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कोलकाता: विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने शनिवार को कहा कि जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध के लिए संयुक्त राष्ट्र में भारत की कोशिशों पर पानी फेरने के बाद पड़ोसी देश से कहा गया कि वह आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं अपना सकता। सिंह ने कहा, ‘हमने चीन को साफ लहजे में अवगत करा दिया है कि आतंकवाद पर आप दोहरा मापदंड नहीं अपना सकते। आप नहीं कह सकते कि आप आतंकवाद को स्वीकार नहीं करते या उसके खिलाफ हैं और साथ ही आतंकवादी संगठन के नेता का भी समर्थन करें।’ सेंटर फार इस्टर्न एंड नार्थ इस्टर्न रीजनल स्टडीज कोलकाता (सीईएनईआरएस-के) में एक संगोष्ठी से इतर पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि विदेश मंत्रालय सहित विभिन्न मंचों से भारत के दृष्टिकोण के बारे में चीन को बता दिया गया है। पिछले महीने चीन ने संयुक्त राष्ट्र में जैश ए मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख और पठानकोट आतंकी हमले के सरगना अजहर पर प्रतिबंध लगाने की भारत की कोशिशों को नाकाम कर दिया था। चीन-पाकिस्तान आर्थिक परिपथ पर भारत की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, ‘दिक्कतें है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भाजपा ने जादवपुर विश्वविद्यालय को ‘राष्ट्र-विरोधी तत्वों’ का गढ़ बताते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि विपक्षी माकपा और विश्वविद्यालय के कुलपति राष्ट्र-विरोधी तत्वों का समर्थन कर रहे हैं। भाजपा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कल एक राजनीतिक फिल्म दिखाए जाने को लेकर विद्यार्थियों के प्रतिद्वंद्वी समूह कैंपस में भिड़ गए। राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने बताया, ‘जादवपुर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के बीच अशांति आम बात हो गई है। एक ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग अवैध रूप से रोक दी गई जिसे सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है।’ उन्होंने कहा, ‘माकपा और विश्वविद्यालय की वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें ऐसी सभी चीजों पर रोक लगाती रही हैं जो उनकी विचारधारा के खिलाफ हो। यह इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के पूरी तरह से खिलाफ है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।’ घोष ने आरोप लगाया, ‘जादवपुर विश्वविद्यालय राष्ट्र-विरोधी ताकतों का गढ़ है। वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें राष्ट्र-विरोधी तत्वों के लिए जमीन तैयार कर रही हैं और यही वजह है कि इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के एक वर्ग द्वारा भारत विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं।’

कोलकाता: जादवपुर विश्वविद्यालय में कल से जारी अशांति के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने शनिवार को कहा कि विश्वविद्यालय तेजी से अशांति के एक केन्द्र के रूप में तब्दील हो रहा है और अधिकारियों को इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। त्रिपाठी ने कहा, उत्कृष्टता के एक केन्द्र के रूप में जाना जाने वाला जादवपुर विश्वविद्यालय तेजी से अशांति के केन्द्र के रूप में तब्दील हो रहा है। अधिकारियों को इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। त्रिपाठी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह विश्वविद्यालय के कुलपति से घटना के सिलसिले में रिपोर्ट मांगेंगे, त्रिपाठी ने कहा, हमने अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी राजनीतिक पष्ठभूमि की फिल्म 'बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम' की स्क्रीनिंग को लेकर कल विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच संघर्ष हो गया था। संघर्ष के कारण अव्यवस्था फैल गयी थी जबकि कुछ लड़कियों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की घटना हुयी और अभिनेत्री से भाजपा नेता बनी रूपा गांगुली को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी। अधिकारियों ने बताया कि कल देर शाम फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद हंगामा शुरू हुआ और एबीवीपी के छात्रों का वाम समर्थक छात्र संगठनों के सदस्यों के साथ संघर्ष हो गया, जिसमें कुछ लोगों को मामूली चोटें आयी। राष्ट्र-विरोधी तत्वों का गढ़ है जादवपुर विश्वविद्यालय: भाजपा जादवपुर विश्वविद्यालय को राष्ट्र-विरोधी तत्वों का गढ़ बताते हुए भाजपा ने आज आरोप लगाया कि विपक्षी माकपा और विश्वविद्यालय के कुलपति राष्ट्र-विरोधी तत्वों का समर्थन कर रहे हैं। राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने यहां बताया, जादवपुर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के बीच अशांति आम बात हो गई है। एक ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग अवैध रूप से रोक दी गई, जिसे सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा, माकपा और विश्वविद्यालय की वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें ऐसी सभी चीजों पर रोक लगाती रही हैं जो उनकी विचारधारा के खिलाफ हो। यह इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के पूरी तरह से खिलाफ है। हम इसकी निंदा करते हैं। घोष ने आरोप लगाया, जादवपुर विश्वविद्यालय राष्ट्र-विरोधी ताकतों का गढ़ है। वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें राष्ट्र-विरोधी तत्वों के लिए जमीन तैयार कर रही हैं और यही वजह है कि इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के एक वर्ग द्वारा भारत विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्र-विरोधी तत्वों का समर्थन करने का कुलपति पर आरोप लगाते हुए उन्होंने मांग की कि कुलपति की भूमिका की जांच कराई जाए। हम जादवपुर विश्वविद्यालय में चल रही गतिविधियों से केन्द्र को अवगत कराएंगे।

कोलकाता: कोलकाता की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को अराजकता का माहौल देखने को मिला। अभिनेत्री और बीजेपी की नेता रूपा गांगुली पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विश्वविद्यालय के गेट पर पहुंच गईं। वे मांग कर रही थीं कि उनकी पार्टी के उन चार कार्यकर्ताओं को उन्हें सौंप दें जिन पर लड़कियों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। रूपा गांगुली को विश्वविद्यालय कैंपस में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यह हंगामा विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम' की स्क्रीनिंग के चार घंटे पश्चात हुआ। इससे पहले फिल्म के 20 मिनिट के प्रदर्शन के पश्चात ही विश्वविद्यालय में हंगामा शुरू हो गया था जो फिल्म के दौरान चलता ही रहा। कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि फिल्म प्रदर्शन के दौरान कुछ बाहरी तत्वों ने उनके साथ छेड़छाड़ की। छात्रों के समूह ने इस पर चार लोगों को पकड़कर वाइस चांसलर को सौंप दिया। इसके पश्चात रूपा गांगुली यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचीं और उन चार व्यक्तियों की रिहाई की मांग करने लगीं जिन्हें बाद में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को सौंप दिया था। गांगुली का कहना था कि उन्हें गलती सें आरोपी बना दिया गया है।

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