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बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश की हत्या मामले में उनकी पत्नी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। डीजीपी की पत्नी पल्लवी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। वहीं, उनकी बेटी को मानसिक स्वास्थ्य मूल्यांकन के लिए निमहंस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पल्लवी ने ही अपने पति के हत्या की जानकारी पुलिस को दी थी। इसके बाद साउथ ईस्ट डिवीजन के पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मृतक की पत्नी और बेटी से पूछताछ करते हुए जांच शुरू कर दी थी। ओम प्रकाश ने कुछ समय पहले अपनी जान को खतरा होने की बात कही थी। पुलिस को पहले से ही शक था कि इस हत्या में किसी करीबी परिजन का हाथ हो सकता है।

बता दें कि बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित आवास में कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या कर दी गई थी। वह 1981 बैच के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उन्हें चाकू से गोदकर मारा गया है। उनका शव तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर मिला, जिस पर गंभीर चोट के निशान थे।

बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश रविवार (20 अप्रैल, 2025) को बेंगलुरु में एचएसआर लेआउट स्थित अपने आवास पर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए। उनके तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ शव मिला। पूर्व डीजीपी की पत्नी पल्लवी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि उनके शव पर चोट के निशान पाए गए, जिससे संदेह है कि उनकी हत्या की गई है और हत्या का शक उनके किसी परिजन पर है। जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस को इस मामले में किसी करीबी पारिवार के सदस्य के शामिल होने का संदेह है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।

पुलिस ने पत्नी और बेटी से की पूछताछ

पुलिस ने ओम प्रकाश की पत्नी और बेटी से उनकी मौत के बारे में पूछताछ शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, रिटायर्ड डीजीपी ने पहले कुछ करीबी सहयोगियों से अपनी जान को खतरा होने की चिंता जताई थी।

बंगलूरू: कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार का दिन हंगामे के नाम रहा। हनी ट्रैप और मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण को लेकर सदन में भाजपा विधायकों ने जमकर नारेबाजी की। इसी क्रम में कर्नाटक विधानसभा में विरोध प्रदर्शन कर रहे 18 भाजपा विधायकों को अनुशासनहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से छह महीने के लिए निलंबित कर दिया। जिसके बाद मार्शलों ने उन्हें जबरन सदन से बाहर निकाला।

कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर ने यह कार्रवाई विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने वाले विधायकों के खिलाफ की। आरोप है कि विधानसभा में हंगामा कर रहे भाजपा विधायकों ने न सिर्फ अध्यक्ष के आदेशों की अवहेलना की बल्कि अनुशासनहीन तथा अपमानजनक तरीके से व्यवहार भी किया। जिसके बाद कर्नाटक के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच.के. पाटिल ने उनके निलंबन के लिए विधानसभा में प्रस्ताव रखा, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए 18 भाजपा विधायकों को छह महीने के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया।

बेंगलुरु: सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रान्या राव के पिता डीजीपी रामचंद्र राव जांच के घेरे में आ गए हैं। कर्नाटक सरकार की ओर से शुरू की गई जांच के बाद उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। रान्या राव ने 6 मार्च 2025 को बेंगलुरु में डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को संबोधित एक पत्र दावा किया कि उन पर झूठा मामला थोपा गया है।

रान्या राव ने डीआरआई पर उठाए सवाल

रान्या राव को 3 मार्च को दुबई से लौटते समय बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 12.56 करोड़ रुपये के 14.2 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था। रान्या राव ने बेंगलुरु में डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को पत्र लिखकर दावा किया कि उन पर झूठा मामला थोपा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने उससे मारपीट की और उसे खाली और पहले से लिखे कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। अभिनेत्री ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने से लेकर अदालत में पेश किए जाने तक उसे 10 से 15 बार थप्पड़ मारे गए। 

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