नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): बजट सत्र 2025 का आज चौथा दिन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की।
सदन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आज जनता जनार्दन का भी बड़े आदर के साथ आभार व्यक्त करना चाहता हूं। देश की जनता ने 14वीं बार मुझे जवाब देने का मौका दिया है। सदन में जिन जिन लोगों ने हिस्सा लिया मैं उन सबका आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि सदन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की बातें हुईं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है। राष्ट्रपति ने देश के सामने भविष्य के 25 साल की बात रखी। एक प्रकार से आदरणीय राष्ट्रपति जी का ये उद्बोधन विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला है, नया विश्वास पैदा करने वाला है और जन-सामान्य को प्रेरित करने वाला है।
उन्होंने कहा, पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले। हम लोगों ने पांच-पांच दशक तक गरीबी हटाओ के नारे सुने। हमने गरीब को झूठे नारे नहीं दिए, सच्चा विकास दिया। हम जमीन से जुड़कर काम करते हैं, तो बदलाव होते ही हैं। अब तक गरीबों को चार करोड़ घर मिले हैं, जिन लोगों ने वो जिंदगी जी है वो जानते हैं कि पक्की छत मिलने का क्या मतलब होता है। आजादी के 75 साल के बाद देश में 16 करोड़ से ज्यादा घरों में नल का कनेक्शन नहीं था। हमारी सरकार ने 5 साल में 12 करोड़ परिवारों के घरों में नल-से-जल देने का काम किया है।
पीएम के निशाने पर आए राहुल-केजरीवाल
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि- जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर सुर्खियां बटोरते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी। पीएम ने कहा- समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते, समस्या का समाधान भी करना होता है। हमारा प्रयास समस्या के समाधान का रहता है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा - कुछ लोगों का फोकस आलीशान घरों में जकूजी और शॉवर पर है। पीएम ने कहा कि कुछ नेताओं का फोकस अपने घर के स्टाइलिश बाथरूम पर है। हमारा फोकस तो हर घर नल से जल पहुंचाने पर है। 12 करोड़ लोगों को नल से जल दिया, हमारा फोकस गरीबों के घर बनाने पर है।
कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा- हमारे स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया जाता था, न जाने क्या-क्या कहा जाता था। इस अभियान के तहत कबाड़ बेचकर दो हजार 300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आया है। पीएम मोदी ने कहा- लेकिन पहले अखबारों की हैडिंग होती थी। इतने लाख के घोटाले, 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपए बचे हैं। जो जनता की सेवा में लगे।
सैलरीड क्लास को पौने 13 लाख तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा: मोदी
2014 के पहले ऐसे बम गोले फेंके गए, बंदूक की ऐसी गोलियां चलाई गई कि देशवासियों का जीवन छलनी कर दिया गया। हमने धीरे-धीरे उन घावों को भरते-भरते आगे बढ़े। 2 लाख रुपये 2013-14 में उस पर इनकम टैक्स माफी थी और आज 12 लाख रुपये संपूर्ण रूप से इनकम टैक्स से मुक्ति। हमने बीचे के काल खंड में 14 में 17 में 19 में 23 में भी हम लगातार ये करते आए। घाव भरते गए और आज बैंडेज बाकी था वो भी कर लिया। स्टैंडर्ड डिडक्शन उसके अगर 75 हजार जोड़ दें तो पहली अप्रैल के बाद देश में सैलरीड क्लास है उनके पौने 13 लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा।
