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झारखंड में पांच बजे तक 67.59% वोटिंग, महाराष्ट्र में 58.22% मतदान

बेंगलुरु: राज्यसभा चुनाव के नतीजे आने लगे है। सबसे पहले कर्नाटक के रिजल्ट घोषित किए गए। यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस को बड़ी जीत हासिल हुई है। बता दें कि राज्य से कांग्रेस के तीन राज्यसभा उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी सीटें जीत ली है। जीतने वाले उम्मीदवारों में अजय माकन, नासिर हुसैन और जीसी चंद्रशेखर हैं।

वहीं, भाजपा ने केवल एक सीट पर ही जीत हासिल की है। जीतने वाले में बीजेपी के नारायण बंदिगे है। बता दें कि अभी हिमाचल और उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणामों का इंतजार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन, डॉ. सैयद नसीर हुसैन और जीसी चन्द्रशेखर ने 47, 46 और 46 वोटों से जीत हासिल की।

चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग

बता दें कि चुनाव में चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें जद (एस) के उम्मीदवार डी कुपेंद्र रेड्डी भी शामिल थे। चुनाव में क्रॉस वोटिंग की वजह से हंगामा हुआ। जबकि भाजपा विधायकों में से एक, एसटी सोमशेखर ने कांग्रेस के माकन के लिए मतदान किया, दूसरे, ए शिवराम हेब्बार ने मतदान में भाग नहीं लिया।

बेंगलुरु: आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड में नजर आ रही है। जहां एक तरह पीएम मोदी जनसभाओं को संबोधित कर सरकार की उपलब्धियों को बता रहे हैं। वहीं विपक्षी दल लगातार मोदी सरकार पर जुबानी हमला कर रहा है। संविधान एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन- 2024 के समापन समारोह में पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है।

संविधान बचा रहेगा तो देश में एकता बनी रहेगी: खड़गे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर जनता आगामी लोकसभा चुनाव में मजूबती और एकजुट होकर खड़ी नहीं होंगी, तो निश्चित ही भारत में तानाशाही होगी। क्योंकि संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है। परोक्ष रूप से मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए खरगे ने कहा कि हमें एकजुट होना होगा, जनता न्याय के साथ जीवन जीना चाहती है।

बेंगलुरु: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को बड़ा झटका लगा है। दरअसल कर्नाटक सरकार द्वारा लाया गया 'हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती (संशोधन) विधेयक' विधान परिषद से पारित नहीं हो सका। विपक्षी पार्टियों भाजपा और जेडीएस ने इसका विरोध किया। विधान परिषद में विपक्ष के पास बहुमत है, ऐसे में विपक्ष के विरोध के चलते विधान परिषद से यह विधेयक पारित नहीं हो सका। मंदिर विधेयक को बीते हफ्ते ही विधानसभा से पारित किया गया था और शुक्रवार को विधान परिषद में पेश किया गया था।

विधेयक में प्रावधान है कि राज्य के जिन मंदिरों की सालाना कमाई 10 लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक है, उन पर पांच प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रावधान है। वहीं जिन मंदिरों की कमाई सालाना एक करोड़ रुपये से ज्यादा है, उन पर 10 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रावधान है। मंदिरों की कमाई से प्राप्त फंड को एक कॉमन पूल फंड में रखे जाने का प्रावधान है, जिसका प्रशासन राज्य धार्मिक परिषद करेगी। इस फंड को राज्य के उन मंदिरों के पुजारियों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, जिनकी कमाई सालाना पांच लाख से कम है।

बेंगलुरु: कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ एक बार फिर भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। सिद्धारमैया सरकार ने बुधवार को ‘कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती विधेयक 2024’ पारित कर दिया है। इस विधेयक के पारित होने के बाद भाजपा ने सिद्धारमैया सरकार को 'एंटी हिंदू' बता दिया है।

दरअसल, कर्नाटक में 1 करोड़ रुपये से अधिक कमाई करने वाले मंदिरों से 10 फीसदी टैक्स वसूली करने का फैसला किया गया है। वहीं, जिन मंदिरों की इनकम 10 लाख से 1 करोड़ के बीच है, उन्हें पांच प्रतिशत टैक्स देना होगा।

भाजपा नेता ने कांग्रेस को बताया 'एंटी हिंदू

कर्नाटक सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार हिंदू विरोधी नीतियां अपनाकर अपना खाली खजाना भरना चाहती है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, कांग्रेस सरकार राज्य में लगातार हिंदू विरोधी नीतियां अपना रही है। कांग्रेस ने अब हिंदू मंदिरों के राजस्व पर भी अपनी टेढ़ी नजर डाल दी है।

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