कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह अपनी जिदंगी को त्यागने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह 'नफरत की राजनीति के आगे नहीं झुकेंगी। बनर्जी ने कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में सरकार द्वारा प्रायोजित क्रिसमस कार्निवाल का उद्घाटन करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यह देश सभी समुदायों का है और लोगों को किसी भी धर्म का अनुसरण करने का हक है। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं अपना जीवन त्यागने को तैयार हूं, लेकिन नफरत की राजनीति के आगे अपना सिर नहीं झुकाऊंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि वह सभी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए सब कुछ करेंगी। उन्होंने कहा, 'मैं नफरत की राजनीति के समर्थकों के फरमानों के आगे समर्पण नहीं करूंगी।' बनर्जी ने कहा कि क्रिसमस ऐसा त्यौहार है जो मेल जोल और बंधुत्व का संदेश फैलाता है। इससे पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में स्थिति धीरे-धीरे काबू में आ रही है।
एहतियात के तौर पर कुछ जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। दूसरी तरह कुछ इलाकों में कर्फ्यू में ढील भी दी गई है।
ममता बनर्जी की ओर से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल सरकार के बार-बार अनुरोधों के बावजूद कुछ बाहरी लोग और सांप्रदायिक ताकतें हिंसा फैलाने की साजिश कर रही हैं। हमने कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। इनमें मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर, हावड़ा, 24 परगना उत्तर, बशीरहाट, बारासात महाकुमा और 24 परगना दक्षिण इलाके शामिल हैं।
इससे पहले शनिवार को मुर्शिदाबाद तथा हावड़ा जिलों प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। यहां प्रदर्शनकारियों ने पांच ट्रेनों, तीन रेलवे स्टेशनों के अलावा कम से कम 25 बसों में आग लगा दी।