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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को ‘चुनावी भाषण’ करार दिया और आरोप लगाया कि उन्होंने विपक्ष द्वारा उठाए गए किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संसद परिसर में कहा कि लगता है कि वह लोगों और उनकी जरूरतों से कटे हुए हैं। उनके भाषण से यही महसूस हुआ।

महाकुंभ में लोगों की मौत पर पीएम मोदी ने दुख नहीं जताया: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में महाकुंभ की भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख नहीं जताया गया, जो अफसोस की बात है। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत अफसोस की बात है कि कुंभ में इतनी बड़ी घटना घट गई। सरकार पहले मरने वालों के आंकड़े छिपा रही थी। आज कोई शोक भी नहीं जताया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बात की चिंता है कि देश खिलौने बनाएगा, लेकिन इतने लोगों की जान गई फिर भी कोई दुख नहीं जताया गया।’’ यादव ने दावा किया कि इस सरकार को लोगों की जान जाने की कोई चिंता नहीं है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘‘मुझे प्रधानमंत्री के भाषण से हैरानी हुई क्योंकि यह एक चुनावी भाषण था। कल दिल्ली में चुनाव है। उन्होंने सरकार के कामों की सूची बताई है। हम सभी जानते हैं कि विपक्ष ने कई आलोचनाएं की थीं, लेकिन प्रधानमंत्री ने इनका जवाब नहीं दिया।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को राजनीतिक टिप्पणी से बचना चाहिए था क्योंकि यह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा थी।

तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष द्वारा उठाए गए किसी एक सवाल का भी जवाब नहीं दिया। रॉय ने कहा, "मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण से बहुत नाखुश हूं। उन्होंने ऐसा भाषण दिया जो राष्ट्रपति के भाषण का दोहराव है, लेकिन उन्होंने कुंभ में हुई मौतों की संख्या और बांग्लादेश की स्थिति के बारे में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दिया।"

लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन पर कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने कहा, "हमने सोचा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भारत के भविष्य के विकास और भारत को उत्पादन केंद्र बनाने के दूरदर्शी बयान के बाद पीएम कुछ बढ़िया बोलेंगे। लेकिन वह अतीत के बारे में बोल रहे थे...उनकी समस्या यह है कि वह अतीत में जीते हैं और भविष्य के बारे में नहीं बोलते हैं। विपक्ष के नेता ने भविष्य के बारे में बात की और पीएम ने अतीत के बारे में बात की।"

वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "उन्होंने राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए एक भी सवाल पर बात नहीं की, अखिलेश यादव ने भी बहुत अच्छा बोला, उन्होंने उस पर कुछ भी जवाब नहीं दिया। यह पीएम के भाषण की वही पुनरावृत्ति है जो हम इतने सालों से सुनते आ रहे हैं...कुछ भी नया नहीं है।"

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