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नई दिल्ली: वायु सेना ने उत्तराखंड के लमखागा पास में 17,000 फीट की ऊंचाई पर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया है। जहां 18 अक्टूबर को भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण 17 पर्यटकों, पोर्टर्स और गाइड सहित 17 ट्रेकर्स रास्ता भटक गए थे। लमखागा पास की ओर जाने वाले क्षेत्र से अब तक 11 शव बरामद किए गए हैं। यह हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले को उत्तराखंड के हरसिल से जोड़ने वाले सबसे खतरनाक पास में से एक है।

बता दें कि भारतीय वायु सेना ने 20 अक्टूबर को अधिकारियों द्वारा किए गए एक एसओएस कॉल के बाद एक्शन शुरू किया। साथ ही पर्यटक हिल स्टेशन हरसिल तक पहुंचने के लिए दो एएलएच हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। 20 अक्टूबर को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के तीन कर्मियों के साथ एएलएच हेलीकॉप्टर पर दोपहर में 19,500 फीट की ऊंचाई पर राहत बचाव कार्य शुरू किया गया।

अगले दिन एएलएच ने सुबह होते ही एसडीआर टीम के साथ उड़ान भरी. जिन्होंने दो बचाव स्थलों का पता लगाया। बचाव दल ने 15,700 फीट की ऊंचाई पर चार शवों का पता लगाया।

नैनीताल (जनादेश ब्यूरो): उत्तराखंड में बाढ़ और बारिश से अब तक 52 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ के आईजी अमरेंद्र सिंह सेंगर ने मीडिया से कहा कि तकरीबन 4000 गांव बाढ़ में बुरी तरह से घिरे हैं।

अमित शाह का दौरा आज

गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तराखंड में आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वो देर रात देहरादून पहुंचे हैं। गृह मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। राज्य के कुछ इलाकों में जहां भूस्खलन हुआ है, वहां लापता लोगों की तलाश तेज़ की गई है। इस त्रासदी में 4000 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमे से करीब 1000 बिजली कट जाने की वजह से अंधेरे में हैं। अल्मोड़ा और रानीखेत के इलाके भूस्खलन के बाद बाहर के इलाकों से अब भी कटे हुए हैं।

बारिश रुक गई है, लेकिन बचाव की चुनौती बची हुई है। उत्तराखंड में अब लापता लोगों की तलाश तेज़ की गई है। बुधवार को नैनीताल ज़िले के तल्ला रामगढ में दो लोगों के शव मिले। अब भी जिन इलाकों में भारी भूस्खलन हुआ है। वहां कई लोग लापता हैं जिनकी तलाश चल रही है।

नैनीताल (जनादेश ब्यूरो): उत्तराखंड में रिकॉर्ड बारिश की वजह से कई इलाकों को भयावह बाढ़ का कहर झेलना पड़ा है। इस त्रासदी में 47 लोग मारे गए हैं और कई अब भी लापता हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 18 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच कुमाऊं क्षेत्र में इतिहास की सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है। चम्पावत ज़िले में जलस्तर के बढ़ने से एक निर्माणाधीन ब्रिज बह गया जबकि कई इलाकों में सड़कें और रेल लाइन टूट गयी। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास नैनीताल में एक हाथी के बाढ़ में फंसे की तस्वीर सामने आयी। मुक्तेश्वर और नैनीताल के खैरना इलाके में घर ढह जाने से 7 लोगों की मौत हुई है। नैनीताल शहर झील का पानी बाहर आ जाने की वजह से आस पास के इलाकों से कट गया है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "पीएम और गृह मंत्री को राज्य की मौजूदा स्थिति से अवगत करा दिया गया है। कई जगह मकान, पुल आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बचाव कार्य के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात किये गए हैं।" पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की और तबाही के बारे में जानकारी हासिल की।

हल्द्वानी: पहले से ही कहा जा रहा था कि तीसरी बार उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रहार कर सकते हैं और ऐसा ही हुआ। रविवार को हल्द्वानी में अपने दौरे के दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राज्य में रोजगार बढ़ाया जाएगा। यहां रोजगार बढ़ाने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।

इस दौरान केजरीवाल ने युवाओं के लिए बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर छह माह में एक लाख नौकरी दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र में 80 प्रतिशत नौकरियां उत्तराखंड के युवाओं के लिए आरक्षित की जाएंगी।

इससे पहले उन्होंने देवभूमि को नमन करते हुए अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि हम उत्तराखंड के 21 सालों की दुर्दशा को 21 महीने में सुधारेंगे। उत्तराखंड पलायन प्रदेश बन गया है, यहां युवा रोजगार मांग रहा है।

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