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कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के बाद तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी आज (शुक्रवार) मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। उनके साथ कोलकाता के महापौर सोवन चटर्जी, पूर्व भारतीय क्रिकेटर लक्ष्मी रतन शुक्ला, भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी अबानी जोअरदार व जेम्स कुजुर तथा गायक इंद्रनील सेन मंत्री पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी को राजभवन में मंत्रियों की सूची सौंपते हुए ममता ने घोषणा की कि मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या 42 होगी। मंत्रिमंडल में 17 नए चेहरों में माकपा से तृणमूल में शामिल हुए अब्दुर रज्जाक मोल्लाह, सुवेंदु अधिकारी, सोवनदेब चटोपाध्याय, चुरामणि महतो, तपन दासगुप्ता, सिद्दिकुल्लाह चौधरी तथा आसिमा पात्रा के नाम शामिल हैं। बनर्जी के दूसरे कार्यकाल में गोलम रब्बानी, बच्चू हंसदा, जाकिस हुसैन, संध्यारानी टुडु तथा रवींद्रनाथ घोष पहली बार मंत्री बनने जा रहे हैं।
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कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी 27 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। तृणमूल कांग्रेस विधायक दल की आज दोपहर कोलकाता में बैठक हुई, जिसमें ममता बनर्जी सर्वसम्मति से तृणमूल कांग्रेस विधायक दल की नेता चुनी गईं।पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सत्ताविरोधी लहर को धता बताते हुए तथा वाम-कांग्रेस के विपक्षी गठबंधन को काफी पीछे छोड़कर विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर लिया और 294 सदस्यीय विधानसभा में ममता बनर्जी की पार्टी ने 211 सीटें हासिल की हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली जबर्दस्त जीत से उत्साहित टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि यह पश्चिम बंगाल की आम जनता की जीत है। राज्य में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने की की ओर अग्रसर ममता ने कहा कि वह 27 मई को मुख्यमंत्री पद का शपथ लेंगी। गौरतलब है कि राज्य विधानसभा में वाम-कांग्रेस गठबंधन तमाम पूर्वानुमानों के बावजूद कुछ खास नहीं कर सका और केवल 76 सीटों पर जीत दर्ज कर सका। हालांकि कांग्रेस ने वामदलों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया और 44 सीटों पर जीत हासिल कर ली। वहीं माकपा के खाते में 26, भाकपा के खाते में एक, एआईएफबी के खाते में दो और आरएसपी को तीन सीटों से संतोष करना पड़ा है।
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को सत्ताविरोधी लहर को धता बताते हुए तथा वाम-कांग्रेस के विपक्षी गठबंधन को काफी पीछे छोड़कर विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर लिया और 294 सदस्यीय विधानसभा में ममता बनर्जी की पार्टी ने 211 सीटें हासिल कर ली हैं। राज्य विधानसभा में वाम-कांग्रेस गठबंधन तमाम पूर्वानुमानों के बावजूद कुछ खास नहीं कर सका और केवल 76 सीटों पर जीत दर्ज कर सका। हालांकि कांग्रेस ने वामदलों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया और 44 सीटों पर जीत हासिल कर ली। वहीं माकपा के खाते में 26, भाकपा के खाते में एक, एआईएफबी के खाते में दो और आरएसपी को तीन सीटों से संतोष करना पड़ा है। भाजपा ने तीन सीटों पर जीत का स्वाद चखा है जिसमें उसके प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की विजय भी शामिल हैं। निवर्तमान विधानसभा में पार्टी का केवल एक सदस्य था। दार्जीलिंग हिल्स में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने तीन सीटें जीती हैं। एक सीट निर्दलीय के खाते में गयी है। भवानीपुर सीट से 25,301 मतों के अंतर से जीत हासिल करने वाली ममता ने कहा कि अपने दम पर चुनाव लड़ रही तृणमूल कांग्रेस ने पूरे विपक्ष से मुकाबला करते हुए दो-तिहाई बहुमत हासिल किया है।
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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को दूसरे कार्यकाल के लिए भी अपार बहुमत मिलने की स्थिति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि माकपा और कांग्रेस का मिलकर चुनाव लड़ना दोनों ही दलों के लिए बड़ी भूल थी। उन्होंने विपक्ष पर सत्ता हासिल करने के लिए झूठ का जाल बुनने का आरोप लगाया। अभूतपूर्व जीत के लिए राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करते हुए ममता ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश की राजनीति ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर चली गयी और सार्वजनिक रूप से मर्यादा बनाये रखने के लिए एक ‘लक्ष्मण रेखा’ निर्धारित होनी चाहिए। ममता ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘संयुक्त विपक्ष की हिंसा के बावजूद अभूतपूर्व जीत हुई। मैं तृणमूल कांग्रेस में भरोसा जताने के लिए तहेदिल से राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करती हूं। विपक्ष ने झूठ का जाल बुना था जिसे खारिज कर दिया गया।’’
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