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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हावड़ा मैदान से कोलकाता स्थित एस्प्लेनेड तक सोमवार के बाद से तीसरा मार्च निकाला। इस दौरान ममता बनर्जी ने नागरिकता कानून को लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने देश को जलता हुआ छोड़ दिया है और उन्हें ही आग बुझाना होगा। ममता ने कहा कि मैं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यह सुनिश्चित करने की गुजारिश करती हूं कि देश संशोधित नागरिकता कानून की आग में ना जले। उन्होंने कहा कि अमित शाह का काम आग बुझाना है।

ममता ने कहा कि अमित शाह आप सिर्फ भाजपा के नेता नहीं, देश के गृह मंत्री भी हैं। आप ने 'सबका साथ, सबका विश्वास' नहीं बल्कि 'सबके सर्वनाश' किया है। नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी को वापस लें, वरना मैं देखूंगी कि आप इसे पश्चिम बंगाल में कैसे लागू करते हैं। मार्च शुरू करने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ''हमलोग बंगाल में कभी भी एनआरसी और संशोधित नागरिकता कानून की इजाजत नहीं देंगे। किसी को भी राज्य छोड़ने के लिए नहीं कहा जाएगा। हमलोग सभी धर्मों, जातियों और नस्लों के साथ मिलजुलकर रहने में यकीन करते हैं। हम सभी इस देश के नागरिक हैं और कोई भी हमें यहां से निकाल नहीं सकता।

नई दिल्ली: नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के बीच केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। रेल राज्य मंत्री ने हुब्बली में कहा, यदि कोई व्यक्ति रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहा है, तब मैं उस राज्य के मुख्यमंत्री से 'सख्त कार्रवाई करने को कहूंगा, ठीक उसी तरह जैसे कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत संघ में हैदराबाद के विलय के दौरान कदम उठाया था।'

यह पूछे जाने पर कि सख्त कार्रवाई से उनका मतलब क्या है, रेल राज्य मंत्री ने कहा, ''सख्त कार्रवाई का मतलब है कि देखते ही गोली मार दी जाए...। दरअसल, संवाददाताओं ने नागरिकता (संशोधन) कानून से जुड़े प्रदर्शनों के चलते रेलवे संपत्ति को पहुंचाए जा रहे नुकसान को रोकने के लिए कदमों के बारे में उनसे पूछा था। जिस पर उन्होंने यह बात कही। गौरतलब है कि हैदराबाद का भारत संघ में विलय भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल के नेतृत्व में पुलिस कार्रवाई के बाद किया गया था।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह अपनी जिदंगी को त्यागने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह 'नफरत की राजनीति के आगे नहीं झुकेंगी। बनर्जी ने कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में सरकार द्वारा प्रायोजित क्रिसमस कार्निवाल का उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह देश सभी समुदायों का है और लोगों को किसी भी धर्म का अनुसरण करने का हक है। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं अपना जीवन त्यागने को तैयार हूं, लेकिन नफरत की राजनीति के आगे अपना सिर नहीं झुकाऊंगी।

उन्होंने यह भी कहा कि वह सभी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए सब कुछ करेंगी। उन्होंने कहा, 'मैं नफरत की राजनीति के समर्थकों के फरमानों के आगे समर्पण नहीं करूंगी।' बनर्जी ने कहा कि क्रिसमस ऐसा त्यौहार है जो मेल जोल और बंधुत्व का संदेश फैलाता है। इससे पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में स्थिति धीरे-धीरे काबू में आ रही है।

कोलकाता: नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में स्थिति धीरे-धीरे काबू में आ रही है। एहतियात के तौर पर कुछ जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। दूसरी तरह कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील भी दी गई है।

ममता बनर्जी की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल सरकार के बार-बार अनुरोधों के बावजूद कुछ बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। हमने कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। इनमें मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर, हावड़ा, 24 परगना उत्तर, बशीरहाट, बारासात महाकुमा और 24 परगना दक्षिण इलाके शामिल हैं।

इससे पहले शनिवार को मुर्शिदाबाद तथा हावड़ा जिलों प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। यहां प्रदर्शनकारियों ने पांच ट्रेनों, तीन रेलवे स्टेशनों के अलावा कम से कम 25 बसों में आग लगा दी।

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