ताज़ा खबरें

बेंगलुरु: एक स्टार्ट-अप कंपनी की सीईओ ने अपने चार साल के बच्चे की हत्या कर दी। यह मामला काफी हैरान कर देने वाला है। जानकारी के मुताबिक, एक 39 वर्षीय महिला सीईओ के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। महिला ने नॉर्थ गोवा में अपने बेटे की हत्या की और फिर बैग में शव डालकर कर्नाटक लेकर वापस आ गई। हालांकि, हत्या का मकसद अभी पता नहीं चला है।

जानकारी के मुताबिक, महिला की पहचान सूचना सेठ के रूप में की गई है। सूचना सेठ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्ट-अप माइंडफुल एआई लैब की सीईओ हैं। उन्हें सोमवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक बैग में उनके बेटे के शव के साथ गिरफ्तार किया गया था। सूचना सेठ ने बैग में रखे शव को कर्नाटक ले जाने के लिए एक टैक्सी किराए पर ली। फिलहाल इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर हत्या का आरोप लगाया गया है। महिला कर्नाटक के चित्रदुर्ग पहुंच चुकी थी।

इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब महिला ने रूम से चेकआउट किया तो साफ-सफाई करने आए कर्मचारी ने खून का धब्बा देखा।

बेंगलुरु: बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका यानि बीबीएमपी के चीफ कमिश्नर तुषार गिरि नाथ ने अगले साल फरवरी के आखिर तक बेंगलुरु में कॉमर्शियल स्टोर्स के 60 प्रतिशत साइनबोर्ड कन्नड़ में करने के आदेश दिए हैं। ऐसा नहीं करने पर स्टोर्स के ट्रेड लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे।

अधिकारी कन्नड़ भाषा के मुद्दे को आगे बढ़ाने वाले संगठन कर्नाटक रक्षणा वेदिके (केआरवी) के साथ एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बेंगलुरु में 1400 किमी मुख्य सड़कें और सब-वे हैं। इनके किनारे बनी दुकानों पर ध्यान देने के लिए एक सर्वे किया जाएगा। सर्वे में देखा जाएगा कि किन लोगों ने अपनी दुकानों के साइनबोर्ड पर कन्नड़ भाषा का इस्तेमाल किया है या नहीं। साइनबोर्ड में 60 प्रतिशत कन्नड़ भाषा का इस्तेमाल नहीं करने वाले दुकान मालिकों को नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस जारी करने के बाद उन्हें कन्नड़ भाषा में नेमप्लेट लगाने और संबंधित जोनल कमिश्नर को आदेश का पालन कराने के लिए 28 फरवरी तक का समय दिया जाएगा।

बेंगलुरु: राज्य में शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगी रोक को हटाने के मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर का बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को गहराई से देखने के बाद फैसला लिया जाएगा। जी परमेश्वर ने मीडिया को बताया, "हमने हिजाब को लेकर कोई आदेश नहीं दिया है। सीएम सिद्धारमैया ने खुद कहा है कि अगर ऐसा हुआ भी है तो हम इसकी जांच करेंगे। सरकार इस पर गहराई से विचार करने के बाद फैसला लेगी।"

वहीं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता केटी रामा राव ने रविवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने अभी तक राज्य में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं हटाया है और वे अभी भी इसके बारे में सोच रहे हैं।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने भी शनिवार को स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि अभी राज्य में शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगी रोक को हटाने पर विचार कर रही है और सरकार के स्तर पर विचार-विमर्श के बाद इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।

नई दिल्ली/बेंगलूरू: कर्नाटक में स्कूलों में हिजाब पहनने को लेकर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को स्कूलों में हिजाब पहनने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का एलान किया। इस कदम की जहां एकतरफ भाजपा ने आलोचना की, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस समेत 'इडिया' गठबंधन के घटकों ने सही कदम बताया।

सीएम सिद्धारमैया बोले- 'अभी नहीं किया'

कर्नाटक में हिजाब बैन को लेकर सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि अभी तक ऐसा नहीं किया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक उन्होंने कहा, "किसी ने मुझसे हिजाब पर प्रतिबंध हटाने को लेकर सवाल पूछा, जिसके जवाब में मैंने उन्हें जवाब दिया कि सरकार इसे रद्द करने पर विचार कर रही है।"

मैसुरु में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा था कि सरकार राज्य में हिजाब पर लगे बैन को हटाने जा रही है, इसके लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद बीजेपी ने सीएम पर धर्म का जहर बोने का आरोप लगाया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख