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झाड़ग्राम: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज (मंगलवार) कहा कि झाड़ग्राम, कलिमपोंग और आसनसोल जल्द ही नये जिले घोषित किए जाएंगे। इस प्रस्ताव को कैबिनेट द्वारा पहले ही मंजूर किया जा चुका है और कलकत्ता उच्च न्यायालय जैसे ही मंजूरी दे देता है, इनकी घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘ कलिमपोंग और झाड़ग्राम में ढांचागत सुविधाएं आंशिक रूप से तैयार हैं। बाकी को जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा।’’ दूसरी बार पश्चिम बंगाल की बागडोर संभालने के बाद पश्चिम मिदनापुर जिले में पहली बार प्रशासनिक बैठक करने वाली बनर्जी ने कहा कि सरकारी विकास योजनाओं को महत्व दिया जाना चाहिए और मनरेगा के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार की खाद्य साथी :खाद्य सुरक्षा योजना: और सबुज साथी :विद्यार्थियों के लिए साइकिल: योजनाओं को महत्व दिया जाना चाहिए। 100 दिनों के काम की योजना के क्रियान्वयन को भी महत्व दिया जाना चाहिए।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन डीलरों द्वारा किसी भी तरह की खामियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कोलकाता: भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिये सचिन तेंदुलकर ‘भगवान’ हैं और पश्चिम बंगाल के एक आदिवासी गांव के लिये भी राज्यसभा के सांसद तेंदुलकर फरिश्ता ही साबित हुए जिन्होंने 51 साल पुराने उपेक्षित स्कूल के पुनर्निर्माण के लिये धन जुटाने में मदद की है । हेडमास्टर के अनुरोध पर तेंदुलकर ने अपने सांसद कोष से ‘गोविंदपुर मकरमपुर स्वर्णमयी शिक्षा निकेतन ’ के पुनर्निर्माण के लिये 76,21,050 रूपये जारी किये । यह स्कूल मिदनापुर जिले में नारायणगढ थाने के अंतर्गत आता है । तेंदुलकर अपने सांसद कोष में से 75 प्रतिशत खर्च कर चुके हैं । स्कूल की दुर्दशा से आजिज आ चुके हेडमास्टर उत्तम कुमार मोहंती ने स्थानीय सांसदों और विधायकों से मदद की मांग की लेकिन कहीं कामयाबी नहीं मिली । दस साल के संघर्ष के बाद उन्हें 2013 में तेंदुलकर को लिखने का विचार आया । उन्होंने वेबसाइट पर तेंदुलकर का ईमेल खोजा और 13 मार्च 2013 को उन्हें पहला पत्र लिखा । उन्होंने खड़गपुर स्थित अपने घर से प्रेस ट्रस्ट को बताया ,‘‘ मुझे उम्मीद नहीं थी क्योंकि पांच बार के विधायक सूर्यकांत मिश्रा और सांसद प्रबोध पांडा ने मेरी नहीं सुनी ।’’

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने पहली बार राज्य में देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित गरीब रोगियों को दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल देने निर्णय किया है। राज्य खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा, ‘यह योजना मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिमाग की उपज है। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित गरीब रोगियों को दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल दिया जाएगा।’ मंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा कि गरीब कुष्ठ रोगियों, मूक और बधिर बच्चों को भी इस योजना के पहले चरण में शामिल किया जाएा। इस योजना के लिए राज्य के करीब एक लाख लाभार्थियों की पहचान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में देह व्यापार करने वालों और एचआईवी से पीड़ित रोगियों की पहचान करने के लिए राज्य खाद्य विभाग कुछ ही दिनों में एक सर्वेक्षण शुरू करने के लिए तैयार है। मलिक ने कहा, ‘अगले छह महीनों में सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो जाएगा। और अगले वर्ष जनवरी से योजना को लागू किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने देखा है कि देह व्यापार करने वाले बुजुर्ग और बीमार लोग वर्तमान में किस तरह से कष्ट झेल रहे हैं। इसलिए यह योजना उन्हें रियायती दर पर चावल देकर कुछ हद तक उनकी मदद करेगा।

कोलकाता: फसलों को जानवरों के हमलों से बचाने के लिए उन्हें मारने के किसी भी प्रस्ताव से इनकार करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने जंगली हाथियों को पकड़ने की सरकार से अनुमति मांगी है। पश्चिम बंगाल ने यह अनुमति ऐसे समय में मांगी है जब नीलगाय को मारने को लेकर बिहार सुर्खियों में है। पश्चिम बंगाल के वन मंत्री बिनय कृष्ण बर्मन ने बताया, 'मेरे विभाग ने करीब एक महीने पहले, जब तृणमूल कांग्रेस ने दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता नहीं संभाली थी, केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय को पत्र लिखकर जंगली हाथियों को पकड़ने की अनुमति मांगी थी। विभाग ने कहा था कि वह जंगली हाथियों को केवल पकड़ेगा, न कि उन्हें मारेगा। इस राज्य में कम से कम 18 जंगली हाथी हैं और करीब 600 हाथी बंगाल के विभिन्न भागों में खुलेआम विचरण कर रहे हैं। वे अक्सर खेतों में घुस जाते हैं, फसलें बर्बाद करते हैं, मानव आबादी और उनकी संपत्ति के लिए परेशानी खड़ी करते हैं।' उन्होंने विस्तृत ब्यौरा देते हुए कहा कि जंगली हाथियों ने पिछले साल इस राज्य में 100 से अधिक लोगों को मार डाला जिसमें से 70 लोग अकेले दक्षिण बंगाल में मारे गए।

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