नई दिल्ली: संसद हमले के दोषी अफजल गुरू परं जेएनयू मे एक समारोह आयोजन को लेकर चल रहे विवाद के बीच विश्वविद्यालय परिसर में नये पोस्टर सामने आए हैं जिनमें भारत को ‘‘विभिन्न राष्ट्रवादियों का कारागार’’ बताया गया है और कश्मीर के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन किया गया है। बताया जाता है कि पोस्टरों में ‘‘फासीवाद का खात्मा, लोगों को अधिकार’’ लिखा है और ये शुक्रवार की रात को परिसर में चिपकाये गए। विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, पोस्टर छात्रों के तीन सदस्यीय समूह ‘‘द न्यू मैटीरियलिस्ट्स’’ द्वारा लगाए गए। पोस्टरों में नौ फरवरी की घटना और फिर जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार तथा तीन छात्र नेताओं की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान ‘‘अनावश्यक और अवांछित नारे’’ लगाये गए जिनका कोई विचारधारा समर्थन नहीं करती।
इन पोस्टरों में हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित शोधार्थी रोहित वेमुला की मौत की निंदा की गई है।