हम तो गेमिंग के महत्व के लिए प्रयास करने वाले लोग हैं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हम तो गेमिंग का महत्व क्या होता है इसके लिए भी प्रयास करने वाले लोग में हैं। हमने युवाओं को कहा कि दुनिया का गेमिंग का कैपिटल भारत क्यों न बने। कुछ लोगों को एआई की बात होती है तो फैशन में है तो बोलते हैं। मेरे लिए एआई आर्टिफिशियल इटेंलिजेंस दूसरा एआई ऐस्पेरेशनल इंडिया है। भारत वो देश है जिसके इंडिया एआई मिशन को लेकर पूरी दुनिया बहुत आशावादी है और विश्क के एआई प्लेटफॉर्म में भारत की मौजूदगी एक बहुत अहम स्थान प्राप्त कर चुकी है।
'2014 में जब हम आए तब मान्य विपक्ष नहीं था': पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा- 2014 में जब आए तब मान्य विपक्ष नहीं था। उतने अंक भी लेकर कोई नहीं आया था, अनेक कानून ऐसे थे हमें पूरी स्वतंत्रता थी। हमारा संविधान को मानने का चरित्र था, हमने तय किया कि भले विपक्ष नहीं होगा, लेकिन जो सबसे बड़े दल का नेता है, उसे मीटिंग में बुलाएंगे। ये लोकतंत्र की आत्मा होती है, तब होता है।
प्रदूषण को कम करने की दिशा में भी कई पहल: पीएम
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि- प्रदूषण को कम करने की दिशा में भी हमारी सरकार ने कई पहल किए हैं। 12 हजार इलेक्ट्रिक बस हमने देशभर में दिए हैं और दिल्ली को भी दिया है, आज बड़े शहरों में गिग इकोनॉमी डेवलप हो रहा है, लाखों युवा जुड़ रहे हैं। हमने बजट में कहा है कि ई-श्रम पोर्टल पर गिग वर्कर रजिस्ट्रेशन कराएं और आईडी कार्ड मिले, आयुष्मान योजना का भी लाभ दिया जाएगा। अनुमान है कि आज देश में एक करोड़ गीग वर्कर हैं। हम उस दिशा में भी काम कर रहे हैं। एमएसएमई सेक्टर बड़ी मात्रा में रोजगार के अवसर लेकर आता है। ये छोटे उद्योग आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक हैं, देश की अर्थव्यवस्था में ये सेक्टर बहुत बड़ा योगदान दे रहा है। हमारी नीति साफ है, इस क्षेत्र को सहूलियत, सहायता और संबल पर फोकस है। पूरे इकोसिस्टम को बल देते हुए आगे बढ़ रहे हैं। कई पहलुओं पर काम शुरू किया है, 2006 में मानदंड बनाया गया था और सुधार नहीं किया गया था, हमने दो बार सुधार का प्रयास किया और अब बड़ी छलांग लगाई है। हर तरफ उनको आर्थिक सहायता दी जा रही है। एमएसएमई के सामने चुनौती फॉर्मल फाइनेंशियल रिसोर्सेज की रही है।
'संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं'
पीएम मोदी ने आगे कहा- पीएम किसान सम्मान निधि से साढ़े तीन लाख करोड़ किसान के खाते में पहुंचे हैं, बीते दशक में तीन गुना अधिक खरीदी की है, किसान को ऋण में भी तीन गुना वृद्धि की गई है। आपदा में किसान को उसके हाल पर छोड़ दिया जाता था, किसानों को पौने दो लाख करोड़ रुपये मिले हैं, सिंचाई के लिए कदम उठाए गए हैं, संविधान की बात करने वालों को ज्यादा ज्ञान नहीं है। पानी को लेकर बाबा साहब का विजन इतना क्लियर था कि आज भी हम लोगों को प्रेरणा देता है, सौ से अधिक दशकों से लटकी सिंचाई परियोजनाएं पूरा करने का अभियान चलाया। नदियों को जोड़ने की वकालत अंबेडकर ने की, लेकिन दशकों तक कुछ नहीं हुआ। आज हमने केन-बेतवा लिंक समेत कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया। गुजरात में ऐसा मेरा सफल अनुभव रहा है।
विकसित भारत का सपना कोई सरकारी सपना नहीं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए देश आगे बढ़ रहा है। विकसित भारत का सपना कोई सरकारी सपना नहीं होता है। उस सपने को सबने पूरी ताकत देने की जरूरत है। भारत के पास डिमांड, डेमोग्राफी, डिमोक्रेसी है हम क्यों नहीं कर सकते हैं। 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा तब हम इसे हासिल करके रहेंगे। ये तो हमारी तीसरी ही टर्म है। हम देश की आवश्यकता के अनुसार आधुनिक भारत बनाने के लिए सक्षम भारत के लिए विकसित भारत बनाने के लिए हम आने वाले अनेक वर्षों के लिए जुटे रहेंगे। मैं सभी दलों, सभी नेताओं से आग्रह करता हूं, देशवासियों से आग्रह करता हूं, अपनी-अपनी राजनीतिक विचारधारा होंगी। कार्यक्रम होंगे लेकिन देश से बड़ा कुछ नहीं हो सकता है। हम सबके लिए देश सर्वोपरि है और हम मिलकर विकसित भारत के सपने को पूरे करें।