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पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर उठापटक शुरू हो गई है। जदयू से तनातनी के बीच लोजपा ने राज्य में भाजपा के हिस्से की सौ सीटों को छोड़ कर अन्य सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने का संदेश दिया है। वहीं, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार कांग्रेस के प्रभारी रह चुके दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने रामविलास पासवान और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान को पुराने घर में वापसी का न्योता दिया है।

सिंह मंगलवार को बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन के दूसरे दिन शिवहर और सीतामढ़ी जिलों के पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है, जब आप अपने पुराने दोस्तों के पास आ जाइए। सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतें मिलकर इस विधानसभा चुनाव में भाजपा और नीतीश कुमार को सबक सिखा देंगे।

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जदयू और लोजपा की तल्खी चरम पर पहुंच गई है। पार्टी ने लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी से बाज आने की नसीहत दी है। जदयू ने यह भी कहा कि बिहार में उसका गठबंधन भाजपा से है, लोजपा से नहीं।

गौरतलब है कि पासवान बीते कुछ महीने से नीतीश पर लगातार हमलावर रहे हैं। कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते रहे चिराग ने पिछले दिनों कहा था कि राज्य में उनकी पार्टी का गठबंधन जदयू से नहीं भाजपा से है। इसके बाद चिराग ने राजग में जीतनराम मांझी की पार्टी हम को शामिल करने पर सवाल उठाए। इसी बीच दलित हत्या के मामले में पीड़ित परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर भी उन्होंने प्रश्न उठाया।

जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि चिराग नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार भद्दे बयान दे रहे हैं। उन्हें ऐसे बयानों से बाज आना चाहिए। त्यागी ने कहा कि बिहार में जदयू का गठबंधन भाजपा से है लोजपा से नहीं।

पटना: बिहार में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आभासी रैली के जरिए चुनावी बिगुल फूंका है। अपनी पहली आभासी रैली में उन्होंने कहा कि कोरोना के कहर को देखते हुए हमने केंद्र से पहले ही लॉकडाउन शुरू किया। अब अनलॉक शुरू हो चुका है। हम केंद्र के दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।

लालू और राबड़ी पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि हमसे पहले जो लोग सत्ता में थे उन्होंने क्या किया। कब्रिस्तान और मंदिरों का ही हाल देख लीजिए। न कब्रिस्तान की घेराबंदी थी और न ही मूर्ति चोरी रोकने के उपाय। हमनें 6,099 कब्रिस्तानों की घेराबंदी करवाई। मंदिर में मूर्ति चोरी रोकने के लिए 226 मंदिरों में चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा किया। हमने भागलपुर दंगों की जांच पूरी करवाई। जब हमें काम करने का मौका मिला तो हमने लक्ष्य रखा कि कहीं से भी राजधानी पटना आने में 6 घंटे से ज्यादा का समय न लगे। ये लक्ष्य पूरा हो गया है।

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अपने बिहार के नेताओं के साथ आज (सोमवार) एक महत्वपूर्ण बैठक करेगी। इस बैठक में तय किया जाएगा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव जद(यू) के खिलाफ लड़ा जाए या नहीं। हाल के समय में बिहार में सत्ताधारी एनडीए के दोनों घटक दलों में रिश्ते बिगड़े हैं। बैठक से एक दिन पहले रविवार की शाम लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने जद(यू) अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर निशाना साधा है। चिराग ने कहा कि मारे गए अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय के लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी देने का उनका फैसला केवल चुनाव संबंधी घोषणा है।

नीतीश को लिखे एक पत्र में उन्होंने उन पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों से पूर्व में किए गए वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया। इन वादों में उन्हें तीन डिसमिल जमीन दिए जाने का भी जिक्र था। उन्होंने कहा, नीतीश सरकार अगर गंभीर थी तो समुदाय के उन सभी लोगों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए थी, जो उनके 15 साल के शासन के दौरान मारे गए।

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