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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज (रविवार) कहा कि विपक्ष ने उनके खिलाफ ‘‘दुर्भावनापूर्ण एवं आधारधीन मुहिम’’ चलाकर शालीनता की रेखा पार दी है जबकि उन्होंने कांग्रेस या माकपा के शीर्ष नेतृत्व पर कभी निजी हमला नहीं किया। कांग्रेस के नेता अब्दुल मन्नान ने सदन के भीतर मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित रूप से कुछ आपत्तिजनक बयान दिए थे, जिन्हें अध्यक्ष ने हटा दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं निजी हमले करने पर यकीन नहीं रखती और राजनीति में शालीनता की एक रेखा होनी चाहिए। आपने कई तरीकों से मुझ पर निजी रूप से हमले किए हैं।’’ ममता ने कहा, ‘‘क्योंकि हम कुछ मामलों पर आपके खिलाफ हैं, तो इसका यह मतलब नहीं हुआ कि मैं सोनिया जी या राहुल गांधी पर हमला करूंगी, यह मेरी शालीनता है। इसी प्रकार मैंने बुद्धदेव भट्टाचार्य या ज्योतिबाबू पर निजी हमला नहीं किया।’’

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल माकपा के राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के फैसले को लेकर पार्टी में कलह शनिवार को केंद्रीय समिति (सीसी) के बैठक के पहले दिन और खुलकर सामने आ गयी जब कुछ सदस्यों ने इस विचार का विरोध किया। गौरतलब है कि हाल में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में गठबंधन को करारी शिकस्त मिली और वाम मोर्चा के खाते में कांग्रेस से भी कम सीटें गयीं। विधानसभा चुनाव में माकपा के प्रदर्शन को लेकर प्रदेश शाखा की रिपोर्ट पर बहस पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी की टिप्पणी और प्रदेश माकपा के सचिव सूर्यकांत मिश्रा के चुनाव से जुड़ी प्रदेश शाखा की समीक्षा रिपोर्ट पेश करने के साथ शुरू हुई। सूत्रों ने बताया कि पूर्व पार्टी महासचिव प्रकाश कारत और केरल शाखा के नेताओें सहित कुछ सदस्यों ने गठबंधन जारी रखने के विचार का विरोध करते हुए कहा कि यह केंद्रीय समिति के पूर्व के फैसलों एवं पार्टी के राजनीतिक रणनीतिक रूख के अनुरूप नहीं है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज (शनिवार) केंद्र पर प्रतिशोध की राजनीति करने और सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल गैर भाजपा-शासित राज्यों में लोगों को आतंकित करने के लिए करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘वह सीबीआई, ईडी या आयकर विभाग का इस्तेमाल सभी लोगों को आतंकित करने के लिए कर रहे हैं। जिन राज्यों में भाजपा सरकारें नहीं हैं वहां वह उनके खिलाफ तीन केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर देश को ‘बेचने’ के लिए भाजपा को फटकार लगाई। उन्होंने कहा, ‘वह देश के मूल्यों और सिद्धांतों का ख्याल नहीं रखते।’ बनर्जी ने परोक्ष तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बंगाल में हो रही सभी सकारात्मक बातों का श्रेय लेने और ‘झूठ फैलाने’ का आरोप लगाया। बनर्जी ने कहा, ‘बंगाल में हमने 1.35 करोड़ से अधिक जाली राशन कार्ड को रद्द कर दिया है। वह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पीडीएस लीकेज को बंद कर 30 हजार करोड़ रुपये बचाए हैं। स्वच्छ भारत में निर्मल भारत योजना के तहत हमने अग्रणी स्थान हासिल किया लेकिन वो यह कहकर श्रेय ले रहे हैं कि वो स्वच्छ भारत कर रहे हैं।’ बनर्जी ने कहा, ‘हमने आईसीडीएस में काम करने वाली महिलाओं के लिए पंचायत में खाता खोला।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले की जांच करने के आदेश कोलकाता पुलिस को दिए हैं। इस स्टिंग में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता एक फर्जी कंपनी से धन लेते दिख रहे हैं। अपने कार्यालय में मुख्य सचिव बासुदेब बनर्जी और गृहसचिव मलय डे के साथ बैठक करने के बाद ममता ने कहा कि हालिया विधानसभा चुनाव के दौरान कथित स्टिंग ऑपरेशन की मदद से लोगों को उकसा कर और लोगों के बीच संदेह पैदा कर षड्यंत्र रचा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'मुझे अभी भी विश्वास है कि कोई षड्यंत्र था। हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। इसलिए मैंने मुख्य सचिव को शुक्रवार को आदेश दिया है कि पुलिस इस पूरे मामले की विस्तृत जांच करेगी। वे जांच करेंगे और कानून के अनुसार काम करेंगे।' हम पारदर्शी हैं। हम सच्चाई चाहते हैं। पुलिस निष्पक्ष जांच करेगी। दोषी को सजा मिलेगी।' मुख्य सचिव बासुदेब बनर्जी ने कहा कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में हुई प्राथमिक जांच के बाद कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अब यह मामला प्रशासन के पास है और पुलिस निष्पक्षता से काम कर रही है। ममता ने कहा, 'हमने विधानसभा अध्यक्ष को सूचित कर दिया है और उनकी अनुमति ले ली है।' मामले के जांच के आदेश को विपक्ष ने जनता को बुद्धू बनाने और स्टिंग ऑपरेशन के महत्वपूर्ण साक्ष्यों को दबाने का नाटक करार दिया।

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