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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार सुबह राजधानी की हजरतगंज कोतवाली पहुंचे। यहां उन्होंने पीड़ितों की मूलभूत समस्याओं के साथ पुलिस विभाग में व्यवस्थाओं में कमियों की जानकारी ली। उन्होंने मुकदमों को लिखे जाने और उनके निस्तारण में कितना समय लगता है, इस बाबत वहां काम करने वाले मुंशियों और सिपाहियों से पूछा। वहीं, विभाग बंटने के बाद पहले दिन यूपी सरकार के मंत्री भी सक्रिय दिखे। पर्यावरण मंत्री उपेंद्र तिवारी ने अपने विधानभवन स्थित कमरे में बैठने से पहले वहां खुद झाड़ू लगा कर साफ-सफाई की। मंत्री को ऐसा करते देख कर वहां से गुजरने वाले एक बारगी तो ठिठक गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ थाने में तकरीबन आधे घंटे तक रुके और 11:55 बजे वापस लौटे। मुख्यमंत्री आदित्य नाथ के दौरे के समय डीजीपी जावीद अहमद के अलावा वहां पर अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस बाबत डीजीपी से भी बात की। इसके बाद वह अन्य मुख्य कार्यालयों में भी गये। हजरतगंज कोतवाली में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पहले पहुंच गए। बाद में वरिष्ठ अधिकारी धीरे-धीरे वहां पहुंचते रहे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी थानों पर पीड़ितों के लिए विजिटर रूम बनाये जायेंगे। इनकी जिम्मेदारी एक एसआई और एक महिला कांस्टेबल संभालेंगी। शुक्रवार को सभी थानों में श्रमदान होगा। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि अपने दौरे के समय मुख्यमंत्री का जोर स्वच्छता पर भी रहा।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काम संभालने के तीसरे दिन भी अपने चुनावी वादों को पूरा करने की कवायद जारी रखी है, और इसी क्रम में उन्होंने बुधवार को पुलिस अधिकारियों से बूचड़खाने बंद करने का एक्शन प्लान तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने पशुओं की तस्करी को पूरी तरह बंद करने के भी आदेश दिए, और कहा कि ऐसे मामलों में कतई ढिलाई न की जाए, या 'ज़ीरो टॉलरेन्स' की नीति अपनाई जाए। अधिकारियों का कहना है कि यह प्रतिबंध सिर्फ अवैध बूचड़खानों पर ही लागू होगा। पिछले दो दिनों के भीतर कथित रूप से बिना अनुमति के इलाहाबाद, वाराणसी, आगरा तथा गाज़ियाबाद में चलाए जा रहे बूचड़खाने बंद कर दिए गए हैं। ऐसी ख़बरें हैं कि पूरे राज्य में इस तरह के बूचड़खानों की जांच की जा रही है। हाल ही में शानदार बहुमत पाने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह अवैध बूचड़खानों और बड़े मशीनी कसाईखानों को बंद कर देगी, लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रचार के दौरान कहा कि उनका लक्ष्य बूचड़खानों को बंद करने का है, जिसकी वजह से उलझन पैदा हुई कि वह सिर्फ अवैध बूचड़खानों की बात कर रहे हैं या नहीं। बीजेपी के घोषणापत्र में पशु तस्करी खत्म करने पर भी फोकस किया गया था, और इसे यूपी में डेयरी उद्योग के नाकाम रहने की वजह बताया गया था।

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (बुधवार) अपने मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया। सीएम योगी ने गृह, राजस्व, शहरी और नियुक्ति समेत 37 मंत्रालय को अपने पास रखा है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लोक निर्माण विभाग मंत्रालय यानि पीडब्लूडी मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया हैं। मथुरा से विधायक व बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा यूपी के उर्जा मंत्री होंगे व बरेली कैंट से पांच बार के विधायक राजेश अग्रवाल को वित्त मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। वहीं राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को उच्च शिक्षा व यूपी बीजेपी की पूर्व अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही को कृषि मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया हैं। गौरतलब है कि 20 मार्च को यूपी के सीएम की शपथ लेते समय योगी आदित्यनाथ के साथ 47 मंत्रियों ने शपथ ली थी जिनमें कैबिनेट मंत्री के रूप में राज्यपाल ने सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना, स्वामी प्रसाद मौर्य, सतीश महाना, राजेश अग्रवाल, दारा सिंह चौहान, रीता बहुगुणा जोशी, धर्मपाल सिंह ,एस पी सिंह बघेल, सत्यदेव पचौरी, रमापति शास्त्री, जय प्रताप सिंह, ओम प्रकाश राजभर, बृजेश पाठक, लक्ष्मीनारायण चौधरी, चेतन चौहान, श्रीकान्त शर्मा, राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, सिद्घार्थ सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा, आशुतोष टण्डन तथा नन्द कुमार नन्दी को शपथ दिलाई।

लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आज (बुधवार) सचिवालय एनेक्सी पहुंचे। यहां वह पान की पीक देखकर नाराज हो गए। इतने नाराज कि उन्होंने सरकारी दफ्तरों में पान, पान मसाला व गुटखा खाने पर बैन लगा दिया। दरअसल सचिवालय एनेक्सी वह दफ्तर है जहां पूर्व सीएम अखिलेश यादव बैठा करते थे। योगी आदित्यनाथ उसके ठीक सामने लोकभवन की ब्लिडिंग में बैठेंगे। यह इमारत अभी नई बनी है।सचिवालय एनेक्सी में चीफ सेक्रेट्री और होम सेक्रेट्री समेत प्रशासन से जुड़े कई महत्वपूर्ण दफ्तर हैं। सुनने में आया है कि यहां योगी आदित्यनाथ ने पान-गुटखा खाने वाले लोगों को डांट भी लगाई। इसके पहले आदित्यनाथ योगी ने लोक भवन के ऑडिटोरियम में सभी सीनियर ऑफिसर्स के साथ मीटिंग की थी और सफाई के लिए शपथ दिलाई थी। इस शपथ में यह शर्त भी शामिल थी शपथ लेने वाला हर अफसर 100 और लोगों को शपथ दिलाएगा और हर हफ्ते 2 घंटे सफाई के लिए श्रम दान करेगा। यहीं नहीं 2014 में पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने बनारस में अपनी पहली सभा में जो भाषण दिया था उसमें बनारस के लोगों से गंदगी नहीं करने और पान खाकर नहीं थूकने का वादा लिया था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पान मसाला, प्लास्टिक को सरकारी ऑफिसों में बंद करने का निर्देश दिया था।

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