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वाराणसी: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में छात्राओं के प्रदर्शन और उन पर लाठीचार्ज के बाद अब कुलपति ने इस उग्र प्रदर्शन के पीछे बाहरी तत्वों का होना बताया है। कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर के लोगों ने इस आंदोलन को हवा दी है।

त्रिपाठी ने बताया, प्रदर्शन के दौरान छात्रों को उग्र होता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भांजी.' इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाहर से भारी मात्रा में लोग आए। जिन्होंने इस आंदोलन को हवा देने की कोशिश की।

बता दें कि महौल बिगड़ने के बाद पुलिस ने छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज किया। इसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हो गए हैं। इसके बाद भी प्रदर्शन शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।

वहीं कुलपति त्रिपाठी ने कहा कि वे छात्र-छात्राओं की बात समझते हैं। सुरक्षा और बचाव दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई पहलुओं पर ध्यान देना होगा।

वाराणसी: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में चल रहा प्रदर्शन शनिवार रात अचानक हिंसक हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं पर जमकर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ स्टूडेंट घायल भी हुए हैं। फिलहाल मौके पर भारी सुरक्षाबल की तैनाती कर दी गई है और बीएचयू के गेट पर प्रदर्शन कर रहे लड़के-लड़कियों को वहां से पूरी तरह हटा दिया गया है।

बीएचयू में पढ़ने वाली छात्राएं कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं। इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद रात करीब 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी के घर की ओर जाने लगे। यहां उनकी झड़प बीएचयू के गार्डों से हुई. इसके बाद पथराव हुआ।

इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी फिर बीएचयू के गेट पर आकर बैठ गए. वहां स्थानीय पुलिस पहुंची और धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं को हटाने की कोशिश करने लगी। जब ये लोग नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने भी कुछ मोटरसाइकलों में आग लगा दी. पूरी घटना में करीब 10 छात्र घायल हुए हैं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्थित बीएचयू में छेड़खानी के विरोध में सड़कों पर उतरे छात्र-छात्राओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कई छात्र घायल हो गए हैं। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया और सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सख्त नाराजगी व्यक्त की है।

अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर कहा है कि बल के बजाय बातचीत से सरकार को हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीएचयू में छात्रों पर लाठी चार्ज निंदनीय है और इसके लिए उन्होंने सरकार से कहा है कि इस घटना के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।

बात दें कि बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में चल रहा प्रदर्शन शनिवार रात अचानक हिंसक हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं पर जमकर लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ स्टूडेंट घायल भी हुए हैं। फिलहाल मौके पर भारी सुरक्षाबल की तैनाती कर दी गई है और बीएचयू के गेट पर प्रदर्शन कर रहे लड़के-लड़कियों को वहां से पूरी तरह हटा दिया गया है।

बीएचयू में पढ़ने वाली छात्राएं कैंपस में हो रही छेड़छाड़ की वारदातों के खिलाफ दो दिनों से धरने पर बैठी थीं। इनकी मांग थी कि वाइस चांसलर मौके पर आकर उनकी समस्याओं को सुनें और उनका समाधान निकालें।

नोएडा: नोएडा के गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़ी युवती के साथ रेप की घटना को फर्जी करार दिया गया है।युवती ने खुद इसे झूठा कहा है। युवती ने पुलिस को खत लिखकर कहा है कि इस तरह की कोई घटना उसके साथ नहीं हुई है, उसने गुस्से में गैंगरेप का आरोप लगाया था।

नोएडा पुलिस ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हम उन कारणों की जांच कर रहे हैं कि उसने दुष्कर्म के आरोप क्यों लगाए और इस संबंध में उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।' युवती ने कहा था कि 2 लोगों ने नोएडा गॉल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन के पास उसके साथ रेप किया, शाम 6.30 बजे कुछ लोग गाड़ी में आए और उसे बैठाकर ले गए।

उसके बाद गैंगरेप किया और अक्षरधाम के पास फेंक दिया। पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाया और उसके बाद ही ये बात सामने आई है।

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