दीवाली और ईद का ज़िक्र भी किया।