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देहरादून: लगातार चार दिन बारिश का कहर झेलने के बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में केवल दो दिनों में 41 व्यक्तियों के डेंगू से पीड़ित पाए जाने से राज्य के स्वास्थ्य महकमे में हडकंप मच गया है। हालांकि, देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाईएस थपलियाल ने बताया कि डेंगू के सभी मरीजों की स्थिति सुधर रही है और हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू की पुष्टि वाले 41 में से 40 मामले केवल पथरीबाग क्षेत्र के हैं, जबकि एक मामला जोगीवाला क्षेत्र का है। डॉ. थपलियाल ने बताया कि डेंगू पीड़ित छह मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि बाकी सभी मरीजों का बुखार धीरे-धीरे कम हो रहा है और उनकी स्थिति में सुधार आ रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए सभी क्षेत्रों में फॉगिंग की जा रही है और लोगों को भी उसके प्रति जागरुक करने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और घबराहट की कोई बात नहीं है।

देहरादून: उत्तराखंड के कई इलाक़ों में भारी बारिश जारी है, जिसके मद्देनज़र रेड अलर्ट जारी है। आज (सोमवार) भी तेज बारिश का अनुमान है। उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में बारिश और भूस्खलन की वजहों से हुए हदासे में अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है। एहतियातन सभी स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है। बारिश और भूस्खलन की वजह से बद्रीनाथ, केदारनाथ, पिथौरागढ़, रानीखेत, अल्मोड़ा हाइवे बंद कर दिया गया। इन रास्तों को खोलने के लिए पीडब्लूडी लगातार काम कर रही है। बारिश की वजह से नदियों में गाद आने की वजह से बिजली उत्पादन पर भी काफी फ़र्क पड़ा है। बारिश की वजह से गंगा, शारदा जैसी नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके अलावा शारदा, रामगंगा और कोसी, सरयू जैसी नदियां भी ख़तरे के निशान पर पहुंच गई हैं। नदियों के आसपास रहने वाले लोगों को चेतावनी दी गई है। भारी बारिश के दौरान पहाड़ी मलबा आने से बद्रीनाथ, गंगोत्री हाइवे बंद हो गया है। भारी बारिश की संभावना कैलाश मानसरोवर यात्रा भी धारचुला में रोक दी गई है। बारिश और भूस्खलन में तीन लोगों की मौत की खबर है। अगले 24 घंटे में नैनीताल, अलमोड़ा, चंपावत, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी और पौड़ी ज़िले में भारी बारिश की संभावना है।

देहरादून: उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में शनिवार को भारी बारिश हुयी जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ जबकि भूस्खलन के कारण पहाड़ से चट्टानों के गिरने के चलते बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग बंद हो गया और तीर्थयात्रा बाधित हुयी। मौसम विभाग ने विशेषकर आपदा की आशंका वाले पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली और रूद्रप्रयाग जिलों सहित राज्य के पहाड़ी इलाकों में अगले 48 घंटों में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। यहां मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ आने, बादल फटने और भूस्खलन हो सकती है। इसके मद्देनजर लोगों को चौकस रहने को कहा गया है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया, ‘हमें अगले 48 घंटे काफी सावधान रहने की जरूरत है जिसमें पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमोली और रूद्रप्रयाग जिलों में कुछ घंटों के भीतर बहुत भारी बारिश हो सकती है। कुछ घंटों तक होने वाली बहुत भारी बारिश के कारण बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन की घटना हो सकती है। ऐसे में लोगों को सावधान रहना चाहिए।’ उन्होंने चारधाम यात्रियों को मौसम की चेतावनी का अनुसरण करने और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी।देहरादून मौसम कार्यालय के निदेशक ने बताया कि 18 जुलाई से मौसम की स्थिति में सुधार होने की संभावना है।

देहरादून: ड्यूटी पर घायल होने के कारण प्राण गंवाने वाले उत्तराखंड पुलिस के घोड़े शक्तिमान की मूर्ति हटाये जाने से पैदा हुए विवाद के एक दिन बाद आज मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि रिस्पना पुल चौराहे पर उसकी प्रतिमा लगाने और चौक का नामकरण शक्तिमान चौक करने का निर्णय अंतिम है। मुख्यमंत्री रावत ने संवाददाताओं से कहा, ‘देहरादून में शक्तिमान का स्टेच्यू लगाने और चौक का नाम बदलकर शक्तिमान चौक करने का निर्णय अंतिम है। शक्तिमान का स्चेच्यू और बेहतर डिजाइन के साथ लगाया जायेगा।’ घोड़े की मूर्ति का अनावरण न करने के निर्णय को स्वयं का निर्णय बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उचित समय पर यह कार्य भी किया जायेगा और उनके इस निर्णय में और निहितार्थ न ढूंढे जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखना उचित नहीं है । रावत ने कहा कि राज्य के शहीद आंदोनकारियों की मूर्तियों के लिए भी पार्क का शीघ्र निर्माण किया जायेगा। गौरतलब है कि गत शनिवार को रिस्पना पुल चौराहे पर स्थापित की गयी शक्तिमान की प्रतिमा को रातों रात प्रशासन द्वारा हटा लिये जाने से विवाद पैदा हो गया था । माना जा रहा है कि शक्तिमान की प्रतिमा को लगाने को लकर सरकार के खिलाफ हुई तीव्र प्रतिक्रिया के चलते ही मुख्यमंत्री रावत ने पुलिस लाइंस में लगायी गयी शक्तिमान की एक और प्रतिमा के अनावरण से भी इंकार कर दिया । गत 14 मार्च को भाजपा की राजनीतिक रैली के दौरान पैर टूटने से घायल हुए शक्तिमान को लेकर प्रदेश में सियासी तूफान पैदा हो गया था ।

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