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मांड्या (कर्नाटक): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति को लेकर नेताओं के एक वर्ग में नाराजगी के बीच बी.वाई. विजयेंद्र ने रविवार को कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा और पार्टी के वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल सहित हर नेता को विश्वास में लिया जायेगा।

यतनाल ने पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि अगर भाजपा एक परिवार की पार्टी बन जाएगी, तो पार्टी कार्यकर्ता और हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

विजयेंद्र ने कहा कि पार्टी में हर किसी को अपनी राय व्यक्त करने की आजादी है और भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और राज्य इकाई के वरिष्ठ नेता आंतरिक रूप से सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और समाधान निकालेंगे।

यतनाल की नाराजगी से जुड़े सवाल पर विजयेंद्र ने कहा, ‘‘आप वरिष्ठ नेता यतनाल के बयानों की गलत व्याख्या कर रहे हैं। उन्हें अपनी राय व्यक्त करने की आजादी है। यह भाजपा है, एक राष्ट्रीय पार्टी है। हर नेता की अपनी राय है और सभी की राय के आधार पर हमारा केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा।''

बेंगलुरु: तक़रीबन डेढ़ साल बाद हिजाब विवाद एक बार फिर कर्नाटक में शुरू हो गया है। कर्नाटक सरकार ने साफ किया है कि कर्नाटका एग्जामिनेशन अथॉरिटी (केईए) की 28 और 29 तारीख को होने वाली परीक्षा में हिजाब पर रोक नही होगी। वहीं दक्षिण पंथी हिन्दू संगठन सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी से पिछले साल शुरू हुआ था। स्कूल और पीयूसी में हिजाब पर रोक के बाद इसके पक्ष और विरोध में इतना हंगामा हुआ कि कई जगहों पर हिंसा हुई और बाद में ये मामला देश के कई अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन हुआ। अब कर्नाटक सरकार का कहना है कि कर्नाटक एग्जामिनेशन अथॉरिटी की 28 और 29 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा में हिजाब पर रोक नही होगी।

कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री एमसी सुधाकर ने कहा कि मुझे लगता है कि जो लोग विरोध कर रहे हैं उन्हें नीट परीक्षा के दिशानिर्देशों को जानना चाहिए। मुझे नहीं पता कि वे इसे मुद्दा क्यों बना रहे हैं। नीट परीक्षा के लिए, लोगों को हिजाब पहनने की अनुमति है। इसलिए केईए के लिए भी ऐसा करने में कुछ भी गलत नहीं है।

बेंगलुरु: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करने के जनता दल (सेक्यूलर) अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा के फैसले को नकारते हुए पार्टी की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष सी एम इब्राहिम ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा नीत राजग में शामिल नहीं होगी।

जनता दल (सेक्यूलर) में संभावित विभाजन का संकेत देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि उनके नेतृत्व वाला धड़ा मूल पार्टी है क्योंकि वह धर्मनिरपेक्ष है और प्रदेश अध्यक्ष के नाते वह कर्नाटक में संगठन के बारे में निर्णय ले सकते हैं।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा से अपील की कि भाजपा के साथ गठजोड़ करने के लिए अपनी मंजूरी नहीं दें क्योंकि इस निर्णय के बाद आसपास के राज्यों में कई लोग पार्टी छोड़ चुके हैं।

इब्राहिम ने कुछ पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा पहला फैसला है कि जनता दल (सेक्यूलर) राजग में शामिल नहीं होगा। दूसरा फैसला देवेगौड़ा से यह अनुरोध करने का है कि उन्हें इस गठबंधन के लिए अपनी मंजूरी नहीं देनी चाहिए।’’

बेंगलुरु: कर्नाटक के डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बड़ा दावा किया है। डीके शिवकुमार ने कहा है कि बीजेपी और जेडीएस के कई नेता कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। शिवकुमार ने कहा कि ये वो नेता हैं, जिन्होंने बीजेपी-जेडीएस गठबंधन का विरोध किया है। शिवकुमार ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को लेकर भी ऐसा ही दावा किया है।

शिवकुमार ने पूर्व भाजपा विधायक रामप्पा लमानी के बाद पत्रकारों से बात की। लमानी को मई में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। टिकट काटे जाने के बाद वह अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लमानी ने कहा था कि वह बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।

शिवकुमार ने आगे कहा कि 40 से ज्यादा नेताओं के आवेदन मेरे पास हैं। ये सभी कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं। मैं इसका खुलासा नहीं करना चाहता था, लेकिन अब ऐसी स्थिति हो गई है। हालांकि, शिवकुमार ने इन नेताओं के नाम का खुलासा नहीं किया है।

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